झारखंड के कांके में शून्य पर पहुंचा पारा, दो दिन में 18 की गई जान
झारखंड में रांची के कांके का पारा शून्य पर पहुंच गया है। प्रदेश में दो दिन में 18 लोगों की जान जा चुकी है।
रांची, जागरण न्यूज नेटवर्क। झारखंड में शीतलहर का कहर जारी है। रांची के कांके का पारा आज शून्य पर पहुंच गया है। यहां बर्फ जमना शुरू हो गया है। रांची सहित आसपास के इलाकों में भीषण ठंड है। मैक्लुस्कीगंज पहले से शून्य डिग्री पर पारा था। प्रदेश में दो दिन में 18 लोगों की जान जा चुकी है।
मंगलवार को राज्य में ठंड से 12 लोगों की मौत हो गई थी। अकेले रांची में आठ जानें गईं। सात मौतें ग्रामीण क्षेत्रों में हुई हैं। यहां न्यूनतम पारा लगातार शून्य और एक डिग्री के बीच बना हुआ है। मंगलवार को मैक्लुस्कीगंज का पारा फिर शून्य डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रांची के अलावा दुमका में दो, साहिबगंज में एक और जमशेदपुर में एक व्यक्ति की जान गई है। इनमें दो लोगों मौत ऐसी है जो ओडीएफ की व्यवस्था पर प्रश्न उठा रहा है।
दुमका और साहिबगंज में दो लोगों की मौत खुले में शौच जाने के दौरान ठंड लगने से हुई। राज्य के ज्यादातर हिस्से ओडीएफ घोषित हो चुके हैं। सरकार और प्रशासन का पूरा जोर शौचालयों के निर्माण पर है, ऐसे में ये मौतें गंभीर सवाल हैं। इससे पूर्व सोमवार को भी राज्य में ठंड से छह की मौत हुई थी। इस तरह पिछले दो दिनों में 18 लोगों की जान गई है। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों तक ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
कांके का तापमान पहुंचा शून्य पर। बर्फ जमना शुरू।
रांची के गांव कांपे:
अनगड़ा में दो, नामकुम, नगड़ी, कांके, चान्हो व रातू प्रखंड में एक-एक की हुई मौतरांची के ग्रामीण क्षेत्र ठंड से कांप रहे हैं। यहां अनगड़ा में दो और नामकुम, नगड़ी, कांके, चान्हो और रातू प्रखंड में एक-एक व्यक्ति की मौत ठंड के कारण हुई है। अनगड़ा स्थित हेसल पंचायत के मासू निवासी फूलनाथ महतो (60) की मौत सोमवार की रात ठंड लगने से हो गई। वहीं, सिरका मेढ़ेटुंगरी के जगदीश महतो (62) की भी मंगलवार की सुबह ठंड लगने से मौत हुई। इनके पुत्र राजेंद्र महतो ने बताया कि पिताजी रात में अकेले सोए हुए थे। सुबह में पता चला की उनकी मौत हो गई है। एक पखवाड़ा पूर्व फूलनाथ महतो के पिता लखिया महतो की भी मौत हो चुकी है। उधर, चान्हो प्रखंड के रघुनाथपुर गांव में साठ वर्षीय बैजू बैठा की मौत हो गई। रात में बैजू खाना खाकर सोए। सुबह वह मृत पाए गए।
पैसे नहीं थे, डॉक्टर की दवा नहीं ले पाए:
नामकुम के टाटीसिलवे आरा गेट स्थित मिश्रा कॉलोनी के रहनेवाले ऑटो चालक 38 वर्षीय जुनारबी यादव की मौत ठंड से हो गई। मृतक की पत्नी मुन्नी देवी ने बताया कि जुनारबी को तीन-चार दिन पूर्व ही ठंड लग गई थी। इसके बाद वह डॉक्टर के पास गया था। डॉक्टर ने जांच के बाद दवा लिख दी, पर आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण दवा नहीं ले सका और उसकी मौत हो गई। जुनारबी मूल रूप से फुलादी ग्राम, थाना मंदिर जिला का पटना का रहनेवाला था। उसके परिवार में पत्नी, दो बेटी व एक बेटा। बड़ी बेटी आरा के ही सरकारी स्कूल में पढ़ती है।
