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Jharkhand ACB: एक लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ धराया इंजीनियर, गिरफ्तार

Executive Engineer Arrested For Taking Bribe. निविदा के लिए पैसे मांगने पर ठेकेदार ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग गुमला में कार्यपालक अभियंता रमेश कुमार लोहरा की शिकायत की।

By Alok ShahiEdited By: Published: Sat, 30 Mar 2019 07:42 AM (IST)Updated: Sat, 30 Mar 2019 07:42 AM (IST)
Jharkhand ACB: एक लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ धराया इंजीनियर, गिरफ्तार
Jharkhand ACB: एक लाख रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ धराया इंजीनियर, गिरफ्तार

रांची/गुमला, जेएनएन। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने शुक्रवार की शाम पेयजल एवं स्वच्छता विभाग गुमला के कार्यपालक अभियंता रमेश कुमार लोहरा (52) को एक लाख रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया। उनकी गिरफ्तारी गुमला के जशपुर रोड स्थित विभाग के कार्यालय से हुई। गिरफ्तारी के बाद एसीबी की टीम उन्हें लेकर रांची आ गई है। यह  वर्ष 2019 का एसीबी का सबसे बड़ा ट्रैप है और एसीबी रांची का पांचवा तथा एसीबी झारखंड का 17वां ट्रैप है।

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एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि शिकायतकर्ता गौतम कुमार ठेकेदार हैं। वे गुमला जिले के ही सिसई स्थित भदौली गांव के रहने वाले हैं। गौतम कुमार ने एसीबी में शिकायत में लिखा था कि उन्हें पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल गुमला से तीन ठेके मिले हुए हैं। इसकी प्राक्कलित राशि 37 लाख, पांच हजार, 880 रुपये है। तीनों ही कार्य लगभग 50 फीसद तक हो चुके हैं। इस कार्य के लिए उन्हें 12 लाख 99 हजार 796 रुपये का चेक से भुगतान भी हो चुका है।

इसके अलावा एक अन्य ठेका के लिए निविदा निकली थी, जिसमें वे शामिल हुए थे, लेकिन इन्हें वरीयता व स्थानीयता होने के बावजूद निविदा नहीं मिली। जब इस संबंध में जानने के लिए वे विभाग के कार्यपालक अभियंता रमेश कुमार लोहरा से मिले तो उन्होंने पूर्व के तीन निविदा में मिले रुपयों में से एक लाख रुपये की रिश्वत मांगी। यह भी कहा कि जब तक निविदा की लगभग 12 फीसद अग्रिम राशि नहीं देंगे, तब तक कोई भी नया ठेका वरीयता व स्थानीयता होने के बावजूद नहीं मिलेगा।

उन्होंने कहा कि एक-दो दिनों में उन्हें एक लाख रुपये देना होगा, नहीं तो पूर्व में मिले तीनों ठेका का काम रुक सकता है और आगे का भुगतान भी प्रभावित हो सकता है। शिकायतकर्ता गौतम ने इसकी सूचना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को दी। एसीबी ने सत्यापन में आरोप को सत्य पाया। इसके बाद 28 मार्च 2019 को प्राथमिकी दर्ज की और 29 मार्च को एक लाख रुपये रिश्वत लेते कार्यपालक अभियंता रमेश कुमार लोहरा को गिरफ्तार कर लिया। एसीबी पूरे मामले की छानबीन में जुटी हुई है।

सादे लिबास में पहुंची थी एसीबी की टीम, रुपये लेते ही दबोच ली
गौतम कुमार की सूचना सत्यापन के बाद एसीबी की टीम तय समय में उनके साथ शुक्रवार को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यालय में पहुंच गई थी। गौतम कार्यपालक अभियंता के कार्यालय में गए और रुपये जैसे ही कार्यपालक अभियंता के हाथ में थमाये, मौके पर पहले से जमी एसीबी की टीम उन्हें रंगे हाथ दबोच लिया। 


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