Jharkhand News: गढ़वा में ग्रामीणों ने BDO पर बरसाए रोड़े, पुलिस घसीटकर ले गई...
Garhwa Samachar Jharkhand News झारखंड के गढ़वा जिले से बड़ी खबर है। यहां मझिआंव प्रखंड के बरडीहा थाना क्षेत्र के सलगा गांव में विवादित भूमि पर लगे गेहूं को बुधवार की दोपहर कटवाने पहुंचे बीडीओ नंदजी राम पर ग्रामीणों ने रोड़े बरसाए। इसके बाद पुलिस सबको पकड़कर थाने ले गई।
गढ़वा, जेएनएन। Garhwa Samachar, Jharkhand News: झारखंड के गढ़वा जिले से बड़ी खबर है। यहां मझिआंव प्रखंड के बरडीहा थाना क्षेत्र के सलगा गांव में विवादित भूमि पर लगे गेहूं को बुधवार की दोपहर कटवाने पहुंचे बीडीओ नंदजी राम पर ग्रामीणों ने रोड़े बरसाए। इसके बाद पुलिस सबको पकड़कर थाने ले गई। आरोपितों पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। गढ़वा के एसडीओ जिआउल अंसारी ने बताया कि पहले से विवादित रही भूमि पर गेहूं की फसल लगी थी। जिसे बीडीओ बतौर दंडाधिकारी कटवाने पहुंचे थे।
मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस बल भी मौजूद था। प्राथमिक सूचना के अनुसार गांव वालों की ओर से हल्की झड़प हुई है। किसी के घायल होने की जानकारी नहीं मिली है। इधर बरडीहा के थाना प्रभारी सुमंत राय ने बताया कि एसडीओ के निर्देश पर मजिस्ट्र्रेट के साथ पुलिस बल को सलगा गांव में फसल कटाई के लिए भेजा गया था। ग्रामीणों ने यहां बवाल कर दिया। पथराव के कारण पुलिस के जवानों को चोटें आई हैं।
दैनिक जागरण संवाददाता ने बताया कि मझिआंव प्रखंड के बरडीहा थाना क्षेत्र के सलगा गांव में आज प्रशासन की टीम के साथ गांव वालों का विवाद हो गया। इसके बाद ग्रामीणों ने पथराव कर दिया। पुलिस ने भी यहां जमकर लाठियां भांजीं। बताया गया कि प्रशासन की ओर से जैसे ही गेहूं की कटाई शुरू कराई गई, वैसे ही बड़ी संख्या में पुरुष और महिला गांव से निकलकर खेतों में पहुंच गए।
पहले उन्होंने मौखिक विरोध जताया, लेकिन देखते ही देखते वे रोड़े-पत्थर बरसाने लगे। झड़प के बाद मामले को दबाने के लिए पुलिस ने कुछ लोगों को खदेड़कर पकड़ा और लाठियां चटकाईं। गांव के तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें राम मूरत यादव, उसकी पत्नी और कृष्णा यादव शामिल हैं। फिलहाल विवादित भूमि पर गेहूं की कटाई रोक दी गई है।
बीडीओ नंदजी राम ने बताया कि गांव के सुरेंद्र यादव और कृष्णा यादव के बीच पहले से ही जमीन विवाद चल रहा है। इस मामले में सुरेंद्र यादव ने एसडीओ को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। जमीन की मापी के क्रम में विवादित भूमि के समीप 4 एकड़ सरकारी भूमि चिह्नित की गई है। जिस पर धारा 144 लगा दी गई है। बावजूद दूसरे पक्ष ने उस जमीन में गेहूं की फसल लगा दी। इससे पहले रबी सीजन में इस जमीन पर धान की पैदावार की गई थी।