शिक्षा सचिव हुए नाराज, आवासीय विद्यालयों में नहीं भरीं सारी सीटें
रांची, राज्य ब्यूरो। राज्य में पिछले साल खोले गए समर्थ आवासीय विद्यालयों में शत-प्रतिशत सीटों पर नामांकन नहीं हो सका है। शिक्षा सचिव एपी सिंह ने इस पर नाराजगी प्रकट करते हुए संबंधित उपायुक्तों को शीघ्र ही प्रत्येक विद्यालयों में शत-प्रतिशत सौ सीटों पर नामांकन सुनिश्चित करने को कहा है।
रांची, राज्य ब्यूरो। राज्य में पिछले साल खोले गए समर्थ आवासीय विद्यालयों में शत-प्रतिशत सीटों पर नामांकन नहीं हो सका है। शिक्षा सचिव एपी सिंह ने इस पर नाराजगी प्रकट करते हुए संबंधित उपायुक्तों को शीघ्र ही प्रत्येक विद्यालयों में शत-प्रतिशत सौ सीटों पर नामांकन सुनिश्चित करने को कहा है। उन्होंने कहा है कि नक्सल प्रभावित परिवार के बच्चों, ट्रैफिकिंग के शिकार बच्चों तथा अनाथ बच्चों के लिए खोले गए इन विद्यालयों में शत-प्रतिशत नामांकन नहीं हो पाना खेद का विषय है।
केंद्र के सहयोग से खोले गए इन आवासीय विद्यालयों में कुल दो हजार सीटें हैं, जिनमें 1,231 बच्चों का नामांकन हुआ है। इस तरह 341 सीटें खाली रह गई हैं। समीक्षा में यह बात सामने आई है कि रांची के ओरमांझी में कस्तूरबा गांधी विद्यालय कैंपस में खोले गए समर्थ आवासीय विद्यालय में सौ सीटों के विरुद्ध महज 46 छात्राओं का नामांकन हुआ है। इसी तरह लातेहार में महज 47 छात्रों का नामांकन हुआ। गिरिडीह के मॉडल स्कूल कैंपस में खोले गए आवासीय विद्यालय में तो महज 34 छात्रों का नामांकन हुआ। पोड़ैयाहाट, गोड्डा में खोले गए आवासीय विद्यालय में 79 छात्रों का नामांकन हुआ।
बता दें कि सभी विद्यालयों के लिए सौ-सौ सीटें निर्धारित हैं। हालांकि कई स्कूल ऐसे भी हैं जहां शत-प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित हुआ है। ऐसे विद्यालयों की संख्या आठ है। शिक्षा सचिव ने रांची समेत गढ़वा, कोडरमा, सरायकेला-खरसावां, गोड्डा, गिरिडीह, पश्चिमी सिंहभूम तथा लातेहार के उपायुक्तों को पत्र भेजकर सभी स्कूलों में शत-प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करने को कहा है।
गढ़वा व कोडरमा में अभी तक एक भी नामांकन नहीं : गढ़वा तथा कोडरमा में एक-एक नया आवासीय विद्यालय संचालित किया जाना है, जिसमें अभी तक एक भी नामांकन नहीं लिया गया है। शिक्षा सचिव ने शीघ्र ही इन दोनों जिलों में भवन की व्यवस्था कर नामांकन सुनिश्चित करने को कहा है।