वृंदा करात की रांची कोर्ट में पेशी, सीपीएम के 5 नेताओं ने भी लगाई हाजिरी
Brinda Karat. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी की पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात सहित छह वामपंथी नेताओं की सोमवार को रांची की निचली अदालत में पेशी हुई।
रांची, जासं। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात सोमवार को रांची की निचली अदालत में पेश हुईं। पांच साल पुराने एक मामले में उन्होंने अदालत में हाजिरी लगाई। वृंदा करात के साथ पांच वामपंथी नेता भी इस मामले में कोर्ट में हाजिर हुए। इधर वृंदा करात ने लोकसभा चुनाव- 2019 को लेकर वामपंथी पार्टियों की रणनीति के बार में कहा है कि वाम मोर्चा प. बंगाल में टीएमसी हटाओ- बंगाल बचाओ तो देश में भाजपा हटाओ- देश बचाओ नारे के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी। वरिष्ठ वामपंथी नेता ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। ये तानाशाह की तरह सत्ता चला रहे हैं।
वृंदा करात सहित छह ने किया सरेंडर, मिली जमानत
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआइएम) की पोलित ब्यूरो सदस्य वृंदा करात ने रांची के उपायुक्त कार्यालय का घेराव करने के मामले में सोमवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में सरेंडर किया। सरेंडर करने के बाद उन्हें जमानत मिल गई। वृंदा करात सहित अन्य पर वर्ष 2013 में कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। उपायुक्त कार्यालय का घेराव करने के मामले को लेकर कोतवाली थाना के तत्कालीन प्रभारी एसबी शर्मा ने प्राथमिकी दर्ज की थी।
आरोप था कि 29 मई 2013 को सीपीएम की ओर से एक जुलूस निकाला गया था। समाहरणालय के मेन गेट जाम कर दिया। इसके कारण समाहरणालय से लेकर शहीद चौक तक जाम लग गया था। इस मामले में वृंदा करात सहित छह अभियुक्तों में सुभाष मुंडा एवं अमित राय, गोपीकांत बख्शी, सुफान महतो, राजेंद्र सिंह मुंडा को आरोपित बनाया गया था। सभी ने सरेंडर किया और सभी को तीन-तीन हजार के निजी मुचलके पर जमानत दे दी गई।
बीते दिन वृंदा करात ने धनबाद में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मोदी सरकार पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त है। डिफेंस के मामले में पूरी तरह फंसी है। सच्चाई सामने आ गया है। आंकड़ा झूठा साबित हुआ है। करात ने कहा कि फिलहाल लोकसभा में वाम मोर्चा के 16 सांसद हैं। लोकसभा चुनाव में वाम मोर्चा के सांसदों की संख्या में वृद्धि होगी।
बकौल करात हमारा एक मात्र मकसद देश से भाजपा को हटाना है। इसके जो भी जरूरतें होंगी, करेंगे। क्षेत्रीय पार्टी से भी हम लोग एडजस्टमेंट कर रहे हैं। तमिलनाडु हो या बिहार सभी जगह लेफ्ट पार्टियां पूरे ताकत के साथ चुनाव में समझौते के साथ लड़ेगी। वाम दल के साथ पूरा नौजवान खड़ा है। करात ने कहा कि वाम दल एकजुट है। और पूरी एकजुटता के साथ इस बार लोकसभा चुनाव में उतरेंगे। मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने और उसकी गलत नीतियों को जनता के बीच लेकर जाएंगे।