श्रावणी मेला सिर पर, निरीक्षण में बदहाल मिला देवघर का सदर अस्पताल
Jharkhand. स्वास्थ्य सचिव ने अपने निरीक्षण में देवघर के सदर अस्पताल में कई कमियां पाई। बदहाली का आलम यह है कि पोस्टमार्टम हाउस में लावारिश लाशें दुर्गंध फैला रही थीं।
रांची, राज्य ब्यूरो। विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला इसी सप्ताह से शुरू हो रहा है, लेकिन देवघर का सदर अस्पताल बदहाल है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने जब चार जुलाई को इस अस्पताल का निरीक्षण किया तो उन्हें इसमें कई कमियां मिलीं। बदहाली का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि वहां के पोस्टमार्टम हाउस में डीप फ्रीजर के अभाव में रखी गईं लावारिश लाशें दुर्गंध फैला रही थीं।
स्वास्थ्य सचिव ने इसपर नाराजगी प्रकट करते हुए अविलंब डीप फ्रीजर खरीदने तथा संस्थाओं की मदद से लावारिश लाशों का दाह संस्कार कराने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य सचिव ने सदर अस्पताल की कई अन्य कमियां भी गिनाई हैं। कहा है कि इस अस्पताल को पूर्व में गुणवत्ता आधारित प्रमाणपत्र प्राप्त था, लेकिन वर्तमान में इसकी गुणवत्ता कतई मानक के अनुरूप नहीं हैं। उन्होंने अस्पताल में कई स्थानों पर पुराने सामान एवं भवन निर्माण से निकले बेकार चीजों को पड़े रहने पर भी नाराजगी जाहिर की है। इसपर भी सवाल उठाया कि ई-औषधि व्यवस्था होने के बावजूद वहां दवा का भंडारण एवं वितरण मैनुअली हो रहा था।
दंत चिकित्सा विभाग में महज डेंटल चेयर के अभाव में दंत चिकित्सकों के रहते हुए भी मरीजों को स्वास्थ्य सेवा नहीं मिल रही थी। इसी तरह, अस्थि विभाग में भी सी-आर्म व अन्य उपकरणों के अभाव में कार्य बाधित था। वर्तमान ब्लड बैंक के लाइसेंस का नवीकरण भी नहीं हुआ था। स्वास्थ्य सचिव ने श्रावणी मेला तथा देवघर एक विशेष पर्यटन केंद्र होने का हवाला देते हुए अविलंब सदर अस्पताल को सुसज्जित करने तथा तमाम गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने का निर्देश देवघर सिविल सर्जन को दिया है।
बिहार से आ सकते हैं चमकी बुखार के मरीज, किया अलर्ट
स्वास्थ्य सचिव ने देवघर सिविल सर्जन को भेजी गई रिपोर्ट में कहा है कि श्रावणी मेले में पड़ोसी राज्य बिहार से जापानी इंसेफ्लाइटिस एवं एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस या चमकी बुखार) से पीडि़त मरीज आ सकते हैं। इसके लिए उन्होंने अलर्ट करते हुए देवघर सदर अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड तत्काल बनाने का निर्देश दिया है।