झारखंड: उद्योगों में 50302 करोड़ का पूंजी निवेश, 69615 व्यक्तियों को मिलेगा रोजगार
Jharkhand Budget. वित्त मंत्री ने बजट सत्र में बताया कि राज्य में उद्योग पर 50,302 करोड़ का पूंजी निवेश होगा। इससे प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 69,615 व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा।
रांची, राज्य ब्यूरो। विधानसभा में बजट सत्र के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि मोमेंटम झारखंड ग्लोबल इंवेस्टर समिट-2017 के आयोजन के बाद राज्य में उद्योग पर 50,302 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश हुआ है। इससे प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 69,615 व्यक्तियों को रोजगार मिलने की संभावना है। झारखंड टेक्सटाइल पॉलिसी के फलस्वरूप 06 टेक्सटाइल कंपनियों ने प्रोडक्शन शुरू कर दिया है, जिससे 3600 लोगों को रोजगार मिला है। इस क्षेत्र में 24 अन्य औद्योगिक इकाइयों को भूमि आवंटित की गई है। इनमें प्रोडक्शन शुरू होने पर 38 हजार कुशल महिलाओं को रोजगार मिलेगा।
किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य उपलब्ध कराने के लिए पिछले चार वर्षों में 48 फूड पार्क से संबंधित उद्योग इकाइयों ने उत्पादन शुरू कर दिया है। वहीं, फूड प्रोसेसिंग में कुल 161 औद्योगिक इकाइयों को भूमि आवंटित की गई है। इन इकाइयों के स्थापित होने से किसानों को उनकी उपज का उचित बाजार मूल्य प्राप्त हो सकेगा। राष्ट्रीय हथकरघा विकास कार्यक्रम की योजना राज्य में संचालित की जा रही है, जिसके तहत 76.57 करोड़ की लागत से मेगा हैंडलूम क्लस्टर, गोड्डा की योजना का कार्यान्वयन किया जा रहा है। इस परियोजना से छह जिलों के हस्तकरघा बुनकर लाभान्वित होंगे।
उद्योग एवं रोजगार में क्या है प्लान
- वित्तीय वर्ष 2019-20 में प्राथमिक बुनकर सहयोग समितियों को सुदृढ़ करने तथा 5000 हथकरघा बुनकरों को लाभान्वित करने का लक्ष्य है।
- सूचना प्रौद्योगिकी आधारित उन्नत किस्म के तकनीकी प्रशिक्षण के लिए सी-डैक के माध्यम से अरबन हाट हजारीबाग, अरबन हाट देवघर, जिला उद्योग केंद्र लातेहार व हस्तशिल्प संसाधन केंद्र सरायकेला एवं रांची में 05 प्रशिक्षण केंद्रों में कंप्यूटर आधारित डिजाइन में प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा।
- झारखंड राज्य तसर उत्पादन में पहले स्थान पर है। लगभग 1.70 लाख से अधिक रेशम कृषक रेशम उत्पादन से संबद्ध हैं। वित्तीय वर्ष 2018-19 में अब तक तसर रेशम का उत्पादन 1076.79 मीट्रिक टन हुआ है। वित्तीय वर्ष 2019-20 में 2700 मीट्रिक टन तसर रेशम उत्पादन का लक्ष्य है।
- आगामी वित्तीय वर्ष में रीलिंग स्पीनिंग से संबंधित योजनाओं को संचालित किया जाएगा। प्री कोकुन में 10 हजार व्यक्तियों को उन्नत श्रेणी का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- वित्तीय वर्ष 2019-20 में मलबरी रेशम के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- खादी उत्पाद के विकास के लिए दुधानी, दुमका एवं राजनगर, सरायकेला-खरसांवा में खादी पार्क की स्थापना का प्रस्ताव है।
- झारखंड माटी कला बोर्ड का गठन किया गया है। वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए 856 लाख रुपये का प्रस्ताव बजट में किया गया है।