सीसीटीवी की निगरानी में होनी है परीक्षाएं, तैयारी आधी-अधूरी
जैक के मैट्रिक एवं इंटर परीक्षा की तैयारी चल रही है। सीसीटीवी पर्याप्त नहीं लग पाया है। जागरण संवाददाता, रांची : झारखंड एकेडमिक काउंसिल की कक्षा नौवीं की वार्षिक परीक्षा से
जागरण संवाददाता, रांची : झारखंड एकेडमिक काउंसिल की कक्षा नौवीं की वार्षिक परीक्षा से लेकर 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं सीसीटीवी की निगरानी में होनी है। इन सभी में राज्य भर से करीब 12 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे। नौवीं की परीक्षा 13 फरवरी से तो 10वीं व 12वीं की 20 फरवरी से होनी है। परीक्षा शुरू होने में अब केवल छह दिन बचे हैं, लेकिन सीसीटीवी लगाने की तैयारी आधी-अधूरी है। बात रांची जिला की करें तो यहां 97 परीक्षा केंद्रों में से केवल 20 में ही सीसीटीवी कैमरा लगा है। इतना ही नहीं इन 97 केंद्रों में 1868 कैमरे लगने हैं, इसमें अभी केवल 208 लगा है। पूरे राज्य में जैक की ओर से 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा के लिए 1200 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। बड़ा सवाल यह है कि यदि राजधानी के परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी लगाने का हाल ऐसा है तो राज्य की स्थिति का अनुमान लगाया जा सकता है। जैक ने पूछा था कितना चाहिए सीसीटीवी
जैक ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी से जिले के परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी की स्थिति का ब्योरा मांगा था। साथ ही कहा था कि कितने केंद्रों पर कितने सीसीटीवी की जरूरत है, इसका प्रस्ताव भेजें ताकि वहां सीसीटीवी लगाया जा सके। रांची जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से बीते 18 जनवरी को ही इस संबंध में प्रस्ताव भेज दिया गया है। इसमें 97 केंद्रों पर 1868 कैमरे लगाने का प्रस्ताव है। शुरू हो गई है प्रायोगिक परीक्षा
नौवीं की परीक्षा 13 व 14 फरवरी को है। इसमें राज्य भर से 4 लाख 5 हजार 787 परीक्षार्थी शामिल होंगे। वहीं 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 4 लाख 39 हजार 892 और इंटर में 3 लाख 14 हजार 832 परीक्षार्थी हैं। इधर 10वीं और 12वीं की प्रायोगिक परीक्षा चार फरवरी से शुरू हो गई है जो 18 फरवरी तक चलेगी।
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इन स्कूलों का डाउनलोड नहीं हो रहा प्रवेशपत्र
जैक की आठवीं बोर्ड की परीक्षा 11 फरवरी को निर्धारित है। रांची के दो स्कूलों रामलखन सिंह यादव उवि कोकर और श्रद्धानंद सेवाश्रम रातू रोड के छात्र-छात्राओं का प्रवेशपत्र डाउनलोड नहीं हो रहा है। जैक ने कहा है कि जिस विद्यालय ने रजिस्ट्रेशन फार्म में सटीक यू-डायस कोड, ब्लॉक कोड या डिस्ट्रिक कोड नहीं भरे होंगे उनका रजिस्ट्रेशन प्रोसेस नहीं हो पाया। ऐसे विद्यालयों के लिए खाली प्रवेशपत्र उपलब्ध कराया जाएगा। इस प्रवेशपत्र को पूरी तरह भर कर प्राचार्य हस्ताक्षर करते हुए मुहर लगाकर छात्रों को उपलब्ध कराएंगे। इसकी सूचना डीईओ को भी देनी है।