बेटा नहीं होने पर पत्नी को तेजाब से नहलाया, पुलिस ने टरकाया; कोर्ट ने लिया संज्ञान
वंश वृद्धि के लिए बेटा नहीं होने का आरोप लगाकर रांची में मजदूरी करने वाले युवक ने पत्नी को तेजाब से नहला दिया।
जागरण संवाददाता, रांची। सिविल कोर्ट में बुधवार को दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। वंश वृद्धि के लिए बेटा नहीं होने का आरोप लगाकर रांची में मजदूरी करने वाले युवक ने पत्नी को तेजाब से नहला दिया।
जानकारी के अनुसार, पलामू जिले के लेस्लीगंज के कुराइन पतरा गांव का निवासी बलराम साव पत्नी रिंकू देवी को पलामू के ही लेस्लीगंज के राजपुर गांव स्थित उसके मायके से अप्रैल माह में विदा कराकर ले गया। 29 अप्रैल को उसे इलाज के लिए तांत्रिक के पास चलने को तैयार किया। रास्ते में बेटा न होने का उलाहना देते हुए पत्नी को सिर से तेजाब से नहला दिया। मरा हुआ जान सुनसान क्षेत्र में छोड़कर भाग गया। महिला वहां तड़पती रही। वहां से गुजर रहे लोगों की उस पर नजर पड़ी तो उसे गढ़वा सदर अस्पताल भेजा। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे सदर अस्पताल, डालटनगंज रेफर कर दिया गया।
वहां से भी महिला को बेहतर इलाज के लिए रांची के रिम्स अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान पीड़िता के पिता रांची के रातू थाने में मामले की प्राथमिकी दर्ज कराने गए। लेकिन पुलिस ने उन्हें यह कहकर टरका दिया कि मामला पलामू जिले से संबंधित है। प्राथमिकी वहीं दर्ज कराएं। इसके बाद पीड़िता और उसके परिजन रांची में इलाज कराने के साथ-साथ न्याय पाने के लिए भटकते रहे, लेकिन पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। बुधवार को पीड़िता अपने परिजन के साथ सिविल कोर्ट पहुंची। न्यायिक दंडाधिकारी तारकेश्वर दास की अदालत में मुकदमा दायर किया है। अदालत ने इस मामले में सुनवाई की तिथि 21 जून निर्धारित की है।
इनके खिलाफ हुआ मुकदमा
रिंकू के पति बलराम साव, ससुर इनर साव, सास पार्वती देवी, भैसुर जयराम साव, गोतनी गायत्री देवी और पड़ोसी सुनील ठाकुर के खिलाफ मुकदमा किया गया है। सभी पलामू जिले के लेस्लीगंज के कुराइन पतरा गांव के निवासी हैं।
पिता ने न्याय दिलाने व इलाज के लिए लगाई सरकार से गुहार
पीड़िता के पिता बीरबल साव ने कहा कि बेटी को न्याय दिलाने की उम्मीद से उन लोगों ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। पुलिस के द्वारा मामले में कोई कार्रवाई नहीं करने पर लाचारी और मजबूरी में उन लोगों ने सरकार से भी गुहार लगाई है कि आरोपितों को बख्शा नहीं जाए। बीरबल रांची के रातू में रहकर मजदूरी करते हैं। उन्होंने रिंकू के इलाज के लिए भी सरकार से आर्थिक सहायता करने की गुहार लगाई है।
कोर्ट ने लिया मामले को संज्ञान
पति द्वारा पत्नी को तेजाब से नहलाने ओर प्रताड़ित करने के मामले का कोर्ट ने संज्ञान लिया है। डालसा को टीम गठित कर जांच का आदेश दिया। डालसा ने अधिवक्ता कीर्ति सिंह की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय टीम का गठन किया। बेटा न होने पर पति ने इस घटना को अंजाम दिया था।
एसिड अटैक पीड़ित महिला का दर्ज हुआ बयान
रिंकू देवी पर एसिड अटैक से जुड़े मामले की सुनवाई न्यायिक दंडाधिकारी तारकेश्वर दास की अदालत में हुई। मामले में पीड़िता रिंकू देवी का बयान अदालत में दर्ज किया गया। अदालत ने तत्काल जिला विधिक सेवा प्राधिकार को विक्टिम कंपनसेसन के तहत मुआवजा दिलाने को लेकर पत्र लिखा। डालसा ने टीम गठित कर पीडि़ता को रिम्स में इलाज के लिए दाखिल कराया। रिंकू देवी ने पति बलराम साव, ससुर इनर साव, सास पार्वती देवी, भसुर जयराम साव, गोतनी गायत्री देवी और पड़ोसी सुनील ठाकुर के खिलाफ अदालत में मुकदमा दर्ज कराया है। सभी आरोपित पलामू जिले के लेस्लीगंज के कुराइन पतरा गांव के हैं।
दो बेटियां हैं, बेटा हुआ था पर उसका निधन हो गया
बीरबल ने बताया कि रिंकू की शादी 12 मई, 2011 में हुई थी। दो बेटियां हैं। एक लड़का हुआ था। जिसका निधन तीन-चार दिनों में ही रिम्स में इलाज के दौरान बीते फरवरी माह में हो गया था। इसके बाद से रिंकू ससुराल में रहती थी। लेकिन बेटा न होने के कारण ससुराल वाले प्रताड़ित करते थे।
गढ़वा के तांत्रिक के पास जाने के दौरान तहले नदी के पास डाला तेजाब
बेटे की चाहत में बलराम पत्नी को गढ़वा जिले के एक गांव में तांत्रिक सलीम के पास ले जा रहा था। रास्ते में तहले नदी के समीप सुनसान जगह पाकर उसके सिर पर तेजाब डाल दिया। जिससे उसका चेहरा व शरीर के विभिन्न अंग बुरी तरह से जल गए।
ससुर को फोन कर बोला पति, दुर्घटना में रिंकू जख्मी हो गई घटना की जानकारी आरोपित बलराम ने ही अपने ससुर बीरबल को दी। उसने फोन कर बताया कि वह रिंकू के साथ लेस्लीगंज दवा लेने जा रहा था। इस बीच, सड़क दुर्घटना हो गई। जिसमें रिंकू घायल हो गई। वह डालटनगंज में भर्ती है।
इलाज के दौरान माफी मांग पत्नी को घर ले गया, फिर पीटा
पीड़िता को 30 अप्रैल को रिम्स में भर्ती कराया गया। पिता ने बताया कि कुछ दिनों के इलाज के बाद पीड़िता का पति बलराम माफी मांगकर उसे अपने साथ ले गया। वहां उसके साथ फिर मारपीट की, दोबारा जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद बीरबल उसे वापस ले आए, दोबारा रिम्स में भर्ती कराया।