Jharkhand: अवैध खनन मामले में ED को उपायुक्त रामनिवास यादव का जवाब, कहा- SP ही दे सकते हैं स्पष्ट जानकारी
संताल के क्षेत्र में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में मनी लांड्रिंग के तहत अनुसंधान कर रही ईडी ने साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव से सोमवार को सात घंटे तक पूछताछ की। वे सुबह करीब 11 बजे ईडी के कार्यालय में पहुंचे थे और शाम छह बजे बाहर निकले।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में संताल के क्षेत्र में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में मनी लांड्रिंग के तहत अनुसंधान कर रही ईडी ने साहिबगंज के उपायुक्त रामनिवास यादव से सोमवार को सात घंटे तक पूछताछ की। वे सुबह करीब 11 बजे ईडी के कार्यालय में पहुंचे थे और शाम छह बजे बाहर निकले। ईडी ने अवैध खनन से संबंधित उनसे कई सवाल किए, जिसमें उन्होंने सभी मामलों की जवाबदेह संबंधित जिला खनन पदाधिकारी (डीएमओ) व एसपी, साहिबगंज को ठहराया। उन्होंने कहा कि उन सवालों का बेहतर जवाब ये दोनों अधिकारी ही दे सकते हैं।
जहाज हादसे में डीएमओ की रिपोर्ट को किया अग्रसारित
ईडी ने गंगा नदी में अवैध स्टोन चिप्स लदे ट्रकों सहित डूबने वाले मालवाहक जहाज मामले में गलत तथ्यों पर आधारित रिपोर्ट सरकार व सीनियर अफसर को भेजने के मामले में जब उपायुक्त से सवाल किया तो उपायुक्त ने कहा कि रिपोर्ट जिला खनन पदाधिकारी ने बनाई थी। उन्होंने उस रिपोर्ट को अग्रसारित किया था।
उन्होंने आगे कहा कि रिपोर्ट में अगर तथ्य गलत थे तो इसके लिए जिला खनन पदाधिकारी ही जवाब दे सकते हैं। जहां तक वह रिपोर्ट मुख्यमंत्री के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा तक पहुंचने की बात है तो उन्होंने उक्त रिपोर्ट की कॉपी पंकज मिश्रा को नहीं दी है। नीचे का कोई पदाधिकारी उक्त रिपोर्ट दिया होगा। इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।
SP ही दे सकते हैं स्पष्ट जानकारी
उपायुक्त ने ईडी की पूछताछ में यह भी बताया कि जहाज हादसे में जांच रिपोर्ट में नाव यातायात संचालन समिति के पदाधिकारी दाहू यादव व अन्य भी दोषी पाए गए थे। दाहू यादव पर केस क्यों दर्ज नहीं हुआ, यह जानकारी वहां के एसपी दे सकते हैं। एफआइआर करना पुलिस का काम है। बेहतर जानकारी वहां के एसपी ही दे पाएंगे। उपायुक्त रामनिवास यादव ने पंकज मिश्रा से फोन पर बातचीत को स्वीकारा है, लेकिन यह भी कहा है कि उन्होंने जो भी किया है कानून के दायरे में रहकर किया है। कहीं भी कानून का उल्लंघन नहीं किया है।