Coronavirus Update: अबतक 1004 लोगों की जांच, 4 पॉजिटिव-842 निगेटिव, 158 को रिपोर्ट का इंतजार; जानें ताजा हाल
Coronavirus Update झारखंड में अबतक कोरोना के कुल 1004 संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच हुई है। इनमें से 842 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है जबकि 158 लोगों की रिपोर्ट का इंतजार है।
रांची, राज्य ब्यूरो। Coronavirus Update झारखंड में अबतक कोरोना के कुल 1,004 संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच हुई है। इनमें से 842 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, जबकि 158 लोगों की रिपोर्ट का अभी भी इंतजार है। इनमें 93 ऐसे सैंपल भी हैं जो सोमवार को जांच के लिए रिम्स, रांची और एमजीएम, जमशेदपुर भेजे गए।बता दें कि झारखंड में कोरोना के अबतक चार मरीज रांची में दो, बोकारो तथा हजारीबाग में एक-एक मिले हैं।
कोरोना से निपटने के लिए राज्यपाल राष्ट्रपति से करेंगी संसाधनों की मांग
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू राज्य में कोरोन से मुकाबला करने के लिए आवश्यक संसाधन व चिकित्सा उपकरण दिलाने का अनुरोध राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तथा उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू से करेंगी। उन्होंने यह आश्वासन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्य के पदाधिकारियों को दिया। राज्यपाल सोमवार को राजभवन में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में कोरोना से निपटने को लेकर तैयारियों की समीक्षा कर रही थीं।
लॉकडाउन खत्म होने के बाद की तैयारी दुरुस्त रखने के निर्देश
दरअसल, राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति ने पिछले शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान राज्यपाल को कोरोना वायरस से लड़ने हेतु राज्य की आवश्यकताओं से अवगत करने को कहा था। उन्होंने बैठक में राज्य की आवश्यकताओं पर चर्चा कीं। इस क्रम में राज्यपाल ने कहा कि लॉकडाउन समाप्त होने के बाद राज्य के बाहर फंसे लोग जब आएंगे उनके लिए पहले से तैयारी रखने की जरूरत है। कहा कि स्वंयसेवी संस्थाओं व अन्य से वॉलंटियर्स को शामिल कर इस आपदा से लड़ा जा सकता है। लोग अगर लॉकडाउन के नियमों का स्वंय कड़ाई से पालन करें तो कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाव नहीं होगा।
सभी जरूरतमंद लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा भोजन
मुख्यमंत्री ने बैठक में राज्यपाल को जानकारी दी कि केंद्र सरकार की ओर से पांच हजार पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट, 100 थर्मो स्कैनर, 25 हजार एन95 मास्क प्राप्त हुए हैं। राज्य सरकार समय समय पर राज्य की हालात से राज्यपाल को अवगत भी करा रही है। सभी राज्यों की अपनी अपनी आंतरिक व्यवस्था होती है। राज्य में जब संक्रमण का पहला मामला भी नहीं आया था, उससे पूर्व ही राज्य में संक्रमण की रोकथाम हेतु प्रयास तेज कर दिया था। हमारा सूचना केंद्र राज्य व राज्य के बाहर फंसे लोगों के लिए चौबीसों घंटे अलग- अलग कार्यरत है।
15 सीनियर आइएएस अधिकारियों को नोडल ऑफिसर बनाया गया है, ताकि राज्य के बाहर फंसे लोगों को मदद मिल सके। उन्होंने बताया कि छह लाख 94 हजार लोग राज्य से बाहर हैं। इनमें सबसे अधिक महाराष्ट्र में लोग फंसे हैं। राज्य सरकार बाहर फंसे 60 से 70 प्रतिशत लोगों तक अपनी पहुंच बना रखी है। राज्य के अंदर सभी जरूरतमंद लोगों को पंचायत और थाना स्तर पर भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री दाल भात योजना पूर्व की तरह संचालित है। राज्य में अनाज की कमी नहीं है। सभी पंचायत के मुखिया को अनाज हेतु 10-10 हजार रूपये उपलब्ध कराए गए हैं।
