दो हजार के 104 जाली नोटों के साथ धराया तस्कर, एटीएस ने बस स्टैंड से पकड़ा
पश्चिम बंगाल के मालदा से जाली नोट लेकर दूसरे राज्यों में सप्लाइ करनेवाले तस्कर को रांची के सरकारी बस स्टैंड से एटीएस ने पकड़ा।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड पुलिस के आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने शुक्रवार को रांची के स्टेशन रोड स्थित सरकारी बस स्टैंड से 2000 रुपये के 104 जाली नोटों (208000 रुपये) के साथ तस्कर को दबोचा है। गिरफ्तार तस्कर राजेश भुइयां हजारीबाग जिले के चरही थाना क्षेत्र के जरबा का रहने वाला है। वह पश्चिम बंगाल के मालदा से जाली नोट लेकर रांची पहुंचा ही था। वह नोट लेकर हजारीबाग के चरही जाने वाला था।
इसी दौरान उसे पकड़ा गया। राजेश इसके पहले भी जाली नोट के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। 500 व 1000 रुपये के पुराने नोट की बंदी के दौरान भी उसने जाली नोट भुनाने की कोशिश की थी, जिसके बारे में पूछताछ जारी है। उसने पुलिस को अपने गिरोह के अन्य साथियों की जानकारी दी है, जिनकी तलाश में छापेमारी तेज है।
इस मामले में राजेश भुइया के विरुद्ध एटीएस थाने में 30 नवंबर को यूएपी एक्ट व जाली नोट की तस्करी मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। एटीएस के एसपी पी. मुरुगन को गुप्त सूचना मिली थी कि पश्चिम बंगाल के मालदा से जाली नोट की खेप लेकर तस्कर रांची पहुंचने वाले हैं। इस पर एसपी पी. मुरुगन ने एटीएस के डीएसपी मनोज कुमार राय के नेतृत्व में टीम गठित की।
टीम ने स्टेशन रोड स्थित सरकारी बस स्टैंड के पास एक संदिग्ध व्यक्ति को खड़ा देखा। पूछताछ के लिए रोकने के क्रम में वह व्यक्ति भागने लगा। उसे पुलिस ने घेरकर पकड़ा और उसकी तलाशी ली। तलाशी के क्रम में उसके पास से दो-दो हजार रुपये के 104 जाली नोट व मोबाइल फोन बरामद किया गया।
बंगाल के रास्ते झारखंड पहुंचते हैं जाली नोट : जाली नोटों की बरामदगी के बाद एक बार फिर इस बात की पुष्टि हो गई है कि जाली नोटों के तस्करों का तार बांग्लादेश से जुड़ा हुआ है। पहले भी इस बात का खुलासा होता रहा है कि पाकिस्तान से बांग्लादेश के रास्ते जाली नोट बंगाल व झारखंड की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं।
बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल के मालदा में आसानी से जाली नोट पहुंचते हैं, जहां से भारत के तस्कर विभिन्न राज्यों में जाली नोट पहुंचाते हैं। इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) पहले भी कई केस टेक ओवर कर चुकी है और जांच कर रही है। जाली नोटों की तस्करी को रोकने के लिए ही झारखंड पुलिस ने संथाल परगना में साइबर थाना, साइबर डीएसपी आदि के नए कार्यालय खोले हैं।
छापेमारी में ये थे शामिल : डीएसपी मनोज कुमार राय, पुलिस इंस्पेक्टर विनोद कुमार, जमादार मनोज कुमार सिंह, सिपाही रविशंकर महतो, बलराम सिंह, अभिषेक कुमार, धनंजय महतो, हरेंद्र उरांव, सलमनी अंसारी, रामकिस्टो पूर्ति व चालक सोनू कुमार राय।