सीबीआइ के बाद ईडी ने भी बीसीसीएल के अफसरों पर दर्ज की प्राथमिकी
Jharkhand. जाली दस्तावेज पर बीसीसीएल धनबाद को 22.16 करोड़ का चूना लगाने का मामला। बीसीसीएल धनबाद के पूर्व जीएम पीके दुबे हैं आरोपित।
रांची, राज्य ब्यूरो। फर्जी दस्तावेज तैयार कर, जालसाजी के माध्यम से बीसीसीएल धनबाद को 22.16 करोड़ रुपये का चूना लगाने के आरोपित बीसीसीएल के तत्कालीन अधिकारियों पर अब प्रवर्तन निदेशालय ने भी प्राथमिकी दर्ज की है। इससे पूर्व गत वर्ष 03 जनवरी को सीबीआइ की धनबाद स्थित भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भी आरोपित अधिकारियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की थी। जालसाजी का यह मामला 2015-2018 के बीच का है।
बीसीसीएल ने अविनाश ट्रांसपोर्टिंग-लिब्रा बीपीएल नामक ज्वाइंट वेंचर आउटसोर्सिंग कंपनी को बस्ताकोला एरिया की चांद कुईयां ओपन कास्ट प्रोजेक्ट से कोयला खनन का ठेका सौंपा था। वहां तत्कालीन जीएम सहित अन्य अधिकारियों की मिलीभगत से मेजरमेंट बुक, रिकार्ड बिल में फर्जी बिल के जरिए एटी-लिबरा बीपीएल कंपनी के प्रतिनिधि राहुल सिंह ने 22.16 करोड़ का अवैध भुगतान ले लिया। इस भुगतान को हासिल करने के लिए आउटसोर्सिंग कंपनी ने 35 लाख 30 हजार 769 क्यूबिक मीटर ओवरबर्डेन (ओबी) हटाने के लिए जाली बिल प्रस्तुत किया। अब प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी इस घोटाले की जांच करेंगे।
इनपर दर्ज की गई है प्राथमिकी
- पीके दुबे : तत्कालीन महाप्रबंधक, बस्ताकोला एरिया, बीसीसीएल, धनबाद।
- एके झा : तत्कालीन एजीएम, बस्ताकोला एरिया, बीसीसीएल, धनबाद।
- एमके सिंह : तत्कालीन एरिया सर्वे अफसर, बस्ताकोला एरिया, बीसीसीएल, धनबाद।
- बीके झा : तत्कालीन परियोजना अधिकारी, कुईया ओपन कास्ट प्रोजेक्ट, बस्ताकोला एरिया, बीसीसीएल, धनबाद।
- एनसी घोष : तत्कालीन कोलियरी मैनेजर, कुईया ओपन कास्ट प्रोजेक्ट, बस्ताकोला एरिया, बीसीसीएल, धनबाद।
- अरुण कुमार : तत्कालीन कोलियरी मैनेजर, कुईया ओपेन कास्ट प्रोजेक्ट, बस्ताकोला एरिया, बीसीसीएल, धनबाद।
- ललन कुमार सिंह : तत्कालीन कोलियरी सर्वेयर, कुईया ओपन कास्ट प्रोजेक्ट, बस्ताकोला एरिया, बीसीसीएल, धनबाद।
- मेसर्स एटी-लिबरा : लिबरा हुंडई, बैंक मोड़, धनबाद। प्रतिनिधि राहुल सिंह।
- अन्य अज्ञात।