Move to Jagran APP

डीआइजी ने कहा, कहीं भी हो अपराध, हर इलाके के थानेदार-गश्ती दल हो अलर्ट

हाल के दिनों में शहर में बढ़ी अपराध की घटनाओं को देखते हुए डीआइजी होमकर ने जागरण से बातचीत में कहा कि कहीं भी अपराध हो हर थानेदार एवं गश््तीदल सक्रिय होंगे।

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Oct 2019 04:52 AM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 06:22 AM (IST)
डीआइजी ने कहा, कहीं भी हो अपराध, हर इलाके के थानेदार-गश्ती दल हो अलर्ट
डीआइजी ने कहा, कहीं भी हो अपराध, हर इलाके के थानेदार-गश्ती दल हो अलर्ट

जागरण संवाददाता, रांची : हाल के दिनों में शहर में बढ़ी अपराध की घटनाओं को देखते हुए पुलिस ने प्लान ऑफ एक्शन बनाया है। इसके तहत डीआइजी एवी होमकर ने एसएसपी, सिटी एसपी व ग्रामीण एसपी को कई दिशा निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि किसी भी तरह की अपराधिक घटना को अंजाम देकर अपराधी फरार हों, तो इसकी सूचना वायरलेस सहित अन्य माध्यमों में प्रसारित हो। मैसेज फ्लैश होते ही सभी थानेदार, गश्ती दल, पीसीआर, हाइवे पेट्रोल, टाइगर व मोबाइल पुलिस अलर्ट हो जाएं, ताकि अपराधी भागने वाले रूट पर पकड़ा जा सके। उक्त बातें डीआइजी एवी होमकर ने दैनिक जागरण के संवाददाता फहीम अख्तर से विशेष बातचीत में कही। प्रस्तुत हैं उनसे बातचीत के प्रमुख अंश। -प्रश्न : रांची में क्राइम कर अपराधी शहर से न भाग पाएं, इसके लिए क्या रणनीति होगी?

loksabha election banner

जवाब : शहर के किसी भी स्पॉट पर क्राइम कर अपराधी फरार होंगे, इसकी सूचना तत्काल कंट्रोल रूम से फ्लैश होगी। यह फ्लैश होते ही थाने, पीसीआर, हाईवे पेट्रोल सहित पूरी पुलिस सक्रिय हो जाएगी। ताकि अपराधी पकड़े जाएं। -प्रश्न : वांटेड अपराधी गिरफ्त से दूर हैं, उनकी गिरफ्तारी के लिए क्या किए जाएंगे?

जवाब : वांटेड अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए डीएसपी और थानेदार के स्तर पर टास्क दिया गया है कि निर्धारित समयावधि में 75 फीसद अपराधियों को गिरफ्तार किया जाना है। इसके लिए स्पेशल ड्राइव चलाया जा रहा है। इसके अलावा लंबित 2018 और 2019 की बड़ी ऐसी घटनाएं जो अनसुलझे हैं, उनके उद्भेदन का निर्देश दिया है। इसके लिए अनुसंधानकर्ता अपने सीनियर्स के अलावा कंट्रोल रूम को केस का अपडेट भी देंगे। -प्रश्न : अपराधियों पर नकेल कसने के लिए क्या योजना है?

जवाब : विशेष अभियान चलाकर अपराधियों की चल-अचल संपत्ति को जब्त करने की कार्रवाई किए जाने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा बड़े अपराध की घटनाओं में जेल गए अपराधियों की बेल याचिका पर नजर रखते हुए उनकी बेल को खारिज करवाने की कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा ऐसे अपराधियों की गतिविधियों के अनुरूप उनपर सीसीए की कार्रवाई भी की जा रही है। -प्रश्न : रांची में कई गैंग सक्रिय हैं, कई बाहर से आते हैं। उनपर कैसे निगरानी रखी जाएगी?

जवाब : रांची में सक्रिय गैंग के सरगना व उनके सदस्यों की हर गतिविधियों पर नजर रखते हुए निगरानी की जा रही है। -प्रश्न : अपराधियों को जेल भेजने के बाद पुलिस सजा नहीं दिला पाती, इससे अपराधी जेल से छूटकर फिर अपराध करते हैं?

जवाब : जेल गए अपराधियों के लिए प्राइवेट ट्रायल की रणनीति बनाई गई है। ताकि फा‌र्स्ट ट्रैक कोर्ट से उन अपराधियों को सजा दिलाई जा सके। -प्रश्न : अपराध पर नियंत्रण के लिए क्या प्लान है?

जवाब : सर्वाधिक अपराध वाले एरिया को फोकस करते हुए हॉट स्पॉट चिह्नित किए गए हैं। उन स्पॉट पर पुलिस की विशेष सतर्कता होगी। इसके अलावा शहर में लगे कैमरों की सक्रियता बढ़ाई जा रही है, ताकि कैमरे से भी निगरानी रखी जा सके। -प्रश्न : थाना स्तर पर कार्यशैली में सुधार के लिए क्या निर्देश हैं?

जवाब : थाना स्तर पर डेली मीटिंग शुरू की गई है। इस डेली मीटिंग से हर दिन के टास्क और रिव्यू किए जा रहे हैं। इससे फायदा मिल रहा है। प्रश्न : लालपुर चौक के गहना घर लूटकांड व गोलीबारी जैसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए क्या योजना है?

जवाब : गहनाघर लूटकांड को पुलिस चुनौती की रूप में ले रही है। इसके लिए विशेष टीम काम कर रही है। जल्द ही अपराधी पुलिस की पकड़ में होंगे। दोबारा घटना न हो, इसके लिए हर जेवर दुकानों और बैंकों की सुरक्षा का ऑडिट का निर्देश दिया गया है। जरूरत पड़ने पर वहां की सुरक्षा भी बढ़ाई जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.