झारखंड के 80 IAS ने नहीं सौंपा संपत्ति का ब्योरा, कई बड़े अफसर डिफाल्टर, देखें लिस्ट
Indian Administrative Service. झारखंड के 132 आइएएस अधिकारी में से अभी तक महज 52 आइएएस अफसरों ने अपनी संपत्ति का हिसाब-किताब दिया है। इनमें वरीय अफसर ज्यादा हैं।
रांची, [प्रदीप सिंह]। हर बात में कायदे-कानून की दुहाई देने वाले अफसरान खुद सरकार द्वारा बनाए गए नियम को तवज्जो नहीं देते। केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय का सख्त निर्देश है कि हर वर्ष अखिल भारतीय सेवाओं के अधिकारी अपनी अचल संपत्ति का ब्यौरा राज्य सरकार के माध्यम से केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय को देंगे लेकिन झारखंड कैडर के ज्यादातर भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी डिफाल्टर की सूची में हैं।
स्थिति यह है कि 132 आइएएस अधिकारियों में से महज 52 अफसरों ने अबतक अपनी संपत्ति का ब्यौरा सौंपा है। डिफाल्टर की लिस्ट में ज्यादातर वरीय अधिकारी शुमार हैं जबकि अपेक्षाकृत नए अधिकारियों ने ब्यौरा सौंप दिया है। सख्त नियमों के बावजूद हर वर्ष शतप्रतिशत अधिकारी संपत्ति का ब्यौरा नहीं सौंपते। हालांकि यह ट्रेंड राष्ट्रीय हैं और केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय अफसरों की इस लापरवाह प्रवृति से जूझ रहा है। केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय इस बाबत लगातार राज्य सरकारों को सचेत करता है लेकिन अधिकारी रिमाइंडर मिलने के बावजूद सचेष्ट नहीं होते।
इन आइएएस अफसरों ने सौंपा ब्यौरा
अनिल कुमार राय, अनिल कुमार सिंह, दिलीप कुमार टोप्पो, गणेश कुमार, इकबाल आलम अंसारी, रमाकांत सिंह, रामलखन प्रसाद गुप्ता, शिशिर कुमार सिंह, राजीव गौबा, डीके तिवारी, इंदुशेखर चतुर्वेदी, अलका तिवारी, अरुण कुमार सिंह, एमएस भाटिया, सुरेंद्र सिंह, राजीव अरुण एक्का, नितिन मदन कुलकर्णी, विनय कुमार चौबे, पूजा सिंघल, अमिताभ कौशल, भगवान दास, शुभ्रा वर्मा, प्रवीण कुमार टोप्पो, विजय कुमार सिंह, दिलीप कुमार झा, के रवि कुमार, राजीव कुमार, रमेश कुमार दुबे, मनोज कुमार, कामेश्वर प्रसाद सिंह, मुकेश कुमार, अबू इमरान, अमीत कुमार, मंजूनाथ भजंत्री, राय महिमापत रे, राजेश्वरी बी, भुवनेश प्रताप सिंह, संदीप सिंह, आकांक्षा रंजन, सूरज कुमार, भोर सिंह यादव, फैज अक अहमद मुमताज, अंजलि यादव, माधवी मिश्रा, रामनिवास यादव, जितेंद्र डूडी, करण सत्यार्थी, कुमार ताराचंद, प्रेरणा दीक्षित, शशि प्रकार सिंह, उत्कर्ष गुप्ता।
ज्यादातर रहे डिफाल्टर, आंकड़ा देखिए
वर्ष कितने अफसरों ने जमा किया आइपीआर
2018 - 125
2017 - 132
2016 - 103
2015 - 99
2014 - 84
2013 - 76
2012 - 69
2011 - 61
संपत्ति का ब्योरा देने से बचते रहे हैं झारखंड के अधिकारी
-हर साल जनवरी में दाखिल करना है अखिल भारतीय सेवाओं के अफसरों (आइएएस, आइपीएस व आइएफएस) को अचल संपत्ति का ब्यौरा।-राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसरों के साथ-साथ हर पदाधिकारी-कर्मी को सौंपना है राज्य सरकार को संपत्ति का ब्यौरा।-संपत्ति का ब्यौरा नहीं देने पर वेतन वृद्धि, प्रोन्नति पर रोक तक के प्रावधान। सर्विस बुक में भी दर्ज होगा मामला।