India Lockdown: पुलिस ने झामुमो नेता को पीटा, यहां लाठीचार्ज से उठक-बैठक तक; जानें दिनभर का हाल
India Lockdown नियम-कायदा नहीं मानने वाले लोगों पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी सख्ती करने के निर्देश दिए हैं।
रांची, जेएनएन। India Lockdown कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी से उत्पन्न हालात अब विषम होते जा रहे हैं। झारखंड में लॉक डाउन की घोषणा के बाद भी स्थिति अभी नियंत्रण में नहीं कही जा सकती। मंगलवार को लॉक डाउन को लागू करने के लिए शासन-प्रशासन को सख्ती करनी पड़ी। कहीं सड़कों पर बेवजह तफरीह करने वाले लोगों पर लाठीचार्ज किया गया, तो कहीं बेमतलब घरों से बाहर निकले युवाओं को उठक-बैठक कराया। पाकुड़ में लॉक डाउन का पालन नहीं करने पर झामुमो नेता हारून रसीद की पाकुड़िया पुलिस ने जमकर पिटाई कर दी। बाद में पुलिस के काम में दखल देने वाले नेता जी को हवालात की हवा भी खानी पड़ी।
लॉक डाउन में दुकान खोलने, वाहन चलाने पर 4 पर एफआइआर
सिमडेगा में लॉक डाउन का उल्लंघन किए जाने पर जिला प्रशासन ने दो दुकानदार, दो वाहन मालिकों समेत 4 पर प्राथमिकी दर्ज कराई है। सदर अंचल के सीआई मनोहर लिंडा के फर्द बयान पर जिला मुख्यालय स्थित प्रियांशु फर्नीचर और शक्ति हार्डवेयर के संचालक पर लॉक डाउन में दुकान खोलने का आरोप लगाते हुए सदर थाना में मामला दर्ज किया गया है। वही एक जेसीबी और एक ट्रैक्टर संचालक पर भी लॉक डाउन में बिना अनुमति काम करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच के दौरान वाहन मालिक के संबंध में जानकारी नहीं मिलने पर वाहन के रजिस्ट्रेशन नम्बर के आधार पर केस किया गया है।
बाइक चलाने वालों पर 10 हजार जुर्माना
इधर गुमला के पालकोट रोड में जिला परिवहन पदाधिकारी मोनिका रानी टूटी के नेतृत्व में एक दर्जन दो पहिया को जब्त कर फाइन वसूला जा रहा है।एक हजार से दस हजार जुर्माने की वसूली की जा रही है।कुछ वाहनों को जब्त कर गुमला थाना ले जाया गयाः।
संक्रमण के डर से ग्रामीणों ने मुख्य सड़क की कर दी बैरीकेडिंग
चतरा के राजपुर थाना क्षेत्र के बाराबागी डुमरी गांव में नोवेल कोरोना वायरल की सतर्कता को लेकर गांव के युवकों ने मुख्य सड़क की बैरिकेडिंग कर दी है। दूसरे गांव व प्रदेशों से आ रहे युवकों के प्रवेश को वर्जित कर दिया है। युवकों का कहना है कि दो दिन पूर्व से अन्य प्रदेशों से युवक बिना जांच कराए गांव वापस लौट रहे हैं। ऐसी स्थिति में उनमें संक्रमण होने का संदेश जताया जा रहा है। ऐसी स्थिति में गांव में संक्रमण फैल सकता है। गांव को सुरक्षित रखने के लिए युवकों ने मुख्य सड़क पर बैरिकेडिंग की है। गांव के लोगों का कहना है कि कादे गांव में मुंबई से आए हुए युवक में संक्रमण होने का संदेह है। जिसको ले गांव को पूरी तरह से सुरक्षित व संरक्षित रखने का निर्णय लिया गया है।
नियम-कायदा नहीं मानने वाले लोगों पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी सख्ती करने के निर्देश दिए हैं। इधर सरकार ने कोरोना वायरस के प्रभाव को कम करने के लिए एक राज्यस्तरीय नियंत्रण कक्ष की स्थापना सूचना भवन, मेयर्स रोड, रांची में की है। इस कंट्रोल रूम में विभिन्न विभाग के पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। जो 1 अप्रैल 2020 तक अपने रोस्टर ड्यूटी के अनुसार कार्य करेंगे। जानकारी के मुताबिक रांची, गढ़वा, पलामू, सरायकेला आदि जिलों में कई लोग लॉक डाउन का उल्लंघन करते दिखे, जिन्हें पुलिस वालों ने उठक-बैठक कराकर उनके घर भेजा। धनबाद में लॉक डाउन की धज्जियां उड़ाने वालों पर पुलिस ने लाठियां भी भांजीं।
इधर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की पहल के बाद छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में फंसे 50 मजदूर अपने गांव के लिए रवाना कर दिए गए हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने हेमन्त सोरेन को बताया कि पूर्ण सुरक्षा एवं सावधानी के साथ झारखण्ड के लोगों को छत्तीसगढ़ शासन ने रवाना कर दिया है। उनके खाने-पीने का भी पूर्ण ध्यान रखा गया है। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपने मेरा आग्रह स्वीकार कर झारखंड के मजदूर भाईयों की मदद की। वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड सरकार चिंता न करे। झारखंड के मजदूरों के लिए भोजन आदि का प्रबंध कर दिया गया है। वे जब तक बिलासपुर में हैं, उनका ध्यान रखा जाएगा। छत्तीसगढ़ शासन उन्हें झारखंड सीमा तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रहा है।
