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भाजपा नेता धीरज हत्याकांड का खुलासा, पांच आरोपित गिरफ्तार

रांची : भाजपा डोरंडा मंडल अनुसूचित जाति के अध्यक्ष धीरज राम हत्याकांड का पुलिस ने 48 घंटे के अंदर खुलासा हो गया। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Jul 2018 09:44 AM (IST)Updated: Sat, 21 Jul 2018 09:44 AM (IST)
भाजपा नेता धीरज हत्याकांड का खुलासा, पांच आरोपित गिरफ्तार
भाजपा नेता धीरज हत्याकांड का खुलासा, पांच आरोपित गिरफ्तार

रांची : भाजपा डोरंडा मंडल अनुसूचित जाति के अध्यक्ष धीरज राम हत्याकांड का पुलिस ने 48 घंटे के अंदर खुलासा करते हुए पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों में मो चांद, मो अली समेत तीन अन्य आरोपित शामिल हैं। इनलोगों के पास से पुलिस ने दो पिस्टल और 12 पीस जिंदा गोली बरामद किया है। गिरफ्तार आरोपितों से पुलिस गुप्त स्थान पर पूछताछ कर रही है। हटिया डीएसपी विकास के नेतृत्व में टीम ने कई जगहों पर छापेमारी कर आरोपितों को दबोचा है। हालांकि, इस मामले में जिन-जिन आरोपितों की गिरफ्तारी हुई है। वो धीरज राम से खफा रहते थे, जिसके बाद परेशान होकर इनलोगों ने धीरज राम की हत्या की योजना बना डाली, फिर योजनाबद्ध तरीके से अहले सुबह गोली मारकर हत्या कर दी। इधर, एसएसपी अनीष गुप्ता ने कहा कि हत्या मामले में पांच आरोपितों की गिरफ्तारी हुई है। फिलहाल सभी से पूछताछ की जा रही है। शनिवार को प्रेसवार्ता के बाद सभी के नाम का खुलासा किया जाएगा।

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क्या है मामला

भाजपा नेता धीरज राम की अपराधियों ने 18 जुलाई को अहले सुबह गोली मारकर हत्या कर दी थी। घर से दो सौ मीटर दूर आरोपितों ने चार गोली मारने के बाद फरार हो गए थे। भाजपा नेता वह बेलदार मोहल्ला के डोम टोली रोड में रहते थे। अपर बाजार स्थित पुष्पांजलि अपार्टमेंट में साफ-सफाई के लिए घर से निकले थे। धीरज की हत्या के बाद आक्रोशित परिजन व मोहल्ले के लोगों ने डोरंडा थाने का घेराव किया था। साढ़े तीन घंटे घेराव के बाद मामला शांत हुआ था। इस मामले में डोरंडा थाना में अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। आरोपितों को निर्दोष बता पहुंचे थे थाना, पुलिस ने खदेड़ा :

गिरफ्तार किए गए आरोपितों को निर्दोष बताकर बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष डोरंडा थाना पहुंचे थे। लोग आरोप लगा रहे थे कि पकड़े गए आरोपित निर्दोष है। लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसबीच पुलिस की अतिरिक्त बल निकली और सभी को खदेड़कर भगाया। पुलिस की सख्ती देख सभी भाग निकले।

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बॉक्स में

गांजा पीने से मना करने पर हुई थी शंभू राम की हत्या

पूर्व पार्षद दीपक राम के चचेरे भाई शंभू राम की 15 अक्टूबर 2017 को हुई हत्या मामले का भी पुलिस ने खुलासा कर लिया है। इस बात का खुलासा गिरफ्तार अपराधी मो अली ने पुलिस पूछताछ में किया है। मो अली ने पुलिस को हत्या से पूर्व की पूरी कहानी सुनाई है। उसने बताया कि शंभू राम कई बार गांजा पीने से मना करता था। इसके अलावा अभद्र भाषा का इस्तेमाल करता था। कई दिनों तक सुनने के बाद मो अली ने दोस्त के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई और सुबह साढ़े सात बजे गोली मार कर फरार हो गया था।

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