पहले फेल, स्क्रूटनी के बाद पास, अब विवि का काट रही चक्कर
विवि की गलती से सिमडेगा कॉलेज की छात्रा पार्ट टू में हो गई थी फेल। विवि का चक्कर लगाने के बाद स्क्रूटनी में पास हो गई। अब विशेष परीक्षा आयोजित कराने के लिए फिर विवि का चक्कर लगा रही है। -शामिल नहीं हा
- विवि की गलती से सिमडेगा कॉलेज की छात्रा पार्ट टू में हो गई थी फेल
-शामिल नहीं हो सकी थी पार्ट थ्री की परीक्षा में, स्पेशल परीक्षा को लेकर है परेशान जागरण संवाददाता, रांची : रांची विवि के परीक्षा विभाग की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। सिमडेगा कॉलेज की स्नातक पार्ट टू की छात्रा लीना के एक पत्र का अंक अंकपत्र में शामिल नहीं था और उसे फेल कर दिया गया। इसके बाद परेशान लीना ने विवि मुख्यालय का काफी चक्कर लगाई, फिर स्क्रूटनी हुआ तो वह उत्तीर्ण हो गई। लेकिन तब तक पार्ट थ्री की परीक्षा हो गई और वह इसमें शामिल नहीं हो सकी। अब फिर वह स्पेशल एग्जाम के लिए विवि का चक्कर लगा रही है। परीक्षा नियंत्रक, प्रति कुलपति से लेकर कुलपति तक को विशेष परीक्षा के लिए आवेदन दी है, लेकिन समस्या का निराकरण नहीं हो रहा है। ऑनर्स के पेपर तीन में नहीं मिला था अंक
शनिवार को छात्रा रांची विवि छात्र संघ कार्यालय पहुंचकर अध्यक्ष नेहा मार्डी से अपनी व्यथा सुनाई। कहा, विवि प्रशासन उसके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। छात्रा स्नातक 2015-18 बैच में है। वर्ष 2017 में स्नातक पार्ट टू की परीक्षा में शामिल हुई थी जिसमें वह अनुत्तीर्ण हो गई थी। इसे ऑनर्स के पत्र तीन में अंक नहीं मिले थे। स्क्रूटनी के बाद इसका फिर से अंकपत्र जारी कर दिया गया था। छात्रा का कहना है कि परीक्षा विभाग की लापरवाही के कारण उसका भविष्य बर्बाद हो गया है। परीक्षाफल में संशोधन के लिए विवि मुख्यालय का एक साल तक चक्कर लगाने के बाद भी उसकी समस्या का निराकरण नहीं हो सका। इसी कारण वह 20 अप्रैल 2018 के स्नातक पार्ट तीन की परीक्षा से वंचित रह गई। 48 घंटे के भीतर समाधान नहीं तो आंदोलन : नेहा मार्डी
रांची विवि छात्र संघ के अध्यक्ष अध्यक्ष नेहा मार्डी ने कहा कि विवि प्रशासन 48 घटे के भीतर इस मामले का निपटारा करे अन्यथा छात्र संघ आंदोलन के लिए मजबूर होगा। चूंकि यह गंभीर मामला है। छात्र संघ किसी के भविष्य से खिलवाड़ होता नहीं देख सकता है।