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Lockdown: कश्मीर से कन्याकुमारी तक विश्‍व हिन्‍दू परिषद दे रही बच्‍चों को दूध-बुजुर्गों को दवा

Coronavirus Lockdown विहिप कायर्कर्ता 28 लाख लोगों को भोजन व 3.5 लाख परिवारों तक राशन पहुंचा चुके हैं। देश के 1771 शहरों व 15557 स्थानों पर राहत कार्य चलाया जा रहा है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Wed, 15 Apr 2020 09:18 PM (IST)Updated: Wed, 15 Apr 2020 10:58 PM (IST)
Lockdown: कश्मीर से कन्याकुमारी तक विश्‍व हिन्‍दू परिषद दे रही बच्‍चों को दूध-बुजुर्गों को दवा
Lockdown: कश्मीर से कन्याकुमारी तक विश्‍व हिन्‍दू परिषद दे रही बच्‍चों को दूध-बुजुर्गों को दवा

रांची, [संजय कुमार]। Positive India कोरोना वायरस जैसी महामारी से निपटने के लिए जारी लॉकडाउन से परेशान लोगों के बीच राहत कार्य चलाने में आरएसएस के साथ-साथ उनके अनुषांगिक संगठन भी पीछे नहीं हैं। उन्हीं अनुषांगिक संगठनों में से एक प्रमुख संगठन विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के 28 हजार से अधिक कार्यकर्ता जम्मू कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और गुजरात से लेकर पूर्वोत्तर भारत तक में राहत कार्य चला रहे हैं। ये अब तक जहां 28 लाख से अधिक लोगों को भोजन करा चुके हैं वहीं 3.50 लाख परिवारों को कच्चा राशन दे चुके हैं।

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बच्चों के लिए दूध तो बुजुर्गों के लिए दवा पहुंचाने के साथ-साथ विहिप कार्यकर्ता घरों में सब्जियां भी पहुंचा रहे हैं। गायों को भोजन कैसे मिले इसकी भी चिंता कर रहे हैं। अब तक चार लाख से अधिक मास्क का भी वितरण किया गया है। विहिप परिवार की महिलाएं अपने घरों में मास्क का निर्माण स्वयं कर रही हैं। विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने दैनिक जागरण से कहा कि 26 मार्च से प्रारंभ सेवा का यह काम प्रशासन की अनुमति से जरूरत के अनुसार लॉकडाउन जारी रहने तक चलता रहेगा।

इस काम में देश के प्रमुख मंदिरों, गुरुद्वारा, जैन मंदिर एवं इस्कॉन के लोग भी मदद कर रहे हैं। विहिप के लोग स्वास्थ्य, सफाई, सुरक्षा में लगे लोगों का भी ध्यान व अस्पतालों में जरूरत पडऩे पर रक्तदान भी कर रहे हैं। हरियाणा, मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना व कर्नाटक में मास्क तैयार करवाए जा रहे हैं। सबसे महत्वपूर्ण है कि पिछले सप्ताह ग्वालियर में एक परिवार में शव उठाने के लिए लोग नहीं मिल रहे थे तो बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने यह काम पूरा किया। केरल में घर-घर सब्जी पहुंचाने का काम किया जा रहा है।

 

उत्तर प्रदेश में 1093 तो दिल्ली में 150 स्थानों पर चल रहा कैंप :  मिलिंद परांडे ने कहा कि सेवा का यह कार्य पूरे देश में चल रहा है। उत्तर प्रदेश में 1093, हरियाणा में 270, मध्य प्रदेश में 149, दिल्ली में 170, झारखंड में 40, बिहार में 210, उत्तराखंड में 20 स्थानों पर राहत कैंप चलाए जा रहे हैं। दिल्ली, मुंबई, पुणे शहर में तो प्रत्येक दिन 30 से 35 हजार लोग भोजन कर रहे हैं। हरियाणा में अब तक तीन लाख से अधिक तो राजस्थान में साढ़े चार लाख से अधिक लोगों को भोजन कराया गया है। जहां तक कार्यकर्ताओं की बात है तो गुजरात में 3600, महाराष्ट्र में 2600, उत्तर प्रदेश में 7100 व मध्य प्रदेश में 3300 कार्यकर्ता लगे हैं। 

शरणार्थियों का भी रखा जा रहा ध्यान : दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर आदि राज्यों में बने शरणार्थी शिविरों में रह रहे पाकिस्तान से आए लोगों का भी ध्यान रखा जा रहा है। पूरे देश में 30 अस्पतालों को विहिप ने गोद लेने का काम किया है। वहां के सभी मरीजों को भोजन पहुंचाने का काम किया जाता है। वनवासी क्षेत्रों के लोगों पर भी विशेष ध्यान है।


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