मिट्टी के डॉक्टर करेंगे कृषि क्षेत्र का कायाकल्प
रांची किसान के खेत की मिट्टी का अध्ययन कर उसकी गुणवत्ता सुधारने की कवायद राज्य सरकार ने शुरू कर दी है। मिठ्ठी के डॉक्टर कृषि क्षेत्र का कायाकल्प करेंगे।
रांची : किसान के खेत की मिट्टी का अध्ययन कर उसकी गुणवत्ता सुधारने की कवायद राज्य सरकार के स्तर से शुरू की गई है। इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए राज्य सरकार के स्तर से विशेष तौर पर बड़े पैमाने पर मिट्टी के डॉक्टर तैयार किए जा रहे हैं।
राज्य में पहली बार मिट्टी के डॉक्टरों का राज्यस्तरीय सम्मेलन बुधवार को रांची में आयोजित किया गया है। इस वृहद सम्मेलन में राज्य के सभी जिलों के किसान भाग लेंगे। सोमवार को सूचना भवन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता सचिव पूजा सिंघल ने सम्मेलन के बाबत विस्तार से जानकारी दी।
कृषि सचिव पूजा सिंघल ने कहा कि किसानों के खेत की मिट्टी की सेहत को सुधारने की दिशा में राज्य सरकार के स्तर से वृहद पहल की जा रही है। मिट्टी के डॉक्टरों की मदद से कृषि क्षेत्र के कायाकल्प की तैयारी है। उन्होंने स्वायल हेल्थ कार्ड को लेकर अब तक किए गए कार्यो को मीडिया से साझा किया और 21 को आयोजित होने वाले सम्मेलन की जानकारी दी। कृषि सचिव ने बताया कि सम्मेलन में 50 हजार किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किया जाएगा।
वहीं, पूर्व के प्रशिक्षित 350 मिट्टी के डॉक्टरों को पहचान पत्र भी निर्गत किया जाएगा। जैसमिन प्रशिक्षण केंद्र से कुल 8,864 मिट्टी के डाक्टरों का प्रशिक्षण का शुभारंभ भी इसी दिन से होगा। दो सप्ताह चलने वाले इस प्रशिक्षण के लिए लोगों का चयन कर लिया गया है। राज्य के प्रत्येक पंचायत में दो-दो मिट्टी के डाक्टर तैयार किए जाने की राज्य सरकार की योजना है।
कृषि सचिव ने बताया कि मृदा स्वास्थ योजना किसानों के लिए बहुत ही फायदेमंद योजना है। राज्य में बहुत से ऐसे किसान हैं, जो यह नहीं जानते कि अधिकतम उपज प्राप्त करने के लिए फसलों का पोषण किस प्रकार किया जाना चाहिए। वे अपने अनुभव से फसल उत्पादन को बढ़ाने का प्रयास करते हैं, लेकिन यह नहीं जानते कि मिट्टी के हालातों को कैसे सुधारा जा सकता है। इसका निदान मृदा स्वास्थ्य कार्ड ही है।
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सुखाड़ को लेकर बैठक आज :
राज्य में सुखाड़ के वर्तमान हालातों का अध्ययन करने के लिए मंगलवार को राज्य सरकार के स्तर से एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है। विकास आयुक्त सुखदेव सिंह की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में कृषि विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। कृषि सचिव पूजा सिंघल ने स्वीकार किया कि अब तक सामान्य से कम बारिश हुई है। बारिश का फसल पर क्या प्रभाव पड़ा है, इसका प्रखंडवार आकलन किया जाएगा।
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