रांची में दिनदहाड़े 3 लाख की छिनतई, बैंक से पैसा निकाल कर जा रहे थे घर
Jharkhand. पीडि़त व्यक्ति बैंक से पैसा निकाल कर जा रहा था। इसी दौरान बाइक पर सवार अपराधियों ने छिनतई की घटना को अंजाम दिया।
रांची, जासं। राजधानी रांची के डोरंडा थाना क्षेत्र में बुधवार को दिनदहाड़े तीन लाख रुपये की छिनतई का मामला सामने आया है। पीडि़त व्यक्ति बैंक से पैसा निकाल कर जा रहा था। इसी दौरान बाइक पर सवार अपराधियों ने छिनतई की घटना को अंजाम दिया। पीडि़त व्यक्ति तबरेज खालिद डोरंडा के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच से पैसे निकाल कर घर जा रहे थे। पुलिस को मामले की सूचना दी गई है। पुलिस अपराधियों की धर-पकड़ के लिए प्रयासरत है।
पुलिस घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरा से अपराधियों की पहचान करने में जुटी है। सीसीटीवी में अपराधियों का चेहरा धुंधला दिख रहा है। पीडि़त ने बताया कि वह एक अन्य व्यक्ति के साथ थैला में रुपये लेकर जा रहे थे। इसी क्रम में पीछे से बाइक पर सवार दो लोग आए और रुपये से भरा थैला लेकर फरार हो गए। पुलिस घटना की जांच में जुटी हुई है। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।
बैंक से ही कर रहे थे रेकी, बाइक को कर दिया था पंक्चर
एजी ऑफिस से सेवानिवृत्त तबरेज खालिद अपने एक मित्र के साथ डोरंडा थाना क्षेत्र के एजी कॉलोनी स्थित स्टेट बैंक पैसे निकालने के लिए गए हुए थे। तीन लाख रुपये निकालने के बाद रुपया उन्होंने अपने बैग में रखा और अपने दोस्त के साथ बैंक से बाहर निकले तो देखा उनका बाइक पंक्चर है। इसके बाद वे पंक्चर दुकान की तरफ अपनी बाइक को लेकर जाने लगे। इसी बीच बाइक पर सवार दो अपराधियों ने अचानक उनसे रुपये से भरा बैग झपट लिया और तेजी के साथ बिरसा चौक की तरफ फरार हो गए। तबरेज और उनके दोस्त कुछ समझ पाते, इससे पहले ही अपराधी उनकी आंखों से ओझल हो गए। हालांकि कुछ दूर तक तबरेज के दोस्त ने उनका पीछा भी किया लेकिन वह बाइक तेज गति से चलाते हुए फरार हो गए।
पुलिस जांच में जुटी, खंगाल रही सीसीटीवी
छिनतई की वारदात के बाद खालिद ने अपने फोन से डोरंडा थाना प्रभारी शैलेश को पूरे मामले की जानकारी दी। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस अलर्ट मोड में आई लेकिन तब तक पैसे छीनने वाले अपराधी फरार हो चुके थे। पुलिस अधिकारी खालिद को अपने साथ ले जाकर बैंक और बैंक के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को दिखा रहे हैं। लेकिन अभी तक इस कार्य में उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी है।