जहां सर्वाधिक अफीम की खेती, वहीं सबसे ज्यादा पत्थलगड़ी
रिपोर्ट के अनुसार जहां सर्वाधिक अफीम की खेती होती है, वहीं पर सबसे ज्यादा पत्थलगड़ी हुई है।
दिलीप कुमार, रांची। झारखंड में भोले-भाले आदिवासियों को बहला-फुसलाकर आपराधिक तत्व देश विरोधी ताकतों के प्रभाव में समानांतर सरकार की साजिश रच रहे हैं। एक फुलप्रूफ प्लान है। ये तत्व वैसे इलाके के आदिवासियों को ज्यादा भड़का रहे हैं, जहां अफीम की खेती का बड़ा स्कोप है और वहां यह व्यवसाय फल-फूल सकता है। अफीम के काले धंधे को बेरोकटोक चलाने के लिए आदिवासी हित और कथित स्वायत्तता की आड़ ली जाती है।
मकसद साफ है कि इलाके में पुलिस-प्रशासन का प्रवेश और विकास कार्य होने से धंधे पर असर पड़ता है, अत: उसे पूरी तरह से रोकने की कोशिश की जाती है। सरकार को भेजी गई विशेष शाखा की रिपोर्ट में इस गोरखधंधे का भी खुलासा किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार जहां सर्वाधिक अफीम की खेती होती है, वहीं पर सबसे ज्यादा पत्थलगड़ी हुई है। वहीं यह बोर्ड भी लगा रखा है कि ग्राम सभा की अनुमति के बगैर गांव में प्रवेश वर्जित है।
रिपोर्ट की मानें तो खूंटी जिले में ही सबसे ज्यादा पत्थलगड़ी की घटनाएं हुई हैं। खासकर उन क्षेत्रों में जिस क्षेत्रों में अफीम की खेती जोरों से हो रही है। रिपोर्ट में आशंका जताई गई है कि अफीम तस्कर ही पत्थलगड़ी करवा रहे हैं और गांवों के बाहर बैरियर लगवा दिया है ताकि कोई भी पुलिस-पदाधिकारी व बाहरी लोग गांव में प्रवेश नहीं कर पाएं।
इसकी आड़ में आसानी से अफीम की खेती कर तस्करी की जा सके। शिक्षा का प्रसार और विकास कार्य न होने देने के पीछे मंशा है कि कहीं इलाके के लोग समझदार और आर्थिक रूप से मजबूत हो गए तो वे अफीम तस्करों का विरोध शुरू कर देंगे।
खूंटी में थानावार पत्थलगड़ी से प्रभावित 42 क्षेत्र
- मुरहू :सलगा, आयुबहातु, कुदाहातु व जानुमपीड़ी।
-खूंटी :भंडरा पंचायत, सिलादोन पंचायत, कांकी, हेसाहातू, गुटुवा, लांदुप, मुरही पंचायत, डोकाड़, चामड़ी, चिकोर, तिलमा, टकरा, दुली, कुरकुट्टा, देबोडीह, बरबंदा, पोसेया, देव, सुतागड़ा, सरजमा, डाड़ीगुटू, रमता, चुकरू, जारंगा, सिरूम, जोजोहातू, चंडोर, भंडरा, ओंडरा, मरही, बारू,सिलादोन, रबंगदाग, सोदाग, रेमता, हातुदामी, करकट्टा व कोचांग क्षेत्र।
वर्ष 2017 में खूंटी पुलिस का अफीम विरोधी अभियान
-जनवरी से 29 अगस्त तक खूंटी, अड़की व मुरहू थाने में कुल 45 किलोग्राम 920 ग्राम अफीम की बरामदगी
-1550.20 एकड़ अवैध अफीम की खेती को नष्ट किया गया।
-अफीम का डोडा (चूर्ण) चार बोरा जब्त-इसके तहत 11 कांड व 31 सनहा दर्ज किए गए।
-कुल 14 लोग इस धंधे में संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार।
-खूंटी थाना क्षेत्र के इलाकों में 458.70 एकड़, मुरहू थाना क्षेत्र के इलाकों में 873 एकड़ और अड़की थाना क्षेत्र के इलाकों में 218.50 एकड़ अफीम की खेती नष्ट।
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