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हर दिन रोजगार की तलाश में रांची जाते हैं युवा, कई बेकाम लौटते हैं

सिल्ली विधान सभा के जोन्हा प्रक्षेत्र के पाच पंचायतों में जनता पिछले पाच सालों से लटका है। चुनावी चौपाल में लोगों ने कहा कि बेरोजगारी मुख्य समस्या है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 28 Nov 2019 07:13 PM (IST)Updated: Thu, 28 Nov 2019 07:13 PM (IST)
हर दिन रोजगार की तलाश में रांची जाते हैं युवा, कई बेकाम लौटते हैं
हर दिन रोजगार की तलाश में रांची जाते हैं युवा, कई बेकाम लौटते हैं

संवाद सूत्र, अनगड़ा: सिल्ली विधान सभा के जोन्हा प्रक्षेत्र के पाच पंचायतों में जनता पिछले पाच सालों से विकास की बाट जोहती रही। रोजगार के अभाव में प्रतिदिन हजारों महिला और पुरुष मजदूर काम की तलाश में राची आ जाते हैं। हजारों मजदूरों का पलायन झारखंड सहित अन्य राज्यों में ईट भट्ठा के मजदूर के रूप में हो चुका है। अनगड़ा प्रखंड के पाच पंचायत का 31 बूथ सिल्ली विस क्षेत्र में आता है। मतदाता लगभग 19 हजार हैं। पाच साल पूर्व जो समस्या थी, आज भी वह बनी है। जोन्हा प्रक्षेत्र की प्रमुख समस्याओं में सिंचाई के लिए राढ़ू जलाशय का निर्माण, हेसलाबेड़ा रोड नहीं बन पाना है। जोन्हा में प्लस टू हाई स्कूल का अभाव, जोन्हा बिजली पावर स्टेशन का नहीं बनना, राची-मुरी मार्ग का नहीं बनना भी लोगों को खटकता है।

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हालाकि इन पाच सालों के दौरान कई काम हुए भी। 22 सालों से लंबित जीदू पथ बन गया। तोड़ाग में दो दशक बाद भूमि विवाद के कारण लंबित पथ को बनाया जा सका। आजादी के बाद पहली बार बरवादाग में चीपीडीह होलंग पथ को बनाया जा सका। कई जगह पर पेयजल की व्यवस्था की गयी।

टाटी के शकर बेदिया बताते हैं कि शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर किये जाने की जरूरत थी, लेकिन नहीं हो सका। आसपास के एक दर्जन से अधिक पंचायत का सेंटर जोन्हा है, लेकिन प्लस टू स्कूल के अभाव में सभी बच्चों को पढ़ाई के लिए राची या टाटीसिलवे आना पड़ता है। व्यवसायी सूरज साहू बताते हैं, पाच सालों में रोजगार सृजन का कोई प्रयास नहीं हुआ। प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में मजदूर काम की तलाश में राची जाते हैं। काम नही मिलने पर बैरंग लौटना पड़ता है। हजारों की संख्या में विभिन्न गावों से मजदूरों का पलायन हो चुका है। सुरेश प्रजापति बताते हैं, जोन्हा इलाके में पिछले पाच सालों से विकास ठप्प पड़ा हुआ है। विकास करना तो दूर, पाच वर्ष पूर्व बनाये गये सड़कों की मरम्मत नहीं हो सकी। सामाजिक कार्यकर्ता रिझुवा मुंडा बताते हैं, एक सामान्य विधायक जितना हो सकता था, उसी में बेहतर करने का प्रयास किया। स्वयं खड़े होकर वर्षो से लंबित कई पथों का निर्माण पूर्ण कराया। जोन्हा के समाजसेवी दिनेश प्रजापति बताते हैं, लगातार प्रयासों के बाद भी जोन्हा में बिजली पावर स्टेशन नही बन पाया। जबकी इसके लिए सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी थी। सब स्टेशन के अभाव में जोन्हा इलाके में हमेशा बिजली की समस्या बनी रहती है।


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