बिजली विभाग ने एक महीने में 78 करोड़ रुपये वसूले, 7439 बकाएदारों की बिजली काटी Ranchi News
Jharkhand News Power Supply झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के द्वारा शहरी इलाकों में बकाया बिजली की वसूली के लिए रेवेन्यू कलेक्शन गैंग बनाया गया है। शहर के छह जोन में 68 गैंग बकाया बिजली बिल की वसूली कर रहे हैं।
रांची, जासं। बिजली का बिल नहीं जमा करने वालों के विरुद्ध बिजली विभाग ने अभियान शुरू कर दिया है। इस अभियान के तहत विभाग ने रांची में जुलाई माह में 78 करोड़ रुपये बकाये की बड़ी वसूली की है। इसके साथ ही 7439 बकाएदारों की बिजली भी काटी गई है। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के द्वारा शहरी इलाकों में बकाया बिजली की वसूली के लिए रेवेन्यू कलेक्शन गैंग बनाया गया है। शहर के छह जोन में 68 गैंग बकाया बिजली बिल की वसूली कर रहे हैं।
इसके तहत केंद्रीय रांची में 12, कोकर में 12, डोरंडा में 12, रांची पूर्वी में 14, रांची पश्चिम में 12 और न्यू कैपिटल एरिया में 8 गैंग बकाया वसूली का काम कर रहे हैं। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के रांची एरिया बोर्ड ने जुलाई में 72.14 करोड़ रुपये की वसूली की है। जबकि विद्युत आपूर्ति अंचल में 5.89 करोड़ रुपये की वसूली की गई है। जून महीने में रांची बोर्ड के द्वारा 63.57 करोड़ रुपये की वसूली की गई थी।
9 जुलाई से कर्मी करेंगे हड़ताल
झारखंड राज्य बिजली कामगार यूनियन ने तय किया है कि 9 अगस्त से कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। यूनियन के प्रदेश महामंत्री रामकृष्ण सिंह ने बताया कि 8 अगस्त 2000 को हुए समझौते में तय हुआ था कि बिहार की तरह कर्मचारियों को 6 प्रतिशत विशेष ऊर्जा भत्ता 24-7 ड्यूटी को देखते हुए भुगतान किया जाएगा। साथ ही यह भी कहा गया था कि 300 करोड़ रुपये राजस्व की वसूली होने पर बकाया का भुगतान कर दिया जाएगा।
मजदूरों ने खून पसीना एक कर 425 करोड़ का राजस्व दिया। लेकिन समझौते के अनुसार राशि नहीं मिली। इसके अलावा भी कई बेनिफिट्स मजदूरों को दिया जाना था। अभी कई बार बातचीत करने के बाद भी इस पर कार्यवाही नहीं की गई। रामकृष्ण सिंह ने बताया कि हड़ताल का प्रभाव कोयला खदान, छोटे-बड़े उद्योग, पानी, अस्पताल, रेलवे पर पड़ेगा। इसका जिम्मा प्रबंधन पर होगा।