Jharkhand News: मानसून पूर्व किसानों को कृषि यंत्र मिलने के आसार नहीं... पंचायत चुनाव बाद पूरी होगी टेंडर प्रक्रिया
Jharkhand News झारखंड में किसानों को इस मानूसन में भी कृषि यंत्र नहीं मिलेंगे। अभी तक टेंडर की प्रक्रिया ही सरकार पूर्ण नहीं कर सकी है। कहा जा रहा कि झारखंड पंचायत चुनाव के कारण कृषि यंत्रों के वितरण की योजना अटक गई है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में मानसून से पूर्व किसानों को कृषि यंत्र मिलने के आसार कम ही नजर आ रहे हैं। झारखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की वजह से लगी आचार संहिता के कारण कृषि यंत्र वितरण की पूरी प्रक्रिया थम गई है। अब चुनाव के बाद ही इसे पूरा किया जाएगा और इस कार्य में यदि विलंब हुआ तो खरीफ से पूर्व किसानों को इस बार भी कृषि यंत्र नहीं मिल सकेंगे।
72 करोड़ की राशि जारी की गई हुई है
बता दें कि झारखंड में किसानों को आधुनिक कृषि से जोडऩे के साथ-साथ उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य में कृषि यंत्रों का वितरण किए जाने की योजना संचालित की जा रही है। गत वित्तीय वर्ष के अंतिम कार्य दिवस इस मद में 72 करोड़ की राशि जारी की गई थी।
31 मई के बाद ही शुरू होगी कवायद
अप्रैल माह में टेंडर की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी। छह-सात मई को तकनीकी बिड प्रकाशित की गई लेकिन नौ मई से राज्य में पंचायत चुनाव के कारण आचार संहिता लागू हो गई। बताया जा रहा है कि तकनीकी बिड में करीब 90 आवेदन आए हैं, लेकिन आचार संहिता लागू होने के कारण इन्हें खोला नहीं गया है। अब 31 मई के बाद यह प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।
15 जून को मानसून आने की उम्मीद
जाहिर है इसके बाद ही टेंडर की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। तकनीकी बिड के आवेदनों को खोला जाएगा और इन पर विचार किया जाएगा। इसके बाद फायनेंशियल बिड की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस प्रक्रिया में वक्त लगने की बात कही जा रही है। यहां यह भी बता दें कि राज्य में 15 जून से मानसून के आने से आसार है और इससे पूर्व कृषि यंत्रों से जुड़े काम-काज को निपटाना आसान नहीं है।
अधिकतम पांच लाख तक अनुदान दे रही राज्य सरकार
कृषि उपकरण बैंक की स्थापना में मिनी ट्रैक्टर के साथ-साथ रोटा वेटर एवं अन्य सहायक कृषि यंत्र के लिए राज्य सरकार ने पैकेज की राशि को पांच लाख से बढ़ाकर 6.25 लाख रुपये किया है। 6.28 लाख रुपये का 80 प्रतिशत या अधिकतम पांच लाख रुपये का अनुदान उपलब्ध कराए जाने का निर्णय लिया गया है। वहीं, पंप सेट के लिए व्यक्तिगत किसानों, स्वयं सहायता समूहों महिला सखी मंडल को पंप सेट व एर्चडीपीई पाइप के लिए 90 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है। पहली बार सोलर पंप सेट के लिए भी 90 प्रतिशत अनुदान देने का निर्णय लिया गया है। यह अधिकतम 90 हजार होगा।