मेयर-डिप्टी मेयर की उपस्थिति में शवदाह गृह का हुआ परीक्षण
शुक्रवार को मेयर व डिप्टी मेयर की उपस्थिति में मारवाड़ी सहायक समिति ने रिम्स मिले शव का अंतिम संस्कार किया।
जागरण संवाददाता, राची : शुक्रवार को मेयर व डिप्टी मेयर की उपस्थिति में मारवाड़ी सहायक समिति ने रिम्स से मिले लावारिस लाश का अंतिम संस्कार कर हरमू स्थित शवदाह गृह (एलपीजी गैस आधारित) का परीक्षण कार्य पूरा किया। मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि राची नगर निगम का प्रयास फलीभूत हुआ। अब जल्द ही बैठक कर शवदाह गृह को आम लोगों के लिए खोलने का निर्णय लिया जाएगा। बैठक में शवदाह गृह में अंतिम सरकार के लिए शुल्क भी निर्धारित किए जाएंगे। डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने बताया कि शवदाह गृह शुरू होने से शहरवासियों को फायदा होगा। पिछले कई वर्षो से शवदाह गृह का मामला लंबित चल रहा था। राची नगर निगम ने कई बार शवदाह गृह के मरम्मत कार्य के लिए टेंडर भी निकाला, लेकिन इस कार्य के लिए कोई सामने नहीं आया। उन्होंने यह भी बताया कि शवदाह गृह में शवों के अंतिम संस्कार के लिए लगभग 1,800 रुपये लिए जाएंगे। हालाकि इस संबंध में अंतिम निर्णय मेयर की अध्यक्षता में बैठक कर लिया जाएगा। मारवाड़ी सहायक समिति के पूर्व अध्यक्ष सुरेश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि एलपीजी गैस से संचालित शवदाह गृह में एक शव के अंतिम संस्कार के लिए 16-17 किलोग्राम एलपीजी गैस की खपत होगी। एक शव को पूरी तरह जलने में 20-25 मिनट का समय लगेगा। उन्होंने यह भी बताया कि शवों के अंतिम-संस्कार के लिए शवदाह गृह परिसर में हिंदू रीति-रिवाज की भी व्यवस्था होगी। यहा जात-पात का कोई प्रश्न नहीं, जो लोग अपनी इच्छा से इस सुविधा का लाभ लेना चाहेंगे उन्हें शवदाह गृह में सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस अवसर पर राची नगर निगम की सहायक लोक स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ. किरण कुमारी, मारवाड़ी सहायक समिति के अध्यक्ष प्रदीप राजगढ़यिा, संरक्षक पवन बजाज समेत समिति के कई सदस्य व पार्षद अरूण कुमार झा उपस्थित थे।