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सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का मुख्य आरोपित नामकुम से गिरफ्तार

ेना में बहाली कराने के नाम ठगी करने के मामले में मुख्य आरोपित शौकत अली गिरफ्तार

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Aug 2021 06:00 AM (IST)Updated: Fri, 27 Aug 2021 06:00 AM (IST)
सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का मुख्य आरोपित नामकुम से गिरफ्तार
सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने का मुख्य आरोपित नामकुम से गिरफ्तार

संसू, नामकुम : सेना में बहाली कराने के नाम ठगी करने के मामले में मुख्य आरोपित शौकत अली को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आर्मी इंटेलिजेंस 17 कोर नामकुम को गुप्त सूचना मिली थी कि शौकत अली नामकुम ओवरब्रिज स्थित मिलिट्री इंजीनियरिग सर्विसएम, आइबी (इंस्पेक्शन बंगलो) के पास है। यह सूचना नामकुम थाने की पुलिस को दी गई। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने करीब एक बजे शौकत अली को गिरफ्तार किया गया। थाने लाकर उससे पूछताछ की जा रही है। शौकत अली को पूर्व में ही भगोड़ा घोषित किया जा चुका है। उसके नाम से वारंट भी निर्गत है।

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सेना के आइबी में चौकीदार था मुख्य आरोपित शौकत

ठगी का मुख्य आरोपित शौकत अली मिलिट्री इंजीनियरिग सर्विसेज (एमईएस) में वर्ष 2000 में चौकीदार के पद कार्यरत था। उसके पिता मो. आशिफ अली एमईएस के इंस्पेक्शन बंगलो में खाना पकाने का कार्य करते थे। आइबी परिसर में ही आवास होने का फायदा शौकत ने उठाया। पंकज सिंह के सहयोग से विभिन्न राज्यों से सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी की। वहीं नामकुम थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया कि शौकत अली से उसके सहयोगियों के बारे में जानकारी ली जा रही है।

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27 जून को ठगी के शिकार युवकों ने दर्ज कराया था मामला : विभिन्न राज्यों से सैकड़ों बेरोजगार युवकों से शौकत ने ठगी की थी। 27 जून 2021 को ठगी का शिकार हुए बेरोजगार युवकों ने थाना में मामला दर्ज कराया था। उसके बाद शौकत अली के सहयोगी पकंज सिंह को पुलिस ने टाटीसिलवे से गिरफ्तार किया था। पंकज सिंह पंकज रांची जगरनाथपुर हटिया देव्यानी कॉम्पलेक्स-1, हटिया थाना जगनरथापुर में रहकर ठगी के धंधे से जुड़ा था। नौकरी दिलाने के नाम ठगी करने के मामले में वह जेल भी जा चुका है।

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आइबी में ही वर्दी पहनकर बेरोजगारों का लेते थे टेस्ट

पंकज सिंह मिलिट्री इंजीनियरिग सर्विस (एमईएस) में बहाली कराने के लिए शौकत अली के सहयोग से आइबी बंगलो में फर्जी वर्दी पहनकर मेडिकल और टेस्ट लिया करता था। इसके एवज में युवकों से पैसे लिए जाते थे। पंकज सिंह के गिरफ्तार होने के बाद से शौकत अली फरार चल रहा था। वहीं आर्मी इंटेलिजेंस पदाधिकारी के अनुसार पंकज सिंह के गिरोह में विभिन्न राज्यों से तक 131 से अधिक लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर पैसा ले चुका है। छह राज्यों में पंकज सिंह का गिरोह था सक्रिय : आर्मी इंटेलिजेंस पदाधिकारी ने बताया कि ठगी का गिरोह छह राज्यों में सक्रिय था। जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब व हरियाणा में एजेंट तैयार किए हुए था। सभी राज्यों से दस लड़कों का एजेंट एक ग्रुप तैयार करता था। दस एजेंटों में एक लीडर होता था।

ये सभी अपने-अपने क्षेत्रों बेरोजगार युवकों को संपर्क कर सैकड़ों बेरोजगार युवकों को सेना में बहाली कराने के नाम पर पैसा अलग-अलग लोगों के माध्यम से खाते में आनलाइन ट्रांसफर कराता था।

शौकत अली ने लिखित बयान में बताया है कि वह पिता मो आशिफ अली के साथ एमइएस के क्वार्टर में परिवार के साथ रहता है। 2000 में एमईएस में नौकरी लगी। 12 वर्ष काम किया। 2015 में नामकुम ओवरब्रिज स्थित एमईएस आइबी (इंस्पेक्शन बंगलो) 2017 से पदस्थापित हुआ था। वहां पंकज सिंह से मुलाकात हुई थी।


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