जगन्नाथ मंदिर के अध्यक्ष पद को लेकर विवाद, सीएम तक पहुंचा मामला
ऐतिहासिक जगन्नाथ मंदिर के अध्यक्ष पद को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है। मामला सीएम तक पहुंचा है।
जागरण संवाददाता, रांची : ऐतिहासिक जगन्नाथ मंदिर के अध्यक्ष पद को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है। मामला सीएम हेमंत सोरेन तक पहुंच गया। दरअसल, बुधवार को रांची से प्रकाशित एक अखबार(दैनिक जागरण नहीं) में सांसद संजय सेठ को जगन्नाथ मंदिर का अध्यक्ष बताया गया। गुरुवार को मंदिर निर्माता ठाकुर ऐनी नाथ शाहदेव के प्रत्यक्ष उत्तराधिकारी लाल प्रवीर नाथ शाहदेव ने सीएम को आवेदन देकर पूरे मामले से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि गुपचुप तरीके से अध्यक्ष पद के लिए सांसद का नाम आगे किया जा रहा है जो कि प्रावधान के विरुद्ध है। मंदिर का हित देखने के बजाय कुछ अपना हित साधने में जुटे हैं। लाल प्रवीर नाथ नाथ शाहदेव ने सांसद संजय सेठ को पूरे मामले से अवगत कराया।
हाई कोर्ट में लंबित है मंदिर का मामला
लाल प्रवीर नाथ शाहदेव के अनुसार 1979 में बिहार राज्य हिदू धार्मिक न्यास परिषद ने मंदिर में एक सदस्यीय न्यास परिषद के स्थान पर 15 सदस्यीय समिति का गठन किया। उपायुक्त को समिति का पदेन सचिव बनाया गया। बाद में समिति में कई ऐसे लोगों को शामिल कर लिया गया जो मंदिर की व्यवस्था से अनभिज्ञ थे। इस कारण अव्यवस्था फैल गई। 1996 में तत्कालीन उपायुक्त ने सचिव पद से इस्तीफा दे दिया। तब से ही अनेक कारणों से समिति को लेकर विवाद की स्थिति है। झारखंड राज्य अलग होने के बाद वर्षों तक मामला सिविल कोर्ट में चला। फिलहाल समिति का विवाद हाई कोर्ट में विचाराधीन है।
सर्वसम्मति होगी तभी बनूंगा अध्यक्ष: संजय सेठ
सांसद संजय सेठ ने कहा कि अध्यक्ष बनने की बात नहीं है। अभी इसके लिए कुछ लोगों ने प्रस्ताव भेजा था। समिति का विवाद हाई कोर्ट में विचाराधीन है, इसकी भी जानकारी नहीं थी। सर्वसम्मति से ही अध्यक्ष पद स्वीकार करूंगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उनका बस एक ही सपना है कि कैसे मंदिर का विकास हो। सभी लोग मंदिर में सेवा भाव से कार्य करें।