मैट्रिक व इंटर की कॉपियों का मूल्यांकन अब एक अप्रैल से
रांची झारखंड एकेडमिक काउंसिल की मैट्रिक व इंटरमीडिएट की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन टल गया है। अब एक अप्रैल से मूल्यांकन किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, रांची : झारखंड एकेडमिक काउंसिल की मैट्रिक व इंटरमीडिएट की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन अब 1 अप्रैल से होगा। शुक्रवार से मूल्यांकन शुरू होना था, लेकिन कई सेंटरों पर परीक्षकों ने इसका विरोध किया। इसके बाद दोपहर में जैक सचिव महीप सिंह ने मूल्यांकन को स्थगित करते हुए 1 अप्रैल से मूल्यांकन कराने का निर्देश सभी आरडीडीई, डीइओ व केंद्र निदेशक को दिया। सचिव ने कहा कि सभी स्कूल व कॉलेजों को बंद करते हुए बैठकों व कार्यशाला आदि पर सरकार के स्तर से रोक लगा दी गई है। ऐसी स्थिति में मूल्यांकन कराया जाना हितकर नहीं होगा।
मूल्यांकन केंद्र में अव्यवस्था पर भड़के परीक्षक
रांची में मैट्रिक व इंटर के मूल्यांकन के लिए 14 केंद्र बनाए गए हैं। शुक्रवार को मूल्यांकन केंद्र पर परीक्षक जुटे, लेकिन झारखंड माध्यमिक संघ व झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ के तत्वाधान में शिक्षकों ने मूल्यांकन का बहिष्कार किया। जिला स्कूल, संत अन्ना, संत पॉल, गवर्मेट गर्ल्स बरियातू जैसे केंद्रों पर शिक्षकों ने मूल्यांकन का बहिष्कार किया। एक कक्ष में बैठाए गए थे 40 से 50 परीक्षक
संत माग्र्रेट सेंटर पर मूल्यांकन शुरू हुआ। लेकिन थोड़ी ही देर में शिक्षकों ने सेंटर पर अव्यवस्था की बात कह मूल्यांकन से इन्कार कर दिया। यहां एक कक्ष में 40-50 परीक्षकों को बैठाया गया था। शौचालय की स्थिति ठीक नहीं थी। हैंडवाश भी नहीं था। इसी का शिक्षकों ने विरोध किया। केंद्र निदेशक की सूचना पर डीइओ मिथिलेश कुमार सिन्हा पहुंचे और शिक्षकों को समझाया। इधर जिला स्कूल केंद्र पर अच्छी व्यवस्था दिखी। संघ ने कहा-शिक्षक नहीं जाएं स्कूल
झारखंड माध्यमिक शिक्षक संघ की बैठक प्रदेश महासचिव गंगा प्रसाद यादव की अध्यक्षता में हुई। इसमें कहा गया कि जब ेस्कूल-कॉलेज सब बंद है तो शिक्षकों को स्कूल जाने का कोई मतलब नहीं है। इससे कोरोना का खतरा बढ़ेगा ही। संघ ने डीइओ से मांग की कि वे इस संबंध में निर्देश दें। साथ ही शिक्षकों से स्कूल नहीं जाने को कहा। बैठक में वीणा सिंह, ब्यूटी कुमारी, संजू सिंह, श्वेता रानी, डॉ. अद्धैत चैतन्य, धनंजय सिंह सहित अन्य थे।