Coronavirus Lockdown: बिहार-बंगाल, यूपी-छत्तीसगढ़ सीमा पर आनंद विहार जैसे हालात, हजारों लोग रोके गए; अफरा-तफरी
Coronavirus Lockdown झारखंड की बिहार यूपी छत्तीसगढ़ और बंगाल से सटी सीमाओं को सील कर यहां निगरानी बढ़ा दी गई है। सीमा पर बड़ी संख्या में लोगों को रोके जाने से कई जगह अफरातफरी की भी स्थिति रही।
रांची, जेएनएन : Coronavirus Lockdown लॉकडाउन में जल्दी से जल्दी अपनों के पास पहुंचने की बेचैनी से वशीभूत होकर देश के अलग-अलग हिस्सों से झारखंड के लिए चले हजारों लोग सोमवार को राज्य की सीमाओं पर ही रोक लिये गए। केंद्रीय गृह मंत्रालय और प्रदेश सरकार के निर्देश के बाद झारखंड की बिहार, यूपी, छत्तीसगढ़ और बंगाल से सटी सीमाओं को सील कर यहां निगरानी बढ़ा दी गई है। सीमा पर बड़ी संख्या में लोगों को रोके जाने से कई जगह अफरातफरी की भी स्थिति रही। वहीं बड़ी संख्या में लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है। जरूरत समझे जाने पर उनकी मेडिकल जांच कराई जा रही है। कई को होम क्वारंटाइन में भी भेजा गया है। इस अफरातफरी में कोरोना से बचाव के लिए जरूरी शर्तों में शामिल शारीरिक दूरी की एहतियात लोग बरतते नहीं दिखे। पुलिस-प्रशासन की ओर से लोगों से अपील की जा रही है कि जो जहां हैैं, वे वहीं रहे, उनकी सुविधा का ध्यान रखा जाएगा।
मैथन में डेढ़ हजार लोग फंसे
सबसे ज्यादा भीड़ झारखंड-बंगाल की सीमा पर स्थित धनबाद के मैथन में देखी गई। यहां दोनों ओर करीब डेढ़ हजार लोगों को रोक दिया गया है। ये झारखंड, बिहार यूपी और बंगाल के विभिन्न इलाकों के रहनेवाले हैैं। बिहार के गया, जहानाबाद और सासाराम से बंगाल जा रहे 350 लोगों को मैथन के अस्थाई कैंप में रखा गया है। इसी तरह बंगाल के डीबूडीह बॉर्डर पर उधर से आ रहे झारखंड, बिहार व यूपी के लोगों को रोका गया है।
जामताड़ा में भी रोके गए दर्जनों, भेजे गए सहायता केंद्र
झारखंड के संतालपरगना का प्रवेश द्वार माने जाने वाले मिहिजाम (जामताड़ा) कानगोई चेक पोस्ट पर सीमा सील होने से अन्य प्रदेशों से झारखंड आने वाले दर्जनों लोगों को पुलिस ने सीमा पर रोक दिया। दर्जनों दसपहिया या भारी वाहनों को भी कतारबद्ध कर सड़क किनारे खड़ा कर दिया गया। प्रशासन से पास लेकर खाद्य सामग्री व अन्य उपयोगी वस्तुओं को ले जाने वाले वाहनों को आवागमन की छूट दी जा रही है। रोके गए लोगों को सहायता शिविर में रहने को कहा जा रहा है, जहां लोगों को भोजन की सुविधा दी जा रही है। उधर नाला सीमा पर भी दूसरे प्रदेश से आ रहे लोगों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। जामताड़ा से सटे बंगाल के रूपनारायणपुर क्षेत्र स्थित टोल टैक्स नाका पर भारी संख्या में बंगाल पुलिस व झारखंड पुलिस की तैनाती की गई है। सीमा सील होने पर पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर व ओडिशा राज्य से दर्जनों वाहन समेत राहगीर को रोक दिया गया है।
दुमका में खास इंतजाम
दुमका में बिहार-बंगाल से रास्ते को सील कर सीमा पर ही क्वारंटाइन का इंतजाम किया गया है। वहां मेडिकल टीम, दाल भात योजना के तहत भोजन का इंतजाम और सुरक्षा का इंतजाम है।
