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रिम्स में हुई थर्ड ग्रेड बहालियों की जांच शुरू, सभी कागजात तलब; CM हेमंत के आदेश पर जांच

रिम्स में तृतीय श्रेणी के तकनीकी व गैर तकनीकी पदों पर नियुक्ति में अनियमितता की शिकायत मुख्यमंत्री के पास पहुंची जिसके बाद सीएम ने इसकी जांच का आदेश स्वास्थ्य सचिव को दिया।

By Alok ShahiEdited By: Published: Wed, 26 Feb 2020 08:44 AM (IST)Updated: Wed, 26 Feb 2020 08:44 AM (IST)
रिम्स में हुई थर्ड ग्रेड बहालियों की जांच शुरू, सभी कागजात तलब; CM हेमंत के आदेश पर जांच
रिम्स में हुई थर्ड ग्रेड बहालियों की जांच शुरू, सभी कागजात तलब; CM हेमंत के आदेश पर जांच

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड के सबसे बड़े अस्‍पताल राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में तृतीय श्रेणी के पदों पर नियुक्ति में बरती गई अनियमितता की जांच शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश पर यह जांच हो रही है। स्वास्थ्य विभाग ने नियुक्ति की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव चंद्रकिशोर उरांव की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित की है। इधर, जांच समिति के अध्यक्ष चंद्रकिशोर उरांव ने नियुक्ति की जांच के लिए रिम्स निदेशक डॉ. डीके सिंह से नियुक्ति से संबंधित कई आवश्यक कागजात तलब किए हैं।

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उन्होंने रिम्स निदेशक से नियुक्ति से संबंधित नियमावलियों की प्रति, रोस्टर क्लीयरेंस पंजी के अनुमोदन की प्रति, विज्ञापन की प्रति, कोटिवार नियुक्त कर्मियों की सूची तथा उनके द्वारा सौंपे गए आवेदन की प्रति तथा नियुक्ति से संबंधित अन्य अभिलेख उपलब्ध कराने को कहा है। उन्होंने सारे कागजात तीन दिनों के भीतर उपलब्ध कराने को कहा है, ताकि समय पर जांच प्रक्रिया पूरी हो सके। बता दें कि रिम्स में तृतीय श्रेणी के तकनीकी व गैर तकनीकी पदों पर नियुक्ति में अनियमितता की शिकायत मुख्यमंत्री के पास पहुंची थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने इसकी जांच का आदेश स्वास्थ्य सचिव को दिया था।

प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों के विरुद्ध नहीं हो रही कार्रवाई

रिम्स के चिकित्सकों द्वारा प्राइवेट प्रैक्टिस करने की पुष्टि होने के बाद भी दोषी चिकित्सकों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं हुई है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने विभागीय जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने के निर्देश देने के बावजूद कार्रवाई की कोई सूचना विभाग को नहीं मिलने पर नाराजगी जताई है।

उन्होंने इस बाबत रिम्स निदेशक को पत्र लिखा है। उनके अनुसार, विभागीय जांच समिति ने रिम्स के सहायक प्राध्यापक डॉ. रश्मि सिन्हा तथा डॉ. मणिभूषण को हिनू स्थित एक दवा दुकान में प्राइवेट प्रैक्टिस करते पाया था। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोनों चिकित्सकों के विरुद्ध कार्रवाई का आदेश दिया गया था।


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