Move to Jagran APP

Dhanbad Judge Murder Case: सीबीआइ ने धनबाद जज हत्‍या मामले में जांच शुरू की, 20 सदस्यीय टीम में फोरेंसिक विशेषज्ञ भी शामिल

Dhanbad Judge Murder Case Jharkhand News धनबाद जज हत्याकांड में सीबीबाइ ने आज जांच की अधिसूचना जारी कर दी है। अदालत ने सरकार को केस के सभी दस्तावेज और अन्य लॉजिस्टिक सपोर्ट सीबीआइ देने का निर्देश दिया है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Wed, 04 Aug 2021 06:38 PM (IST)Updated: Thu, 05 Aug 2021 06:38 AM (IST)
Dhanbad Judge Murder Case: सीबीआइ ने धनबाद जज हत्‍या मामले में जांच शुरू की, 20 सदस्यीय टीम में फोरेंसिक विशेषज्ञ भी शामिल
Dhanbad Judge Murder Case, Jharkhand News धनबाद जज हत्याकांड में सीबीबाइ ने आज जांच की अधिसूचना जारी कर दी है।

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। धनबाद के जज उत्तम आनंद की हत्या मामले में झारखंड सरकार की अनुशंसा पर बुधवार को सीबीआइ यानि केंद्रीय जांच ब्‍यूरो ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जांच के लिए सीबीआइ ने 20 सदस्यीय टीम बनाई है। सीबीआइ की नई दिल्ली स्थित विशेष अपराध शाखा के एएसपी विजय कुमार शुक्ला मामले के अनुसंधान पदाधिकारी बनाए गए हैं। जांच टीम में फारेंसिक विशेषज्ञ भी शामिल हैं।

loksabha election banner

एक दिन पहले ही इस मामले की सुनवाई करते हुए झारखंड हाई कोर्ट ने सीबीआइ को प्राथमिकी दर्ज कर शीघ्र जांच करने का आदेश दिया था। इससे पहले 31 जुलाई को झारखंड सरकार ने जज हत्याकांड की सीबीआइ जांच की अनुशंसा की थी। इससे पूर्व धनबाद के स्थानीय थाना में इससे संबंधित प्राथमिकी पुलिस ने दर्ज की थी। सीबीआइ जांच का आग्रह करने के पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर मामले की एसआइटी जांच चल रही थी।

एसआइटी ने जज को धक्का मारने वाले ऑटो के चालक और मालिक समेत कई लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया है। 28 जुलाई की सुबह धनबाद में सुबह की सैर के दौरान एक ऑटो के धक्के से जज की मौत का मामला सामने आया था। सीसीटीवी फुटेज में साफ नजर आया है कि न्यायाधीश उत्तम आनंद के पीछे-पीछे चल रहा ऑटो अचानक तेजी से उनकी ओर मुड़ा और उन्हें टक्कर मार कर गिराने के बाद उसी रास्ते पर आगे बढ़ गया।

स्वजनों ने जज उत्तम आनंद की हत्या की आशंका जताते हुए धनबाद में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। वहीं झारखंड हाई कोर्ट ने मामले पर संज्ञान लेते हुए राज्य के डीजीपी और धनबाद के एसपी को तलब किया था। इसके बाद डीजीपी के निर्देश पर मामले की जांच के लिए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में एसआइटी का गठन कर जांच शुरू की गई थी। झारखंड पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना में प्रयुक्त ऑटो को जब्त कर उसके चालक व मालिक को गिरफ्तार किया था।

जांच के अनुसंधान के क्रम में झारखंड पुलिस के वरीय अधिकारी धनबाद में कैंप कर रहे थे। अभी तक की जांच में पुलिस को हत्या की साजिश से संबंधित कोई सुराग नहीं मिल सका है। जज जिन मामलों की सुनवाई कर रहे थे, उनसे जुड़े लोगों से भी पुलिस पूछताछ कर रही थी। गिरफ्तार किए गए ऑटो चालक ने पुलिस को बताया है कि उसने नशे में जज को टक्कर मारी थी। उसका हत्या का इरादा नहींं था। इसके बाद आरोपितों के ब्रेन मैपिंग टेस्ट की तैयारी की गई थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.