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अंतिम सोमवारी पर पहाड़ी पर उमड़ा भक्तों का सैलाब

सावन के अंतिम सोमवार पर पहाड़ी मंदिर सहित शहर के सभी शिवालयों में जैन सैलाब उमड़ पड़ा। पहाड़ी बाबा के दर्शन के लिए एक लाख से अधिक श्रद्धालु एकत्र हुए। अन्य शिवालयों में भी काफी भीड़ रही।

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 Aug 2018 08:12 AM (IST)Updated: Tue, 21 Aug 2018 08:12 AM (IST)
अंतिम सोमवारी पर पहाड़ी पर उमड़ा भक्तों का सैलाब
अंतिम सोमवारी पर पहाड़ी पर उमड़ा भक्तों का सैलाब

रांची : बोल बम, बम-बम, बाबा एक सहारा है..बोलो-बोलो पहाड़ी बाबा की जय..ऊं ˜यंबकं यजामहे..कहीं जयकारा, कहीं उद्घोष, कहीं पंचाक्षर मंत्र, कहीं महामृत्युंजय..पूरी पहाड़ी शिवमय थी। पहाड़ी से बाहर से भी शिवमय। चारों तरफ उल्लास-उमंग और भक्ति की अविरल धारा बह रही थी। अंतिम सोमवारी को ऐसा ही नजारा था। तीन सोमवारी की भीड़ बहुत पीछे छूट गई थी। पिछले तीन सोमवारी पर भीड़ 12 बजे तक छंट जाती थी, इस बार भीड़ पट खुलने के समय 3.30 से लेकर शमा चार बजे तक जमी रही। वैसे, इसके बाद भी मंदिर खाली नहीं रहा। भक्त तो आते रहे। ऊपर से नीचे तक। हर मंदिर में भक्तों का रेला। मंदिर समिति ने बताया, अंतिम सोमवारी को सवा लाख से अधिक भक्तों ने जलार्पण किया।

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महिलाओं की संख्या ज्यादा

इस बार तो महिलाओं की भीड़ ने भी रिकार्ड तोड़ दिया। सीढि़यां महिलाओं से पट गई थीं। स्वयं सेवकों और पुलिस वालों के भी पसीने छूट रहे थे। महिलाओं के साथ युवतियां, बच्चियां भी थीं। हाथों में जलपात्र और पूजा की सामग्री। घंटों प्रतीक्षा के बाद बाबा पहाड़ी का दर्शन।

बीच-बीच में रोका जा रहा था

नीचे से ऊपर तक आठ जगह पर भक्तों को बांस से रोका जा रहा था। अगला आगे बढ़ जाता तो फिर पीछे वाले को स्वयंसेवक छोड़ते, ताकि मंदिर के ऊपर ज्यादा भीड़ एकत्रित न हो। ऊपर भी अरघा से जल चढ़ाने के बाद वहां से स्वयं सेवक शिवभक्तों को नीचे ठेलते, ताकि यहां भीड़ न हो। रह-रह कर बारिश बहुत राहत बरसा रही थी। गर्मी का एहसास नहीं हो रहा था।

रात से ही श्रद्धालु हुए कतारबद्ध

रात एक बजे से ही स्वर्णरेखा नदी से जल लेकर कांवरिया पहाड़ी मंदिर पहुंच गए थे। एक बजे से ही यहां आने का सिलसिला शुरू हो गया था। पट खुलने से पहले ही हजारों कांवरियों से सीढि़यां पट गई थीं। सबसे पहले कांवरियों ने ही दर्शन किए। साढ़े तीन से आठ बजे तक इनकी भीड़ रही। हालांकि छिटपुट ये आते रहे। कांवरियों के साथ आम श्रद्धालु भी दर्शन करते रहे।

चार अरघों की व्यवस्था

पहाड़ी बाबा पर जल चढ़ाने के लिए चार अरघे लगे थे। नाग बाबा मंदिर में भी एक अरघा लगा दिया गया था ताकि लोग आराम से जल चढ़ा सकें। अरघा के कारण श्रद्धालुओं को बड़ी राहत रही।

संध्या किया गया श्रृंगार

संध्या पहाड़ी बाबा का फूलों से श्रृंगार किया गया। इसके बाद बाबा को भोग लगाया गया। प्रसाद का वितरण किया गया।

हर रास्ता जाम

बाबा तक जाने वाले हर रास्ते जाम थे। भक्तों की भीड़ ही ऐसी रही। मुख्य द्वार के आस-पास काफी भीड़ थी। दुकानें भी थीं। पूजा की दुकानों पर भीड़ रही। खान-पान के ठेले भी लगे थे। सौंदर्य प्रसाधन की दुकानों पर भी महिलाओं की भीड़ रही। मारवाड़ी युवा मंच ने किया खीर का वितरण

रांची : मारवाड़ी युवा मंच, रांची शाखा की ओर से पहाड़ी मंदिर के पास भक्तों के बीच खीर का वितरण किया गया। वितरण में मंच के सचिव दीपक गोयनका, विशाल पाड़िया, संयोजक दीपक जालान, अजय खेतान, अमित सेठी, अजय डिडवानिया, आशीष गोयनका, दीपक जालान, आशीष डालमिया आदि भूमिका रही। रोनियार समाज ने श्रद्धालुओं को पिलाई चाय

रोनियार समाज की ओर से अंतिम सोमवारी पर जय किशोर गुप्ता के निवास स्थान पहाड़ी मंदिर के पास भक्तों के बीच खीर, चाय व जल का वितरण किया गया। अपर बाजार रोनियार समाज के अनूप लाल, उदय लाल द्वारा दूध का वितरण भी किया गया। कार्यक्रम में डॉक्टर विजय राज, शंभू प्रसाद गुप्ता, बिहारी प्रसाद गुप्ता, सुरेश प्रसाद गुप्ता, सुबोध गुप्ता आदि थे। शिवालयों में भक्तों का मेला

अंतिम सोमवारी पर शहर के शिवालयों में भी भीड़ रही। शिव भक्तों ने बेल पत्र, भाग, धतूरा, फल और प्रसाद अर्पित कर मनोवाछित फल की कामना की। कोकर शिव मंदिर में भी भक्तों की भीड़ रही। वहीं, लालपुर, बरियातू, बूटी मोड़, मोरहाबादी, धुर्वा, रातू रोड, पिस्का मोड़ सहित शहर के सभी शिव मंदिर व अन्य मंदिरों में भी सुबह से ही भीड़ रही।


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