Coronavirus: इस हफ्ते की लड़ाई हमें जीताएगी कोरोना से जंग, ऐसे करें तैयारी
Coronavirus Update डॉक्टरों के मुताबिक इस सप्ताह में दूर-दराज से घर लौटने वाले लोगों से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। अब अधिक सतर्क होने की जरूरत है।
रांची, जेएनएन। Coronavirus Update अब और सतर्क हो जाएं। कोरोना वायरस के फैलाव के लिहाज से अगले 7 दिन हमारे-आपके और पूरे समाज-समुदाय के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह सप्ताह सबके लिए बेहद अहम है। क्योंकि इन सात दिनों में हम दिन- दुनिया से दूर रहे तो संभव है कि कोरोना वायरस को हरा पाने में सफल हो जाएं। लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम इस महामारी की विभीषिका की चपेट में आ सकते हैं। जानकारी के मुताबिक दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 3 लाख से ऊपर पहुंच चुकी है। जबकि इस खतरनाक वायरस से 14,600 लोगों की असामयिक मौत हो गई। हालांकि इस बीच संतोष करने वाली खबर चीन से आई है, जहां पिछले हफ्ते में संक्रमण की गुंजाइशें कम हुई हैं और कोरोना वायरस से संक्रमित कई मरीजों की सेहत बिल्कुल सुधर गई। डॉक्टरों के मुताबिक अभी कोरोना वायरस सेकेंड फेज में है, ऐसे में आने वाले समय में लोकल ट्रांसमिशन के जरिये इसके व्यापक फैलाव के खतरे की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।
डॉक्टरों के मुताबिक कोरोना वायरस दूसरे चरण में अब स्थानीय प्रसार के रास्ते खोज रहा है। ऐसे में पब्लिक प्लेस, सार्वजनिक जगह, लोगों के जमावड़े वाले खुले इलाकों में इसके तेजी से फैलने की संभावना बलवती है। बताया गया है कि दूसरे चरण के बाद ही यह खतरनाक वायरस बड़ी संख्या में लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है, ऐसे में इन 7 दिनों में तब इसके फैलने का खतरा सबसे ज्यादा है, जब बड़ी संख्या में बाहरी लोग बेरोकटोक हमारे बीच आ रहे हैं। चीन के बाद इटली के हजारों लोगों की मौत अब तक कोरोना वायरस से हो चुकी है। अब तक की जानकारी के मुताबिक भारत के कई राज्यों में इसका फैलाव हो चुका है। आधिकारिक तौर पर सात से अधिक मौतें सरकार बता चुकी है। ऐसे में कोरोना वायरस से बचाव के लिए सबसे जरूरी है कि हम जाने-अनजाने लोकल ट्रांसमिशन का जरिया न बनें।
वर्तमान समय में झारखंड समेत 12 राज्यों ने जहां 31 मार्च तक लॉक डाउन की घोषणा की है। वहीं पंजाब ने कर्फ्यू लगा दिया है। कोराेना की आहट से कई अस्पतालों में बड़े पैमाने पर आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं। इधर झारखंड में बाहर कमाने वाले परदेसी काम-काज छिन जाने के बाद तेजी से अपने घर लौट रहे हैं। रोज हजारों की तादाद में ऐसे लोग झुंड की शक्ल में झारखंड की सीमा में किसी न किसी तरह दाखिल हो रहे हैं। एक-दूसरे से दूर रहने की सख्त मनाही के बावजूद बाजारों तक में भारी भीड़ जमा है। लॉक डाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाकर सरेआम बाजार खोले जा रहे हैं।
डॉक्टर बता रहे हैं कि अभी दूसरे चरण में अधिक सावधान रहने की जरूरत है। कोरोना वायरस की महामारी से दुनिया के 177 देश जूझ रहे हैं। स्थानीय स्तर पर फैलाव रोकने और संदिग्धों की चेन को कमतर करने के लिए जरूरी है कि कम से कम घरों से बाहर निकलें। कहीं भी मजमा न लगे। संदिग्ध के संपर्क में आते ही आइसोलेशन के लिए अस्पताल में भर्ती हों। तमाम एहतियात का कड़ाई से पालन करें। बीमारी की भयावहता से दूर रहने के लिए योग, प्राणायाम और आयुर्वेद के उपचार में रहें। कोई कितना भी नजदीकी हो, बाहर से आने वाले लोगों से नियत दूरी बनाकर रखें।