कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, भागवत कथा सुनने से सभी कष्टों से मिलती है मुक्ति
कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने कहा कि श्रीमद भागवत कथा के श्रवण करने से सभी कष्ट दूर हो जाता है।
जागरण संवाददाता, रांची : कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर ने कहा कि श्रीमद भागवत कथा के श्रवण मात्र से मनुष्य के सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं। यह कथा देवप्राप्ति का मार्ग खोलता है। कलियुग में इसे मुक्तिदाता माना गया है। इसके श्रवण से पूरे जगत में सुख-शांति आती है। आपसी वैर मिटता है। श्रीठाकुर की कृपा की बारिश होती है। वे शनिवार को हरमू मैदान में विश्व शांति सेवा समिति की ओर से आयोजित आठ दिवसीय श्रीमद भागवत कथा के प्रथम दिन भक्तों को श्रीमद भागवत कथा का महिमा बता रहे थे। कथा से पूर्व ठाकुर जी की सामूहिक आरती हुई। इसके बाद हरिनाम संकीर्तन के बीच कथा आरंभ हुई। देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि आपलोग यहां बैठकर कथा सुन रहे हैं, यह ठाकुर जी की ही कृपा है। सनकादिक ऋषि और सूद जी महाराज ने भी कलियुग में मानव के कल्याण के लिए श्रीमद भागवत कथा के माहात्म्य का बखान किया है। इस ग्रंथ को वेद पुराणों का सार माना जाता है। व्यास जी ने भगवत प्राप्ति का ग्रंथ लिखा। इसका नाम भागवत रखा। बाद में इसे श्रीमद भागवत नाम दिया गया। इस श्रीमद शब्द के पीछे एक बड़ा मर्म छुपा हुआ है। श्री यानी जब धन का अहंकार हो जाए तो भागवत सुन लो, अहंकार दूर हो जाएगा। इस संसारिक जीवन में जो कुछ भी प्राप्त किये हो सब किराए के मकान की तरह है। खाली करना ही पड़ेगा। विलासितापूर्ण जीवन से प्रकृति का हो रहा नाश
देवकी नंदन ठाकुर ने कहा कि रांची ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करती थी। मई-जून के माह में भी मौसम अनुकूल रहता था। लोगों के विलासितापूर्ण जीवन के कारण प्रकृति का नाश हो गया। सोफे-गद्दे आदि विलासिता की वस्तुएं शान से लोग उपयोग करते हैं। लेकिन एक बार यह भी सोचना चाहिए कि जो सोफा हम अपने आराम के लिए बनवाये हैं उसके लिए कितना पेड़ काटा गया। उन्होंने श्रोताओं से विलासितापूर्ण जीवन छोड़कर धर्मानुकूल जीवन जीने की अपील की। जिंदगी रहेगी तो बेहतर करने को और मिलेंगे मौके
कथा की शुरुआत में देवकीनंदन ठाकुर 10वीं व 12वीं में सफल बच्चों को बधाई दी। साथ ही, परीक्षा में कम नंबर आने या फेल होने वाले बच्चों से कहा कि जिंदगी रहेगी तो बेहतर करने के कई और मौके मिलेंगे। इसलिए कोई भी ऐसा कदम ना उठाएं जिसके बाद आगे परीक्षा देने का अवसर ही खत्म हो जाए। श्रीमद भागवत ग्रंथ लेकर शोभायात्रा में शामिल हुई 131 महिलाएं
हरमू में आठ दिवसीय श्रीमद भागवत कथा से पूर्व शनिवार को गाजे-बाजे के साथ भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गई। सुबह 7.30 बजे हाई कोर्ट हाउसिंग कॉलोनी स्थित दुर्गा मंदिर से 131 महिलाएं सिर पर श्रीमद भागवत ग्रंथ और मंगल कलश लेकर चल रही थी। आगे-आगे धर्म पताका थामे भक्तों का हुजूम और साथ में भजन मंडली के धार्मिक गीत से पूरा वातावरण भक्तिमय बन गया। जिधर से भी शोभायात्रा निकली राहगीरों के कदम ठिठक गए। जगह-जगह शोभायात्रा का स्वागत किया गया। विभिन्न मार्गो से होते हुए शोभायात्रा हरमू मैदान पहुंची। यहा पर श्रीमद भागवत ग्रंथ को व्यास पीठ पर रखा गया। मुख्य यजमान अनिल कुमार सिन्हा सपत्नीक अंजू सिन्हा ने श्रीमद भागवत ग्रंथ का पूजन किया। मौके पर समाजसेवी प्रमोद सारस्वत भी उपस्थित थे। आयोजन की व्यवस्था मनोज निराला, रोशन कुमार, नरेश ठाकुर, उमा शकर, इंद्रजीत यादव, राजू आदि संभाल रहे हैं।