Jharkhand: जानिए किसने कहा- मैनहर्ट घोटाले का आरोप राजनैतिक स्पीड ब्रेकर जैसा
Jharkhand News भाजपा से अलग हुए सरयू राय पर उन्होंने तीखा हमला करते हुए कहा कि सरयू राय तो मात्र खिलौने के समान हैं। मुख्य खिलाड़ी तो परदे के पीछे से खेल को आगे बढ़ाकर अपना रास्ता क्लीयर कर रहे हैं।
रांची, जासं। मैनहर्ट घोटाले के आरोप को राजनैतिक स्पीड ब्रेकर की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। जो रघुवर दास के संभावित राजनीतिक सफर को मंद करने के लिए प्रयोग किया जा रहा है। एंटी करप्शन ब्यूरो के द्वारा प्रारंभिक जांच कर इसे दर्ज करते हुए इस षडयंत्र को कामयाबी दे दी गई है जो सरकारी एंजेसियों का दुरुपयोग मात्र है। यह बातें क्षेत्रीय जनविकास परिषद के केन्द्रीय अध्यक्ष दयानंद मिश्रा ने आयोजित प्रेस वार्ता में मैनहर्ट घोटाले के बारे में बोलते हुए कहा।
भाजपा से अलग हुए सरयू राय पर उन्होंने तीखा हमला करते हुए कहा कि सरयू राय तो मात्र खिलौने के समान हैं। मुख्य खिलाड़ी तो परदे के पीछे से खेल को आगे बढ़ाकर अपना रास्ता क्लीयर कर रहे हैं। अपनी छवि को सबसे सफेद बताने का दंभ भर रहे सरयू राय अपने दोहरे चरित्र को उजागर कर रहे हैं। इस आरोप से जहां यह सवाल पैदा होता है कि मैनहर्ट घोटाले के दोषी के साथ तब बने रहना नैतिकता का तकाजा था, जब तक पद की प्राप्ति थी?
तो दूसरी ओर यह स्पष्ट हो जाता है कि इनका मुख्यमंत्रित्व काल बेदाग रहा जो सरयू राय जी के कैबिनेट में मौजूदगी के बाद भी इन्हें एक भी आरोप नहीं मिला। पंद्रह वर्ष पुराने इस मामले में सरकारी एजेंसियों सहित न्यायालय ने भी क्लीन चीट दे दी है। फिर इतने पुराने और इतनी छोटी रकम के लिए कार्य एजेंसियों का दुरुपयोग तो आपत्ति ही आमंत्रित करेगी, जब भ्रष्टाचार से राज्य कराह रही है। क्षेत्रीय जनविकास परिषद बहुत ही जल्द उच्च न्यायालय में इस षडयंत्र के खिलाफ पीआइएल फाइल करेगी।