Coronavirus Third Wave Alert: कोरोना के तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारी जोरों पर, प्राइवेट अस्पतालों में 20 प्रतिशत बेड रिजर्व
कोरोना संक्रमित बच्चों के इलाज लिए कई तरह से तैयारी चल रही है। जिसमें आक्सीजन सपोर्टेड बेड आक्सीजन टैंक हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू) और इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) बेड शामिल हैं। ये बेड से सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल्स में रखे गए है।
रांची, जासं। कोरोना संक्र मित बच्चों के इलाज लिए कई तरह से तैयारी चल रही है। जिसमें आक्सीजन सपोर्टेड बेड, आक्सीजन टैंक, हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू) और इंटेंसिव केयर यूनिट (आईसीयू) बेड शामिल हैं। ये बेड से सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल्स में रखे गए है। सभी सीएचसी में विशेषज्ञ की टीम बनाकर उन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है।
प्राइवेट में 20 प्रतिशत बेड रिजर्व किया जा रहा है। इसे लेकर हेल्थ डिपार्टमेंट ने सभी प्राइवेट अस्पतालों को आदेश जारी कर दिया है। जिसके तहत उन्हें अपने अस्पताल में कम से कम 20 प्रतिशत ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड बच्चों के लिए रखने को कहा गया है। मालूम हो कि बच्चों के लिए डॉक्टरों की संख्या काफी कम हैं। जिले में सात बच्चों के ही डा हैं। जिससे समस्या हो सकती है।
इसे लेकर सिविल सर्जन ने एनएचएम से डॉक्टर की बहाली के लिए पत्र भेजा है। पूरे झारखंड की बात करें 350 बच्चों के डॉक्टर रजिस्टर्ड हैं। जिससे समझा जा सकता है कि थर्ड वेब आई तो बच्चों को संभालना मुश्किल हो सकती है। थर्ड वेव की चपेट में बच्चों के आने की संभावना है। ऐसे में सरकारी से लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल्स में बनाए गए पीआईसीयू और एनआईसीयू बच्चों के लिए सुरक्षा कवच का काम करेंगे।
इन प्रखंडों में होगी चुनौती
तमाड़ :
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तमाड़ में तीसरी लहर की तैयारी को लेकर 10 बेड लगाए गए हैं। इन सभी बेड में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था है ताकि जरूरत पर ऑक्सीजन दी जा सके। चिकित्सा प्रभारी आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि जरूरत पर बेड बढ़ाए जाएंगे।
तोरपा:
अस्पताल में तीसरी लहर से बचने के लिए 20 ऑक्सीजन बेड तैयार हैं। स्थिति को देखते हुए उसे और बढ़ाया जा सकता है। लापुंग सामुदायिक केंद्र में पहले ही ऑक्सीजन युक्त नौ बेड हैं। तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए कोई व्यवस्था नहीं है।
सिल्ली :
सिल्ली सामुदायिक केंद्र में छह ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था की गई है। साथ ही 10 ऑक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था सिल्ली स्टेडियम परिसर में की जाएगी। यह जानकारी अस्पताल के प्रभारी डाक्टर रजनी नीलम टोपनो ने दी।
बेड़ो:
प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेड़ो में कोरोना की तीसरी लहर के लिए 10 बेड तैयार हैं। इस वार्ड में भर्ती होने वाले हर मरीज को ऑक्सीजन उपलब्ध होगी। यहां हर बेड के साथ एक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाया गया है। सीएचसी के चिकित्सा प्रभारी अरविद कुमार रजक ने बताया कि मरीजों को समय रहते पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल सके, इसलिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनें लगाई है।
सोनाहातू:
सोनाहातू स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तीसरी लहर की तैयारी है। स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. जयराम शर्मा ने बताया कि कुछ दिन पहले ही ऑक्सीजन युक्त 10 बेड लगाए गए हैं। बच्चों के लिए बनाए गए 10 बेड को ऑक्सीजन युक्त बनाने की तैयारी चल रही है।
बुंडू:
बुंडू अनुमंडलीय अस्पताल के दूसरे तल्ले में कोविड-19 संक्रमित मरीजों के ईलाज के लिए 10 ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड लगाए गए हैं। अस्पताल के प्रभारी डा. विजय ने बताया कि इसके अलावा 50 बेड की व्यवस्था की गई है, जबकि 25 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं।
ओरमांझी:
राजधानी से करीब 15 किलोमीटर दूर ओरमांझी में अभी तक कोरोना के संभावित तीसरी लहर को लेकर कोई तैयारी नहीं है। चिकित्सा प्रभारी डा. रेनू ने बताया कि ऑक्सीजन युक्त 20 बेड लगाने की तैयारी की जा रही है। मालूम हो कि यह तैयारी कोविड-19 के दूसरी लहर से ही चल रही है।
नामकुम:
कोरोना बीमारी को लेकर नामकुम सीएससी अस्पताल में कुल 10 बेड की व्यवस्था की गई है। जिसमें सात पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था है। वहीं तीन ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था की गई है। यह जानकारी सीएचसी प्रभारी माइकल ने दी।