अब कैटरर को शादी की बुकिंग के पहले लेना होगा वर-वधू का जन्म प्रमाणपत्र
बाल विवाह रोकने को अब शादी में खाना बनाने वाले कैटरर या शादी का कार्ड बनाने वाले बुकिंग से पहले वर और वधू का जन्म प्रमाण पत्र लेने के बाद ही शादी में अपनी बुकिंग सुनिश्चित कराएंगे।
रांची, जासं। राजधानी रांची में नाबालिगों की शादी पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन ने एक नई पहल शुरू की है। अब शादी में खाना बनाने वाले कैटरर या शादी का कार्ड बनाने वाले बुकिंग से पहले वर और वधू का जन्म प्रमाण पत्र लेने के बाद ही शादी में अपनी बुकिंग सुनिश्चित कराएंगे। इससे वर-वधू के बालिग या नाबालिग होने का पता चल सकेगा। यह सलाह सोमवारो को रांची के चाइल्ड लाइन के सिटी एडवाइजरी बोर्ड की बैठक में शामिल पदाधिकारियों ने दी है।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे उप विकास आयुक्त अनन्य मित्तल ने इस संबंध में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुमन सिंह को दिशा-निर्देश भी दिया। इस दौरान बैठक में शामिल सीडब्ल्यूसी, चाइल्ड लाइन व डीपीसीयू के प्रतिनिधियों ने बताया कि कई दफा बच्चे को रेस्क्यू के दौरान पुलिस का सहयोग नहीं मिलता है। उप विकास आयुक्त ने कहा कि इस संबंध में पुलिस डिपार्टमेंट से बातचीत होगी।
मानसिक तौर पर कमजोर बच्चों को सामान्य बच्चों के साथ नहीं रखने की बात उठाई गई। इसके लिए अलग से व्यवस्था होनी चाहिए। उनका कहना था कि रिनपास में इसकी सुविधा होनी चाहिए। उप विकास आयुक्त ने कहा कि सीएसआर फंड के तहत उनके लिए अलग से व्यवस्था की जा सकती है। बैठक में बच्चों की काउंसलिंग के लिए रिनपास से काउंसलर की मांग की गई।
काउंसलर की व्यवस्था होने से बच्चों को इसका लाभ मिलेगा। कुछ पदाधिकारियों का कहना था कि बच्चों के रेस्क्यू के दौरान श्रम विभाग का सहयोग नहीं मिलता है। इस मामले को गंभीरता से लेना होगा। उप विकास आयुक्त ने निर्देश दिया कि टीम वर्क से ही इस दिशा में काम हो सकता है। इस लिए सभी विभागों का एक-दूसरे के बीच समन्वय होना जरूरी है।