गहन पूछताछ के बाद ही प्रवेश
चतरा जिले की बिहार से लगने वाली सीमा को सोमवार को पूरी तरह से सील कर दिया गया। बाहरी लोगों को पूछताछ एवं मेडिकल जांच से संबंधित कागजात प्रस्तुत करने पर ही झारखंड में प्रवेश करने दिया जा रहा है। विभिन्न प्रदेशों से मजदूरी कर पैदल आने वाले मजदूरों से भी कड़ी पूछताछ हो रही है। जिले के मजदूरों को सीधे अस्पताल भेज दिया जा रहा है। कोडरमा जिले में बिहार की सीमा को सील कर दिया गया है। सोमवार को बाहर से आए कुल 889 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। उधर लेकर सरायकेला-खरसावां जिले में कुल 30 चेकपोस्ट बनाकर बाहर से आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर नजर रखी जा रही है। साहिबगंज की सीमा पश्चिम बंगाल व बिहार से लगती है। जिले की सीमा सील करने के बाद उधवा व मिर्जाचौकी में चेकनाका बनाया गया है। वहां आनेजाने वाले लोगों की स्वास्थ्य जांच की जाती है। इसके बाद उनके हाथ पर होम क्वारंटाइन की मुहर लगा दी जाती है तथा उन्हें घर में अलग रहने को कहा जाता है।
पूर्वी सिंहभूम जिले की सीमाओं पर कुल 12 चेकपोस्ट बनाए गए हैं। उधर, पश्चिम सिंहभूम जिले से जुडऩे वाली ओडिशा की छह सीमाएं पूरी तरह सील हैं। चेकपोस्ट पर रखे रजिस्टर में बाहर से आए लोगों का नाम-पता व मोबाइल नंबर दर्ज किया जा रहा है। वहां तैनात मजिस्ट्रेट व पारा-मेडिकल स्टाफ थर्मल स्कैनिंग के बाद हाथ पर मुहर लगा कर लोगों को 14 दिन तक होम क्वाारंटाइन में रहने का निर्देश दे रहे हैं। बहरागोड़ा के बनाबुडा में प्रशासन ने चेक पोस्ट बनाया है। यहां ओडिशा मार्ग से आनेवाले वाहनों की जांच की जा रही है।
गढ़वा जिले की सीमा उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार से लगती है। यहां सीमा को सील कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ और यूपी से पैदल आनेवाले मजदूरों की जांच कर आने दिया जा रहा है। पलामू जिले के हरिहरगंज में बिहार-झारखंड सीमा पर लगभग 600 लोगों को रोका गया है। हुसैनाबाद में भी एक दर्जन लोगों को रोका गया है। वहीं बिहार के नवीनगर से मालगाड़ी से लातेहार के लिए चले 13 लोगों को डालटनगंज रेलवे स्टेशन पर उतार लिया गया। सिमडेगा जिला प्रशासन ने ओडिशा व छत्तीसगढ़ की सीमा को सील कर दिया है। राज्य में आने वाले लोगों पर अब पैनी नजर रखी जा रही है। डुमरडीह समेत कई गांवों में ग्रामीणों ने अपने स्तर से भी सीमा को सील कर दिया है।
गोड्डा सीमा पर निगरानी हो रही, लेकिन कैंप नहीं
गोड्डा में दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी यात्रियों की जांच के लिए गोड्डा जिले में 9 बोर्डर एरिया में चेकनाका बनाकर वहां दंडाधिकारी के साथ पुलिस बलों की तैनाती की गई है। साथ ही सर्विलांस टीम को बाहर से आ रहे लोगों को जांच के लिए तैनात किया गया है। यहां जिले की अंतरराज्यीय सीमाओं में बने 9 चेकनाका में कहीं भी प्रशासन की ओर से रहने खाने के लिए कैंप नहीं बनाया गया है। पुलिस और दंडाधिकारी के साथ सर्विलांस टीमें जांच के बाद संबंधित लोगों को अपने घरों में ही होम क्वारंटाइन में रहने का निर्देश देे रहे हैं।