परिवार का एकमात्र कमाऊ सदस्य नहीं रहा:
कांके प्रखंड के मुरेठा गांव में ठंड की चपेट में आकर 45 वर्षीय गणेश भोगता की मौत हो गई। वह अपने मवेशी को चराने जंगल गया हुआ था। शाम को घर आने के बाद वह कांपने लगा। कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। गणेश भोगता घर का एकमात्र कमाऊ सदस्य था। उधर, नगड़ी प्रखंड के हुल्हू गांव निवासी 60 वर्षीय वृद्ध भूखन महली की मौत ठंड लगने से हो गई। बताया जाता है कि दिन में भूखन महतो स्वास्थ्य था। रात में भूखन खाना खाने के बाद सोने की तैयारी कर रहे थे। अचानक उन्हें जोर से ठंड लगने लगी। परिजन उन्हें इलाज के लिए अस्पताल लेकर जा रहे थे, पर रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
कांके का तापमान पहुंचा शून्य पर। बर्फ जमना शुरू।
खाना खाकर सोए फिर नहीं उठे रातू प्रखंड की संजय कॉलोनी निवासी 75 वर्षीय दीनबंधु राम की मौत ठंड लगने से हो गई। दीनबंधु रिक्शा चलाकर अपने एवं परिवार की जीविका चलाते थे। सोमवार की रात वह खाना खाकर अपने घर की जमीन पर ही सो गए। मंगलवार की सुबह जब वह सोकर नहीं उठे तो घरवालों ने आवाज लगाई, लेकिन वह नहीं उठे। जब घर के लोग दरवाजा खोलकर कमरे में गए तो देखा वह मृत पड़े थे। कॉलोनी के लोगों ने बताया की दीनबंधु के घर की माली हालात ठीक नहीं थी। इस कारण गर्म कपड़ा नहीं खरीद सके और ठंड से उनकी मौत हो गई।
इधर, रांची के बरियातू थाना क्षेत्र के एदलातू स्थित सरना टोली में एक युवक का शव पुलिस ने बरामद किया है। शव की शिनाख्त नहीं हो सकी है। रिम्स के डॉक्टरों ने अनुसार ठंड से युवक की मौत हुई है।
खुले में शौच के लिए गए थे, वहीं गिर कर मौत
साहिबगंज में मंडरो प्रखंड के हरियाला गांव की 62 वर्षीय संझली मरांडी ने ठंड लगने से दम तोड़ दिया। मृतका के पुत्र ताला किस्कू ने बताया कि वह खाना खाकर शौच करने हरियाला नदी के किनारे गई थी। वहां ठंड लगने से वह गिर गई और उसकी मौत हो गई। वहीं, दुमका के जामा प्रखंड के लोधना गांव के सोम भी खुले में शौच जाने के कारण ठंड का शिकार हो गए। 55 वर्षीय सोम हेम्ब्रम दैनिक क्रिया के लिए खेत गए थे। वहां वह ठंड से गिर गए और रात भर में वहीं पड़े रहे, इससे उनकी मौत हो गई। दुमका के ही रामगढ़ प्रखंड के कड़¨बधा गांव के 45 वर्षीय सोमनाथ मुर्मू की मौत ठंड से हो गई।
ग्रामीणों की मानें तो सोमनाथ सोमवार रात मारपीट के एक मामला में पंचायती के लिए लोगों को सूचना दे रहा था। देर शाम तक घूमने से उसे ठंड लग गई और मंगलवार की सुबह उसने दम तोड़ दिया। वहीं, मंगलवार सुबह पूर्वी सिंहभूम जिले के गोविंदपुर चांदनी चौक के पास ठंड से मूर्छित होकर गिरे 65 वर्षीय भदर बउरी की टाटा मोटर्स अस्पताल में मौत हो गई। वह मूल रूप से पश्चिम बंगाल के निवासी थी। गोविंदपुर में खाना बनाने का कार्य करते थे।
जानें, कहां कितनी मौतें
रांची : 8
दुमका : 2
साहिबगंज : 1
जमशेदपुर : 1