Murder In Lohardaga: पहले सास-ससुर के तोड़े हाथ-पैर... अब लाठी से पीटकर पति की हत्या... पत्नी गिरफ्तार
Husband Murder In Lohardaga लोहरदगा जिले कुडू थाना क्षेत्र के फुलसुरी कोठी टोला गांव में एक दुखद घटना सामने आई है। पत्नी ने लाठी से पीटकर पति की हत्या कर दी है। इससे कुछ वर्ष पहले वह लाठी से पीटकर सास और ससुर का हाथ पैर तोड़ चुकी है।
लोहरदगा, जागरण संवाददाता। लोहरदगा जिले के कुडू थाना क्षेत्र के फुलसुरी कोठी टोला गांव में सोमवार की रात पत्नी ने लाठी से पीटकर पति विक्रम सिंह की हत्या कर दी। कुडू थाना पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। पत्नी भवानी देवी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बताया जाता है कि फुलसुरी कोठीटोला गांव निवासी अशोक सिंह के एकलौता पुत्र विक्रम सिंह (40 वर्ष) का विवाह 20 वर्ष पहले रांची के मनातू गांव निवासी भवानी देवी से हुआ था। शादी के बाद दोनों से दो पुत्र राज सिंह (18 वर्ष) एवं रवि सिंह (15 वर्ष) और एक पुत्री सोनाली कुमारी (13 वर्ष) है। मृतक के पिता अशोक सिंह और मां गिनी देवी ने बताया कि शादी के बाद से ही दोनों में संबंध मधुर नहीं थे। बताया कि बहू भवानी देवी ने कुछ वर्ष पहले सास-ससुर को लाठी से मारकर पैर-हाथ तोड़ दिया था।
जब कभी आती थी ससुराल, मचाकर जाती थी बवाल
ग्रामीण बताते हैं कि भवानी देवी हमेशा मायके में ही रहती थी और कभी-कभी ही ससुराल आती थी। वह जब भी ससुराल आती परिवार और गांव वालों से झगड़ा-झंझट करती थी। जिससे कोई भी उसके घर आने-जाने से कतराता था। घटना की रात भी किसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा-झंझट हुआ। आक्रोश में आकर पत्नी ने पति के सिर पर लाठी से हमला कर दिया। इससे मौके पर ही पति की मौत हो गई।
ग्रामीणों को भ्रमित करने के लिए मचाने लगी शोर
पति की मौत के बाद पतिहंता ग्रामीणों को भ्रमित करने के लिए शोर मचाने लगी, वह जाेर-जोर से चिल्ला रही थी कि किसी ने उसके पति की हत्या कर दी। इधर हत्या की सूचना मिलने के साथ हीं सर्किल इंस्पेक्टर सीएम हांसदा, कुडू थाना प्रभारी अनिल उरांव, एसआई सलन पाल केरकेट्टा, संजय कुमार कोठीटोला पहुंचे और पत्नी को गिरफ्तार कर घटना स्थल का निरीक्षण किया।
जान बचाने के लिए बेटा लगाते रहा गुहार
मृतक के पिता अशोक सिंह और मां गिनी देवी ने पुलिस को बताया कि सोमवार की रात पत्नी द्वारा बुरी तरह पिटे जाने पर उनका पुत्र विक्रम जान बचाने के लिए चिल्लाता रहा लेकिन बहु का खौफ इस कदर हावी था कि न तो माता-पिता और न ही कोई आस पड़ोस के लोग उसे बचाने नहीं पहुंचे।