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Jagran Exclusive: झारखंड में ढूढ़े नहीं मिल रहे जेलों के लिए डॉक्टर, वेतन बढ़ाने की अनुशंसा

Jharkhand. कम वेतन होने के चलते अनुबंध पर बहाल होने के लिए डॉक्टर तैयार नहीं हैं। यही कारण है कि एक बार फिर कारा निरीक्षणालय ने गृह विभाग से पत्राचार किया है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 07:36 PM (IST)Updated: Wed, 16 Oct 2019 08:31 AM (IST)
Jagran Exclusive: झारखंड में ढूढ़े नहीं मिल रहे जेलों के लिए डॉक्टर, वेतन बढ़ाने की अनुशंसा
Jagran Exclusive: झारखंड में ढूढ़े नहीं मिल रहे जेलों के लिए डॉक्टर, वेतन बढ़ाने की अनुशंसा

रांची, राज्य ब्यूरो। वेतन संबंधित विसंगतियों के चलते जेलों के लिए ढूढऩे से भी डॉक्टर नहीं मिल रहे हैं। कम वेतन होने के चलते अनुबंध पर बहाल होने के लिए डॉक्टर तैयार नहीं हैं। यही कारण है कि एक बार फिर कारा निरीक्षणालय ने गृह विभाग से पत्राचार किया है। अनुशंसा की गई है कि वेतन विसंगति को दूर करने के बाद ही जेल में सेवा देने के लिए डॉक्टर अपनी रुचि दिखाएंगे। जेल में अनुबंध पर तीन डॉक्टरों को बहाल किया गया था, जिसमें एक डॉक्टर ने इस्तीफा दे दिया था। दो डॉक्टर अभी सेवा में हैं, जिनमें एक हजारीबाग व एक धनबाद में कार्यरत हैं।

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इसके अतिरिक्त जेलों में स्वास्थ्य विभाग से पांच साल की प्रतिनियुक्ति पर सात डॉक्टर बहाल किए गए हैं। इनमें रांची स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में पांच, सरायकेला व चाईबासा मंडल कारा में एक-एक डॉक्टर शामिल हैं। अन्य जेलों में वहां के सिविल सर्जन के माध्यम से अस्थायी तौर पर डॉक्टर उपलब्ध कराया जाता है। कैदियों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर सरकार की व्यवस्था में सरकार की नियमावली ही आड़े आ रही है। इसमें संशोधन का प्रस्ताव दिया गया है। जेल सुधार को लेकर अदालत के आदेश के बाद रेस हुई सरकार को अपनी ही नियमावली व्यवस्था में बाधक बन रही है।

जेलों में 39 डॉक्टरों के पद रिक्त

राज्य की जेलों के लिए 39 डॉक्टरों के पद रिक्त हैं। जेलों का अपना डॉक्टर हो, इसे लेकर पिछले छह महीने से सरकार व जेल प्रबंधन प्रयासरत है। अनुबंध पर बहाली की अधिसूचना जारी हुई, तो कोई भी चिकित्सक जेल में डॉक्टर बनने को तैयार नहीं था। केवल 11 डॉक्टरों ने आवेदन दिया, जिसमें कारा निरीक्षणालय ने नौ डॉक्टरों को कॉल लेटर भेज साक्षात्कार के लिए बुलाया।

इनमें भी केवल आठ डॉक्टर ही साक्षात्कार के लिए पहुंचे। उन्हें वेतन व भत्ते आदि की जानकारी दी गई थी। इन डॉक्टरों में केवल पांच डॉक्टरों ने योगदान देने का आश्वासन दिया था, लेकिन तीन डॉक्टरों ने ही योगदान दिया। तीन डॉक्टरों में एक डॉक्टर डॉ. कपिलदेव चौधरी ने योगदान के कुछ दिनों के बाद ही अपना इस्तीफा दे दिया था।

जेल के डॉक्टरों के लिए यह है वेतन व्यवस्था :

  • अनुबंध पर जेनरल फिजीशियन : 35,019 रुपये मासिक।
  • अनुबंध पर विशेषज्ञ डॉक्टर : 38,853 रुपये मासिक।
  • स्थायी चिकित्सा पदाधिकारी : 51 हजार रुपये मासिक।
  • स्वास्थ्य विभाग के स्थायी डॉक्टर : एक लाख 05 हजार रुपये मासिक।

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