फर्जी सफाईकर्मियों को नहीं पहचान रहे निगम के अधिकारी
रांची रांची नगर निगम में फर्जी सफाईकर्मियों के नाम पर प्रतिमाह वेतन की निकासी की जा रही है।
जागरण संवाददाता, रांची : रांची नगर निगम में फर्जी सफाईकर्मियों के नाम पर प्रतिमाह वेतन की निकासी की जा रही है। फिर भी निगम के अधिकारी उनकी पहचान नहीं कर पा रहे हैं। पांच मार्च को सहायक लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. किरण कुमारी ने भी इस बात की पुष्टि की थी। उन्होंने बताया था कि किसी अज्ञात व्यक्ति के माध्यम से उन्हें इस संबंध में मौखिक जानकारी मिली है। फर्जी सफाईकर्मियों के नाम सामने नहीं आए हैं। इस संबंध में अपर नगर आयुक्त गिरिजा शंकर प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने कहा कि नगर प्रबंधक इस मामले की जांच करेंगे। फर्जी सफाईकर्मी के नाम पर वेतन निकासी मामले में जो दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि इस संबंध में अब तक किसी प्रकार का पत्र जारी नहीं किया गया है। महीना 30 दिन का, उपस्थिति 48 दिनों की
रांची नगर निगम के सफाईकर्मी प्रतिदिन बायोमीट्रिक मशीन के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं। फिलहाल नगर निगम के पास कुल 51 बायोमीट्रिक मशीन उपलब्ध हैं। सहायक लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. किरण कुमारी के अनुसार बायोमीट्रिक मशीन पूरी तरह फेल है। सफाईकर्मी 30 दिन काम करते हैं और उपस्थिति 48 दिन की मिल रही है। इसके अलावा एक ही नाम (जैसे- राजेश उरांव व राजेश मिस्त्री) के दो व्यक्ति की उपस्थिति में एक की उपस्थिति महीने में पांच दिन अधिक मिल रही है, जबकि दूसरे की उपस्थिति शून्य है। पूर्व नगर आयुक्त प्रशांत कुमार के कार्यकाल में ही एबिड नामक कंपनी ने नगर निगम को बायोमीट्रिक मशीन की आपूर्ति की थी। पूर्व नगर आयुक्त डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि के कार्यकाल में कंपनी को 50 फीसद राशि का भुगतान भी किया गया। अब मशीन में गड़बड़ी की पुष्टि होते ही नगर आयुक्त मनोज कुमार ने कंपनी के शेष 50 फीसद भुगतान पर रोक लगा दी है। उन्होंने कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने का निर्देश भी जारी कर दिया है। नगर निगम में सफाईकर्मियों की संख्या
सफाईकर्मियों की संख्या (6 से 2 बजे तक) : 1750
द्वितीय पाली में सफाईकर्मियों की संख्या : 36 महिला कर्मी
रात्रिकालीन सफाई में सफाईकर्मियों की संख्या : 65 निगम ने 33 वार्डो में सफाई का काम शुरू किया
आरएमएसडबल्यू प्राइवेट लिमिटेड (एस्सेल इंफ्रा) को सफाई कार्य से हटाए जाने के बाद सोमवार से रांची नगर निगम ने संबंधित वार्डो में अपने संसाधनों से सफाई कार्य कराना शुरू कर दिया है। फिलहाल जेल तालाब स्थित खाली पड़े मिनी ट्रांसफर स्टेशन (एमटीएस) को कूड़ा डंपिंग स्टेशन में परिवर्तित किया गया है। इस स्थल पर आसपास के वार्डो से कूड़े का उठाव कर जमा किया जा रहा है। एस्सेल इंफ्रा की ओर से यहां पूर्व में एमटीएस का ढांचा तैयार कर फर्श पक्कीकरण व परिसर में टाइल्स बिछाने का काम पूरा किया जा चुका है। कचरा डंप करने के बाद ट्रैक्टरों के माध्यम से कूड़े के ढेर झिरी स्थित कूड़ा डंपिंग यार्ड में शिफ्ट किए जा रहे हैं। अब नगर निगम की इस योजना के तहत नगर निगम के चार खराब रिफ्यूज कांपैक्टर की मरम्मति कराई जाएगी। ताकि एमटीएस परिसर में पड़े कूड़े के ढेर को कांपैक्टर के माध्यम से झिरी स्थित डंपिंग यार्ड भेजा जा सके।
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कई वार्डो में डंप हैं चार दिन के कूड़े
सफाई कार्य में कंपनी द्वारा कोताही बरते जाने के कारण कई वार्डो में पिछले चार दिनों से कूड़े पड़े हुए हैं। लिहाजा अब नगर निगम के अधिकारी डंप कूड़े के ढेर को हटाने का प्रयास कर रहे हैं।