मंगोलिया में पूर्व पीएम वाजपेयी के नाम से स्थापित हो रहा शिक्षण संस्थान
भारत में मंगोलिया के राजदूत गोंचिग गोनबोल्ड ने ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट में सेक्टोरल सेमिनार के दौरान कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर शिक्षण संस्थान खोलेंगे।
रांची, राज्य ब्यूरो। मंगोलिया में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर शिक्षण संस्थान स्थापित हो रहा है। भारत में मंगोलिया के राजदूत गोंचिग गोनबोल्ड ने ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट में सेक्टोरल सेमिनार के दौरान यह जानकारी दी। कहा, इस संस्थान में झारखंड के युवा भी अच्छी शिक्षा ले सकते हैं। मंगोलिया के राजदूत ने कहा कि भारत और मंगोलिया में काफी समानताएं हैं।
भारत हमारे दिलों के करीब है। सास्कृतिक आदान-प्रदान के कारण दोनों देशों के रिश्ते मजबूत हुए हैं। 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मगोलिया में द्विपक्षीय वार्ता की, जिससे दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ा। कहा कि मंगोलिया के आसपास बड़े-बड़े बाजार हैं जहा फूड इंडस्ट्री के क्षेत्र में काम कर सकते हैं। आइटी और संचार के क्षेत्र में दोनों देश मिलकर काम कर सकते हैं।
बताया कि जून 2018 में असम के किसानों को मंगोलिया बुलाया गया और उन्हें उपजाऊ मिट्टी के बारे में जानकारी दी गई। चीन का प्रतिनिधित्व कर रहे ली बाइजुंग ने कहा, सितंबर 2017 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ देश में कृषि क्षेत्र में विकास पर बातचीत हुई जिसमें दोनों देशों ने इस क्षेत्र में साथ काम करने की बात कही है। कहा, मेक इन इंडिया के तहत कई मोबाइल कंपनियों ने भारत में अपना व्यापार शुरू किया है। इसमें काफी बेहतर काम हुआ है।
फिलिपींस के प्रतिनिधि अरविंद आरडी लियोन ने कहा कि उनकी सरकार कृषि को प्राथमिकता दे रही है। किसानों को शिक्षित कर रही है। कृषि के क्षेत्र में नई तकनीक और सौर ऊर्जा का इस्तेमाल कर रहे हैं। कृषि की जानकारी देने हेतु एप भी तैयार किया गया है। दोनों देशों में टेक्नोलॉजी सेक्टर में काम हो रहा है। इससे पहले, सेमिनार में कहा गया कि झारखंड दूसरे देशों की नई तकनीकों को सीखने का लगातार प्रयास कर रहा है।
चीन तथा फिलिपींस ने हार्टीकल्चर में बड़ी उपलब्धि पाई है। मंगोलिया ने डेयरी के क्षेत्र में बेहतर किया है। फिलिपींस ने महिला किसानों को बढ़ावा देने के क्षेत्र में कार्य किया। इन बेस्ट प्रैक्टिसेज को झारखंड भी लागू करेगा। ग्लोबल एग्रीकल्चर एंड फूड समिट के सेक्टोरल सेमिनार में पार्टनर कंट्री सेशन में ये बातें राज्य के पदाधिकारियों ने कहीं।