साथियों, कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम हेतु राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम 181 शुरू की गई है। झारखण्ड से बाहर रह रहे झारखण्डवासियों के लिए भी 06512282201 फ़ोन न० कि सुविधा उपलब्ध करायी गयी है।
आप कृपया कोरोना से जुड़ी समस्या एवं जानकारी के लिए दिए गए नंबरों पर फ़ोन कर सकते हैं। pic.twitter.com/80hG1g4xxP
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) March 24, 2020
फंसे हैं मजदूर
मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि महाराष्ट्र से लौटते समय झारखंड के 50 से अधिक मजदूर छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में फंसे हुये हैं। आने-जाने की कोई सुविधा नहीं है। खाना तक इन्हें नसीब नहीं हुआ है। मामले की जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से आग्रह किया था कि बिलासपुर में फंसे झारखण्ड के मजदूरों की मदद करने की कृपा करें।
झारखंड में कंट्रोल रूम 181 बनाया गया
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमण की रोकथाम को लेकर घबरायें नहीं, बल्कि सजग रहें। राज्य में या राज्य के बाहर रह रहे झारखंडवासियों की मदद हेतु राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम 181 बनाया गया है। कोरोना से जुड़ी जानकारी या समस्या बताने के लिए 181 पर फोन कर अपनी बात रख सकते हैं।
आज सजग रहेंगे तो कल सुरक्षित होगा
मुख्यमंत्री ने राज्य की जनता से अनुरोध किया है कि वे मामले की गंभीरता को समझें। हम आज सजग रहेंगे तो कल सुरक्षित रहेंगे। मुख्यमंत्री ने सभी जिला उपायुक्त एवं पुलिस प्रशासन को निदेश दिया कि सख्ती से लॉकडाउन का पालन हो। नियम तोड़ने वालों पर त्वरित न्यायसंगत कार्रवाई करें।
कंट्रोल रूम में त्वरित संवाद-त्वरित कार्रवाई
स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा कि कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के संक्रमण को रोकने के लिये राज्य सरकार द्वारा राज्य स्तरीय कोरोना नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। उन्होंने सभी उपायुक्तों को जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष में कार्य संधारण सुनिश्चित करने का निदेश दिया है। डॉ. कुलकर्णी ने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में लॉक डॉउन होने के वजह से अन्य राज्यों से झारखंड वापस आने वाले लोग कोरोना वायरस से इफेक्टेड भी हो सकते हैं। इसलिए राज्य सरकार ने पूरे राज्य को लॉक डॉउन किया है। ताकि यह बीमारी अपने तीसरे स्टेज (कम्युनिटी ट्रांसमिशन) में ना पहुंचे। उन्होंने कहा कि जो भी लोग बाहर से आए हैं वह होम कोरेंटाइन का सख्ती से पालन करें। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से ग्रसित मरीज के टेस्ट हेतु सभी जिलों में सैंपल के कलेक्शन के लिए किट्स उपलब्ध कराये जा चुके हैं। इस हेतु रांची आने की आवश्यक्ता नहीं है।
नियंत्रण कक्ष के अधिकारियों को निदेश दिया कि त्वरित संपर्क, त्वरित संवाद, त्वरित सलाह, त्वरित प्रक्रिया एवं त्वरित कार्रवाई ही इसकी सफलता का मुख्य आधार है। अतः यह सुनिश्चित किया जाए कि इस प्रणाली में किसी भी स्तर पर प्रतिक्रिया देने अथवा कार्यवाही करने में किसी भी प्रकार का विलंब नहीं हो। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष में प्रशासनिक कार्य के सुविधा की दृष्टि से तथा त्वरित कार्रवाई के लिए पूर्व से कार्यरत टॉल फ्री नं. 181 प्रणाली को कोरोना संबंधी हेल्पलाइन के लिए उपयोग किया जा रहा है। राज्य नियंत्रण कक्ष में जो भी सूचना प्राप्त होगी उससे संबंधित एक पंजी संधारित की जाएगी तथा उस पंजी में की गई कार्रवाई का भी उल्लेख किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि इस संपूर्ण प्रक्रिया के अंतर्गत कोई व्यक्ति कोरोना पॉजेटिव पाया जाये तो ऐसी स्थिति में उस व्यक्ति के कांटेक्ट ट्रेसिंग संबंधी संपूर्ण कार्रवाई केन्द्रिकृत रूप से मॉनिटर की जाएगी। नियंत्रण कक्ष के प्रभारी पदाधिकारी व्यक्तिगत रूप से इस बिन्दु पर समीक्षा करेंगे। इस अवसर पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के विशेष सचिव श्री रमाकांत सिंह, निदेशक राजीव लोचन बख्शी, प्रशासनिक स्तर के पदाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष के पदाधिकारी एवं कर्मी भी उपस्थित थे।