दो को छोड़कर 22 जिलों में एक साल पहले बने e-FIR थाने अब तक धरातल से दूर, लंबित पड़े 20 हजार से अधिक मामले
Jharkhand राज्य में खूंटी व रामगढ़ को छोड़कर 22 जिलों में एक साल पहले सृजित ई-एफआइआर थाने अब तक धरातल पर नहीं उतरे हैं। यही वजह है कि ई-एफआइआर पर पुलिस की जिस रफ्तार से प्रतिक्रिया की कल्पना की गई है वह नहीं हो पा रही है।
रांची, राज्य ब्यूरो: राज्य में खूंटी व रामगढ़ को छोड़कर 22 जिलों में एक साल पहले सृजित ई-एफआइआर थाने अब तक धरातल पर नहीं उतरे हैं। यही वजह है कि ई-एफआइआर पर पुलिस की जिस रफ्तार से प्रतिक्रिया की कल्पना की गई है, वह नहीं हो पा रही है। वर्तमान में झारखंड आनलाइन एफआइआर सिस्टम (जेओएफएस) पर आ रही शिकायतें संबंधित प्रक्रिया को पूरा करने में समय लग रहा है। क्योंकि जेओएफएस पर आने वाली शिकायतें संबंधित थाने में जाती है, जहां संबंधित पदाधिकारी शिकायतकर्ता से संपर्क करता है और उनकी शिकायतों की पुष्टि के साथ-साथ उनके हस्ताक्षर का मिलान भी करवाता है।
जिलों में अपना ई-एफआइआर थाना खुलने से आनलाइन शिकायतें सीधे उक्त थाने में जाएंगी, जहां प्रतिनियुक्त पदाधिकारी सिर्फ वहीं काम करेगा, उसे सामान्य थाने की तरह विधि व्यवस्था ड्यूटी आदि से कोई लेना-देना नहीं होगा। इससे शिकायतों पर समय रहते कार्रवाई होगी। जब इसके प्रति लोगों में जागरूकता आएगी तो आनलाइन शिकायतों की संख्या भी बढ़ेगी। ई-एफआइआर थाना शुरू होने से लोगों को शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने जाने की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी।
ऐसी होगी आवेदन की प्रक्रिया
ऐसा होने से कोई भी व्यक्ति घर बैठे मोबाइल से या फिर साइबर कैफे या प्रज्ञा केंद्र से अपनी शिकायत दर्ज करा देगा। इसके लिए वह व्यक्ति अपनी शिकायत में डिजिटल हस्ताक्षर करेगा और अपना पूरा नाम, पता व मोबाइल नंबर लिखेगा। ऐसा इसलिए किया गया है कि उनकी शिकायत में पुलिस को आगे की कोई जानकारी लेनी होगी तो वह आसानी से उनके मोबाइल पर संपर्क कर विस्तृत जानकारी ले सकेगी। ई-एफआइआर थाना शुरू होने से जेओएफएस पर आने वाली शिकायतों को बेहतर तरीके से समन्वय व त्वरित समाधान की दिशा में पहल होगी।
पांच साल में आईं 112269 शिकायतें
पांच साल में झारखंड आनलाइन एफआइआर सिस्टम (जेओएफएस) पर राज्यभर से कुल 112269 शिकायतें पहुंचीं। इन शिकायतों में 92070 को पुलिस ने निष्पादित कर दिया। अब भी 20199 मामले लंबित हैं। झारखंड पुलिस ने आनलाइन शिकायतों में 2986 मामलों में प्राथमिकी भी दर्ज की। झारखंड पुलिस ने थानों में दर्ज हो रहीं प्राथमिकियों को झारखंड पुलिस की वेबसाइट जेएचपुलिस डाट जीओवी डाट इन पर व्यू एफआइआर नामक लिंक से उपलब्ध करवाया है। इससे घर बैठे कोई भी नागरिक अपना एफआइआर डाउनलोड कर सकता है।