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Mining Lease Case: हेमंत सोरेन की चुनाव आयोग में आज सुनवाई... सीएम के लिए आखिरी मौका... कल बसंत सोरेन की बारी

Hemant Soren Mining Lease Case झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके छोटे भाई बसंत सोरेन की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। मंगलवार को चुनाव आयोग खनन लीज मामले में सुनवाई करेगा। हेमंत सोरेन के लिए यह आखिरी मौका आयोग ने दिया है।

By M EkhlaqueEdited By: Published: Mon, 27 Jun 2022 05:46 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jun 2022 05:48 PM (IST)
Mining Lease Case: हेमंत सोरेन की चुनाव आयोग में आज सुनवाई... सीएम के लिए आखिरी मौका... कल बसंत सोरेन की बारी
Jharkhand News पहले हेमंत फिर बसंत सोरेन की बारी... सीएम के लिए आखिरी मौका... चुनाव आयोग में मंगलवार को सुनवाई

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand CM Hemant Soren In Trouble मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्थर खनन लीज आवंटन मामले में भारत निर्वाचन आयोग मंगलवार को सुनवाई करेगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस दौरान आयोग के समक्ष उपस्थित होकर या अपने अधिवक्ता के माध्यम से अपना पक्ष रखेंगे। इससे पहले तीन बार हेमंत सोरेन के आग्रह पर निर्वाचन आयोग ने सुनवाई की तिथि आगे बढ़ाई थी। राज्यसभा चुनाव में व्यस्तता और अपने अधिवक्ता की तबीयत खराब रहने का हवाला देकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने निर्वाचन आयोग से अतिरिक्त समय की गुहार लगाई थी।

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हर हाल में दाखिल करना है आयोग में जवाब

14 जून को निर्वाचन आयोग ने निर्देश दिया था कि मामले की सुनवाई 28 जून को होगी। इस तिथि को हर हाल में जवाब दाखिल करना होगा। हेमंत सोरेन को निर्वाचन आयोग के समक्ष अपना पक्ष रखने का यह अंतिम मौका होगा। उल्लेखनीय है कि भाजपा ने राज्यपाल रमेश बैस को ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए हेमंत सोरेन ने अपने नाम के रांची के अनगड़ा में पत्थर खनन लीज लिया। भाजपा नेताओं ने दावा किया किया है कि जन प्रतिनिधित्व कानून के उल्लंघन का मामला है। इसके आधार पर हेमंत सोरेन को विधानसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराने की मांग की गई।

भाजपा ने राज्यपाल से की थी हेमंत की शिकायत

राज्यपाल रमेश बैस ने इसपर भारत निर्वाचन आयोग से मंतव्य मांगा है। इसी कड़ी में चुनाव आयोग ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को नोटिस देकर उनका पक्ष पूछा है। आयोग की ओर तीन बार हेमंत साेरेन समय मांग चुके हैं। अब आयोग ने उन्हें आखिरी मौका दिया है। अगर हेमंत सोरेन की ओर से कोई जवाब दाखिल नहीं किया गया तो आयोग अपना फैसला सुना सकता है। इस घटना पर समूचे झारखंड की निगाह बनी हुई है। अब देखना यह है कि इस बार हेमंत सोरेन खुद आयोग में पेश होकर जवाब देते हैं या वकील के माध्यम से हाजिरी लगाते हैं।

बसंत सोरेन के मामले की सुनवाई बुधवार को

उधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई विधायक बसंत सोरेन के खिलाफ भी खनन कंपनी संचालित करने की शिकायत भाजपा ने राज्यपाल रमेश बैस से की थी। इस मामले में भी राज्यपाल ने निर्वाचन आयोग का मंतव्य मांगा है। आयोग इस मामले की सुनवाई 29 जून यानी बुधवार को करेगा। भाजपा का आरोप है कि बसंत सोरेन ने चुनावी शपथपत्र में अपनी जानकारी छिपाई है। भाजपा ने चुनाव आयोग से उनकी विधानसभा सदस्यता रद करने की मांग की है।

दिल्ली में ही मौजूद हैं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

मालूम हो कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस समय दिल्ली में मौजूद हैं। वह राष्ट्रपति चुनाव के सिलसिले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और गृह मंत्री अमित शाह से मिलने गए हैं। वहां से लौटने के बाद वह ऐलान कर सकते हैं कि राष्ट्रपति चुनाव में किसे समर्थन देंगे। उनकी पार्टी के विधायक व सांसद द्रौपदी मुर्मू काे वोट देंगे या यशवंत सिन्हा को। बहरहाल, चुनाव अयोग की सुनवाई के मद्देनजर कयास लगाया जा रहा कि हेमंत सोरेन मंगलवार को चुनाव आयोग में पेश होंगे या नहीं।


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