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Coronavirus Update: रोज आ रहे सैंकड़ों प्रवासी कामगार, कोराेना का खतरा बढ़ा; गांवों में हड़कंप

Coronavirus Update सोशल डिस्‍टेंसिंग की राह में बाधा बन रहे प्रवासी कामगारों को लेकर केंद्र ने भी एडवाइजरी जारी की है। इन्‍हें हर हाल में राज्‍यों में रोकने के निर्देश जारी किए गए।

By Alok ShahiEdited By: Published: Fri, 27 Mar 2020 06:47 PM (IST)Updated: Sat, 28 Mar 2020 07:30 AM (IST)
Coronavirus Update: रोज आ रहे सैंकड़ों प्रवासी कामगार, कोराेना का खतरा बढ़ा; गांवों में हड़कंप
Coronavirus Update: रोज आ रहे सैंकड़ों प्रवासी कामगार, कोराेना का खतरा बढ़ा; गांवों में हड़कंप

रांची, जेएनएन। Coronavirus Update कोरोना वायरस की महामारी और संक्रमण से बचने के लिए भले ही केंद्र से लेकर राज्‍य तक तमाम प्रयास किए जा रहे हों, लेकिन अब भी सोशल डिस्‍टेंसिंग कामयाब नहीं हो पा रही है। इसकी बड़ी वजह है, रोज सैंकड़ों की तादाद में बाहर से आने वाले कामगार। वे बेरोकटोक अपने घर पहुंच रहे हैं। कंटेनर में ढूंसकर और लंबी दूरी तय कर वे पैदल भी अपने परिवार के पास पहुंच रहे हैं। ऐसे में जाने-अनजाने कोरोना के स्‍थानीय प्रसार के प्रभाव को किसी सूरत में कम नहीं किया जा सकता। गांवों में बाहरी के प्रवेश के नाम पर हड़कंप मचा है। कई इलाकों में टकाराव की स्थिति बन गई है।

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आधिकारिक जानकारी के मुताबिक झारखंड में अब तक 45 हजार से अधिक लोग दूसरे राज्‍यों से आ चुके हैं। हालांकि मोटे तौर पर इन्‍हें घर में क्‍वारंटाइन करने की बात कही जा रही है, लेकिन इनके संपर्क में आने वालों की चिंता कोई नहीं कर रहा। अनुमान के मुताबिक प्रतिदिन सैंकड़ों कामगार दूसरे प्रदेशों से अब भी झारखंड आ रहे हैं। जिनकी स्‍वास्‍थ्‍य जांच तो कराई जा रही है, लेकिन वे सामाजिक दूरी से इतर कोरोना वायरस के खतरे की अनदेखी कर रहे हैं। असंगठित क्षेत्र के कामगार और वंचित तबके के लोगों के गांवों में आवक बढ़ने से समाज के कोरोना संक्रमित होने का खतरा बढ़ गया है।

इधर केंद्र सरकार की ओर से जारी की गई एडवाइजरी में कहा गया है कि प्रवासी कामगारों का पलायन मुसीबत बढ़ा सकता है। अधिकारी ऐसे लोगों को समझाएं कि सरकार की ओर से राशन समेत कई चीजें मुफ्त दी जा रही हैं। उन्‍हें ज्‍यादा परेशान होने की जरूरत नहीं हैं। वे जहां हैं, वहीं सुरक्षित रहें। होटलों और छात्रावासों को संचालित करने की बात कही गई है। किराए के मकान से भी किराएदारों को हटाने, निकालने के बारे में चेताया गया है। इससे पहले 21 दिनों के लॉक डाउन की घोषणा के बाद से अब तक कई प्रवासी कामगार सैंकड़ों किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर अपने घर पहुंच गए हैं।


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