पतंजलि की फर्जी वेबसाइट के जरिये 5.50 लाख की ठगी
व्यवसायी आनंद कुमार सिंह से 550 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। इसे लेकर अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
जागरण संवाददाता, रांची। राजधानी रांची के ठग अंतरराज्यीय स्तर पर ठगी कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के वाराणसी के गुरुबर्ग श्रीनगर कॉलोनी के रहने वाले व्यवसायी आनंद कुमार सिंह से 5.50 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। इसे लेकर अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्राथमिकी में आनंद कुमार सिंह ने बताया कि उन्होंने अखबार में पतंजलि की डिस्ट्रीब्यूटरशिप संबंधित विज्ञापन देखा था। विज्ञापन में लिखे वेबसाइट लिंक पर गूगल सर्च किया। सर्च के कुछ दिनों के बाद फोन नंबर 9073531926 से आनंद कुमार सिंह को कॉल किया गया।
कॉल करने वाले ने खुद का नाम आदित्य सिंह बताया। उसने अपना परिचय पतंजलि आयुर्वेद के मैनेजर के रूप में दिया था। उसने व्यवसाय से संबंधित पूरी डिटेल्स ईमेल से मंगवाई। इसके बाद दो जिलों की डिस्ट्रीब्यूटरशिप देने के लिए दो अलग-अलग ट्रांजेक्शन के जरिये 50 हजार रुपये अपने खातों में मंगवाए। इन पैसों के जमा करवाने के बाद एग्रीमेंट साइन करने के लिए रांची के अरगोड़ा क्षेत्र के कडरू बुलाया और सिक्योरिटी मनी के रूप में पांच लाख रुपये मांगे। पांच लाख मांगने के बाद कई बार आनंद ने उससे मिल कर पैसे देने की कोशिश की, लेकिन वह अपनी व्यस्तता बताकर टालता रहा। आखिर में व्यवसायी ने पांच लाख रुपये उसके द्वारा दिए गए खाता नंबर पर इंटरनेट बैंकिंग के जरिये ट्रांसफर कर दिया।
मेल बाउंस होने पर मिली ठगी की जानकारी ठग ने रुपये जमा करवाने के लिए पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के नाम पर बैंक ऑफ बड़ौदा कडरू शाखा के खाता नंबर 49990100003227 दिया। इसपर अनलाइन ट्रांजेक्शन से रुपये भेजे गए। व्यवसायी आनंद सिंह ने पांच लाख रुपये भेजने के बाद संबंधित ईमेल पर रुपये भेजने की जानकारी भेजी तो वह मेल वापस लौट गया। इसके बाद उन्हें ठगे जाने का अहसास हुआ। फिर वे वे अरगोड़ा थाना पहुंचे। वहां प्राथमिकी दर्ज नहीं किए जाने पर आनंद डीआइजी एवी होमकर के पास पहुंचे। बाद में डीआइजी के निर्देश पर अरगोड़ा थाने में एफआइआर दर्ज की गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में आदित्य सिंह व अक्षिता प्रसाद को नामजद आरोपित बनाया गया है।
रांची को बताया सप्लाई हब
ठग ने रांची बुलाकर डिस्ट्रीब्यूटरशिप लेने के पीछे रांची को पतंजलि की सप्लाई हब बताया। रांची में सर्वाधिक बिक्री और बेहतर व्यवसाय का झांसा दिया। इस झांसे में आकर व्यवसायी रांची में डिस्ट्रीब्यूटरशिप लेने की योजना बनाकर रांची पहुंचे थे, लेकिन वे ठगी के शिकार हो गए। ठग आदित्य सिंह से व्यवसायी की आखिरी बातचीत छह जून 2018 की शाम 7:53 बजे हुई थी।