नेता-नक्सली और अपराधियों की काली कमाई पर ईडी की नजर, एक साल में सैकड़ों करोड़ की संपत्ति जब्त
ईडी ने पूर्व विधायक एनोस एक्का की 150 करोड़, गैंगस्टर अखिलेश की 71 करोड़, पूर्व आइएएस प्रदीप कुमार की 10 करोड़ की संपत्ति जब्त की है।
रांची, दिलीप कुमार। झारखंड में इन दिनों प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) रेस है। लगातार किसी न किसी मामले में काली कमाई से बनाई गई संपत्ति पर कब्जे की कार्रवाई से ईडी सुर्खियों में है। इस तरह की अकूत संपत्ति बनाने वालों को लगातार झटके मिल रहे हैं। सिर्फ इसी वर्ष (जनवरी-2018 से अब तक) ईडी ने नेता, नक्सली, अपराधियों की कई सौ करोड़ की संपत्ति पर कब्जा किया।
सरकारी संपत्ति घोषित करते हुए बोर्ड-नोटिस चस्पा किया, फ्लैट घर को सील किया। जो बड़ी जब्तियां हुई हैं उनमें पूर्व विधायक एनोस एक्का की 150 करोड़, गैंगस्टर अखिलेश की 71 करोड़, पूर्व आइएएस प्रदीप कुमार की 10 करोड़ की संपत्ति शामिल है। ईडी का यह 'ऑपरेशन क्लीन' सफल हो, इसके लिए इसके वरिष्ठ अधिकारी आए दिन झारखंड में कैंप करते दिखे।
पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समन्वय पर बैठकें की, उनका सहयोग लिया और जब्ती की कार्रवाई की। झारखंड पुलिस को भी प्रशिक्षण दिया, जिसके चलते झारखंड पुलिस ने भी अपने स्तर से अब तक 21 नक्सलियों की संपत्ति की जब्ती की कार्रवाई पूरी की है। गत माह ही ईडी की बैठक में इस अभियान को और तेज करने पर जोर दिया गया है, ताकि भ्रष्टाचार की कमाई पर सरकारी संपत्ति की मुहर लगाई जा सके।
संपत्ति जब्ती के कुछ बड़े मामले : - डा. प्रदीप कुमार, पूर्व आइएएस अधिकारी : राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में करोड़ों के घोटाले के मामले में मनी लाउंड्रिंग एक्ट के तहत जांच के दौरान ईडी ने डा. प्रदीप कुमार की करोड़ों की संपत्ति जब्त की थी। जब्त संपत्ति में डा. प्रदीप कुमार के नाम से रांची के जैक्सन प्लाजा में एक फ्लैट (नंबर 205), उदयपुर में एक घर, भाई राजेंद्र कुमार के नाम से बेंगलुरु में एक प्लॉट, नंदलाल व श्यामल चक्रवर्ती के नाम से कोलकाता में एक फ्लैट, नंदलाल के बैंक खाते में 42.97 लाख रुपये की जमा राशि व उनके परिवार के नाम से विभिन्न बैंक खातों में जमा 39.85 लाख रुपये थे। जब्त संपत्ति की वर्तमान कीमत करीब 10 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
- एनोस एक्का : मधु कोड़ा सरकार के मंत्री व सिमडेगा जिले के कोलेबिरा के विधायक रह चुके आजीवन कारावास की सजा काट रहे एनोस एक्का की 150 करोड़ की संपत्ति को ईडी ने हाल ही में जब्त किया है। यह संपत्ति एनोस एक्का ने अपनी पत्नी मेनन एक्का व अन्य रिश्तेदारों के नाम पर अर्जित की थी। रांची, दिल्ली, सिल्लीगुड़ी आदि जगहों पर यह संपत्ति जमीन, घर, फ्लैट के रूप में जमा थी।
- गैंगस्टर भरत यादव : मोस्ट वांटेड भरत यादव के देवघर स्थित होटल 'व्हाइट हाउसÓ को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने जब्त किया। उक्त होटल की कीमत पांच करोड़ रुपये से भी अधिक है। - कुख्यात नक्सली संदीप यादव उर्फ विजय यादव उर्फ संदीप दा : बिहार-झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी का सदस्य और मध्य जोन का प्रभारी है। इसपर 88 नक्सली वारदातों को अंजाम देने का आरोप है। इसी वर्ष फरवरी महीने में ईडी ने बिहार-झारखंड में संदीप यादव की 86 लाख रुपये की संपत्ति को जब्त की थी।
- गैंगस्टर अखिलेश सिंह : ईडी ने गैंगस्टर अखिलेश सिंह और उसकी पत्नी गरिमा सिंह की करीब 71 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की। यह संपत्ति देहरादून, ग्रेटर नोएडा, जबलपुर और हरियाणा के गुरुग्राम में जब्त किये जानेवाले फ्लैट व जमीन के रूप में है। इसके अलावा ईडी ने अखिलेश सिंह के विभिन्न बैंक खातों से 67 लाख 32 हजार 331 रुपये फ्रीज किया।
इनकी जांच कर रहा है ईडी : - रांची के दो अपराधी गेंदा सिंह व संदीप थापा के विरुद्ध मनी लाउंड्रिंग एक्ट के तहत मामला। इनपर रंगदारी-लेवी से रुपये उगाहने का दर्ज है मामला। - जमशेदपुर के गैंगस्टर अखिलेश सिंह की अकूत संपत्ति का मामला।- एक करोड़ के इनामी भाकपा माओवादी सुधाकर उर्फ सुधाकरण रेड्डी की संपत्ति का मामला।- चतरा के टंडवा में कोल परियोजनाओं से लेवी वसूलकर अकूत संपत्ति बनाने वाले टीएसपीसी उग्रवादी विनोद गंझू का मामला।- तुपुदाना क्षेत्र का अपराधी गेंदा सिंह की संपत्ति का मामला।- सुखदेवनगर इलाके के अपराधी संदीप थापा की संपत्ति का मामला।- जामताड़ा में साइबर क्राइम से संबंधित दो मामले।- देवघर में साइबर क्राइम से संबंधित एक मामला।
झारखंड पुलिस कर चुकी है 21 नक्सलियों की संपत्ति जब्त : इधर, झारखंड पुलिस भी अब तक 21 कुख्यात नक्सलियों की संपत्ति को जब्त की है। इन मामलों में भी ईडी से जांच का अनुरोध किया गया है। इन नक्सलियों की संपत्ति में घर, जमीन, बस, वाहन के अलावा चल संपत्ति भी शामिल हैं।