जुलाई से होगा झारखंड मुक्त विश्वविद्यालय में नामांकन, कुलपति की नियुक्ति प्रक्रिया भी शुरू
Ranchi News राज्यपाल की विधेयक पर स्वीकृति मिलने के साथ ही राज्य में झारखंड राज्य मुक्त विश्वविद्यालय अधिनियम 2021 लागू हो गया है। झारखंड विधानसभा में पिछले वर्ष के मानसून सत्र में इससे संबंधित विधेयक पारित हुआ था।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड राज्य मुक्त विश्वविद्यालय में जुलाई माह से नामांकन शुरू हो सकता है। राज्य सरकार इस विश्वविद्यालय में दूरस्थ माध्यम से पढ़ाई शुरू करने की दिशा में में तेजी से काम कर रही है। इस कड़ी मे विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। राज्यपाल सह कुलाधिपति रमेश बैस द्वारा गठित सर्च कमेटी ने कुलपति पद पर नियुक्ति के लिए 14 फरवरी तक आनलाइन आवेदन मांगे हैं।
राज्यपाल की स्वीकृति के बाद लागू हो चुका है विश्वविद्यालय अधिनियम
इससे पहले, राज्यपाल की विधेयक पर स्वीकृति मिलने के साथ ही राज्य में झारखंड राज्य मुक्त विश्वविद्यालय अधिनियम, 2021 लागू हो गया है। झारखंड विधानसभा में पिछले वर्ष के मानसून सत्र में इससे संबंधित विधेयक पारित हुआ था। राज्य सरकार इस विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए पांच करोड़ रुपये वन टाइम ग्रांट उपलब्ध कराएगी। इसके बाद यह विश्वविद्यालय अपने खर्च से संचालित होगा। पाठ्यक्रमों की मान्यता का प्रस्ताव विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को भेजा जा रहा है। इस मुक्त विश्वविद्यालय में दूरस्थ माध्यम से स्नातक, स्नातकोत्तर के अलावा सर्टिफिकेट कोर्स तथा रोजगार और कौशल विकास से संबंधित भी कई कोर्स संचालित होंगे।
कुलपति नियुक्ति के लिए प्रतिष्ठित शिक्षाविद के साथ दस वर्ष का अनुभव जरूरी
झारखंड राज्य मुक्त विश्वविद्यालय में कुलपति पद पर नियुक्ति के लिए प्रतिष्ठित शिक्षाविद के साथ-साथ किसी विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में दस वर्षों तक कार्य करने का अनुभव जरूरी है। किसी अकादमिक या शोध संस्थान में समकक्ष पद पर दस वर्षों का अनुभव रखनेवाले शिक्षाविद भी आवेदन दे सकते हैं। अभ्यर्थी की उम्र 65 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। नियुक्ति के लिए आनलाइन आवेदन झारखंड राजभवन डाट एनआइसी डाट इन या झारखंड यूनिवर्सिटीज डाट एनआइसी डाट इन पोर्टल के माध्यम से किए जाएंगे।
पैनल से राज्यपाल करेंगे नियुक्ति
कुलपति की नियुक्ति के लिए सर्च कमेटी पैनल तैयार कर राज्यपाल सह कुलाधिपति को भेजेगी। राज्यपाल उस पैनल से सबसे योग्य अभ्यर्थी की नियुक्ति कुलपति के पद पर करेंगे।