सभी जिलों को 50-50 लाख
मुख्यमंत्री ने बताया कि लॉकडाउन का रोजगार पर सीधा असर पड़ा है। ऐसे में लोगों को राहत देने के लिए राज्य के सभी जिला के उपायुक्तों को 50-50 लाख रुपये दिए गए हैं ताकि भूख से किसी की मौत न हो। जरूरी सामानों को लेकर जा रहे वाहनों पर रोक नहीं है। लोगों के मन से भय निकलाने की जरूरत है। लॉकडाउन खुलेगा तो कैसे खुलेगा। इसकी तैयारी करने की जरूरत है। पांच से छह लाख लोग यदि झारखंड आएंगे तो राज्य के अंदर उन्हें कैसे रोजगार उपलब्ध कराया जाए, इसपर भी कार्य करने की जरूरत है। लोहरदगा जिला छोड़कर राज्य के सभी जिला अन्य राज्य की सीमा से जुड़े हैं। इस समय सरकार का ध्यान कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने पर केंद्रित है। कालाबाजारी न हो इसपर पूर्ण ध्यान है।
जल्द आठ मशीनों से होगी कोरोना से जांच
बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने बताया कि राज्य में चार जांच की मशीन है, जिसमें दो रांची और दो जमशेदपुर में है। अन्य चार मशीन जल्द स्टॉल कर जांच कार्य शुरू की जाएगी। 15 हजार टेस्ट किट राज्य में उपलब्ध हैं। हिंदपीढ़ी में संक्रमण प्रभावित पहले मरीज के संपर्क में आनेवाले 74 लोगों को क्वारेंटाइन कर दिया गया है। जिस क्षेत्र में संक्रमित पाया गया है उस क्षेत्र को पूरी तरह सील कर दिया गया है। निजी अस्पतालों को 250 वेंटिलेटर हेतु टैग किया गया है। 300 अतरिक्त वेंटिलेटर मंगाया जा रहा है।
मार्च और अप्रैल माह के पेंशन की राशि निर्गत कर दी गई है। आनाज का उठाव मई तक का शुरू हो गया है। मनरेगा में पर्याप्त राशि उपलब्ध है। 15 फरवरी तक बाहर से एक लाख 73 हजार लोग झारखंड आए जिनमें से एक लाख 45 हजार को होम क्वारेंटाइन किया गया है। राज्य में करीब 30 हजार होमगार्ड जवानों व वनरक्षकों को चिन्हित किया गया है, जिनको आवश्यकता अनुसार कार्य सौंपा जाएगा। गांव में बाहर से आनेवालों की सूचना सेविका व सहायिका उपलब्ध करा रहीं हैं।
पुलिस का मनोबल ऊंचा है
पुलिस महानिदेशक एमवी राव ने कहा कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है । बल प्रयोग न करते हुए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है, इससे संबंधित 40 से अधिक मामले दर्ज हुए हैं। 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का मनोबल ऊंचा है।
अबतक किस जिले में कितनी जांच
जिला - सैंपल - पॉजिटिव - निगेटिव - रिपोर्ट प्रतीक्षारत
पलामू प्रमंडल
- गढ़वा 13 00 13 00
- पलामू 34 00 18 16
- लातेहार 13 00 12 01
उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल
- चतरा 17 00 14 03
- हजारीबाग 76 01 58 17
- गिरिडीह 17 00 17 00
- कोडरमा 11 00 11 00
- धनबाद 101 00 83 18
- बोकारो 62 01 33 28
- रामगढ़ 21 00 19 02
दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल
- रांची (रिम्स) 285 02 256 27
- लोहरदगा 12 00 12 00
- गुमला 10 00 07 03
- सिमडेगा 37 00 33 04
- खूंटी 12 00 12 00
कोल्हान प्रमंडल
- पश्चिमी सिंहभूम 39 00 39 00
- सरायकेला खरसावां 14 00 13 01
- पूर्वी सिंहभूम (एमजीएम) 167 00 149 18
संताल प्रमंडल
- देवघर 29 00 19 10
- जामताड़ा 04 00 04 00
- दुमका 03 00 03 00
- गोड्डा 09 00 06 03
- पाकुड़ 14 00 07 07
- साहिबगंज 04 00 00 04