पहले चरण में प्रचार के लिए केंद्र से कांग्रेस नेताओं की आमद अब नहीं
रांची झारखंड में पहले चरण का चुनाव 29 अप्रैल को है और इसके लिए प्रचार की आखिरी तारीख तक कांग्रेस के सटार प्रचारक नहीं आएंगे।
रांची : झारखंड में पहले चरण का चुनाव 29 अप्रैल को है और इसके लिए प्रचार की आखिरी तारीख 27 अप्रैल को होगी। इस बीच किसी भी वरीय नेता का यहां कार्यक्रम तय नहीं हुआ है। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि पहला चरण बगैर स्टार प्रचारकों के ही निकल जाएगा।
हालांकि राज्यस्तरीय नेताओं के सामूहिक प्रचार कार्यक्रम की संभावना बरकरार है। सभी दलों के वरीय नेता मिलकर एक फोरम पर प्रचार के लिए जुट सकते हैं।
चतरा, लोहरदगा और पलामू में महागठबंधन के नेताओं के बीच राजद के कारण दूरियां अभी भी बनी हुई है। खासकर चतरा में राजद और कांग्रेस दोनों के उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं और इस कारण यहां ढंग से प्रचार कार्यक्रम चल नहीं रहा है।
पलामू में सभी दल राजद का साथ दे रहे हैं लेकिन राजद नेता तेजस्वी के दौरे में दूसरे दलों के वरीय नेताओं को नहीं देखा गया।
इससे इस बात की संभावना बनी कि पार्टी अपने-अपने उम्मीदवारों का प्रचार अपने ही वरीय नेताओं से कराएगी।
अब रही बात महागठबंधन के साझा कार्यक्रम के आयोजन की तो इसके लिए समन्वय समिति शीघ्र ही कोई कार्यक्रम तैयार करेगी।
कांग्रेस के राज्य स्तर के स्टार प्रचारकों को मांग के अनुरूप क्षेत्रों में भ्रमण के लिए कह दिया गया है।
कीर्ति आजाद के नामांकन में रांची से जाएगी टीम
धनबाद से कांग्रेस के प्रत्याशी कीर्ति आजाद शुक्रवार को नामांकन करेंगे। उनके नामांकन में कांग्रेस से टीम भी जाएगी।
प्रदेश अध्यक्ष डा. अजय कुमार के अलावा, स्टार प्रचारक राजेश ठाकुर, राजेंद्र सिंह आदि धनबाद पहुंचेंगे। इसके अलावा कई वरीय नेता भी धनबाद पहुंचेंगे।
मन्नान मल्लिक, ददई दुबे समेत कई और नेताओं की मौजूदगी होने की संभावना है। पार्टी की उपेक्षा से छलका बलमुचू का दर्द
बोले- महागठबंधन की बैठकों की नहीं दी जाती जानकारी
जीत के लिए सभी दलों को साथ लेकर चलना होगा
- कांग्रेस कार्यकर्ता महागठबंधन की जीत हर हाल में सुनिश्चित करें
जागरण संवाददाता, घाटशिला(पूर्वी सिंहभूम) : झारखंड प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार बलमुचू ने शुक्रवार को कहा कि महागठबंधन भाजपा को हराने के लिए बना है। इसके तहत जमशेदपुर सीट पर महागठबंधन के प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन अभी तक उन्हें महागठबंधन की बैठकों की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा- वैसे मैंने अपने कार्यकर्ताओं को कहा है कि चुनाव में महागठबंधन के प्रत्याशी की जीत को हर हाल में सुनिश्चित करें। कार्यकर्ता पूरी ईमानदारी के साथ गठबंधन धर्म का पालन करें।
डॉ. बलमुचू ने कहा कि भाजपा को रोकने के लिए महागठबंधन के सभी नेताओं को एकसाथ मिलकर रणनीति बनानी होगी। तभी भाजपा को जवाब दे सकते हैं। यदि जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं के बीच दूरी बनी रहेगी तो भाजपा को इसका फायदा होगा। उन्होंने कहा कि इसबार भाजपा को देश में जनता उखाड़ फेंकेगी। जनता भाजपा के झूठे वादों को समझ चुकी हैं।
मालूम हो कि पिछले दिनों जमशेदपुर में महागठबंधन के नेताओं का जुटान हुआ था। इसमें डॉ. प्रदीप कुमार बलमुचू कहीं नजर नहीं आए थे। घाटशिला में भी जब महागठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे झामुमो प्रत्याशी चंपई सोरेन पहली बार पहुंचे तो कांग्रेस का कोई नेता नहीं पहुंचा था।
महागठबंधन के घटक दलों की बैठक आज
उधर, महागठबंधन के घटक दलों की बैठक शनिवार को घाटशिला के माझी पारगना महाल भवन में होगी। इसमें घाटशिला, गालूडीह, मुसाबनी, धालभूमगढ़ व अन्य स्थानों के तमाम गठबंधन दल के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। इसमें चंपई सोरेन की जीत की रणनीति बनेगी। घाटशिला में महागठबंधन की यह पहली बैठक होगी।