Jharkhand Politics: राज्यसभा चुनाव को लेकर तकरार... कांग्रेस ने झामुमो पर बढ़ाया दबाव... रेस में अजय, फुरकान व सुबोध
Jharkhand Rajya Sabha Elections कांग्रेस ने झामुमो पर दबाव बनाया है। पिछले चुनाव में शिबू सोरेन को समर्थन की दुहाई दे रही कांग्रेस। सोनिया गांधी का संदेश भी मिल चुका हेमंत सोरेन को। डा. अजय फुरकान सुबोधकांत रेस में। केंद्रीय नेताओं का भी नाम आगे कर सकता है आलाकमान।
रांची, राज्य ब्यूरो। Rajya Sabha Elections 2022 झारखंड से खाली हो रही राज्यसभा की दो सीटों के लिए चुनाव के पूर्व सत्तारूढ़ गठबंधन में रस्साकशी चल रही है। इसमें एक सीट पर सत्तारूढ़ गठबंधन और एक पर भाजपा की जीत लगभग पक्की है। दो वर्ष पहले हुए चुनाव में कांग्रेस ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) प्रमुख शिबू सोरेन को समर्थन देकर राज्यसभा भेजा था। कांग्रेस ने प्रत्याशी उतारा था, लेकिन संख्या बल कम होने के कारण वह जीत नहीं पाया, जबकि भाजपा के पाले में एक सीट गया। इस बार भी चुनाव की नौबत आई तो चुनावी समीकरण में कोई फेरबदल की गुंजाइश नहीं है।
सोनिया के संदेश पर क्या निर्णय लेंगे हेमंत
इसे देखते हुए कांग्रेस ने झामुमो पर अपने प्रत्याशी के लिए दबाव बनाया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने यह संदेश भी दिया है। देखना यह होगा कि सोरेन इसपर क्या निर्णय लेते हैं, क्योंकि झामुमो ने अपनी दावेदारी नहीं छोड़ी है। ऐसे में कांग्रेस के साथ उसके संबंधों पर असर पड़ सकता है।
झामुमो झुकने को तैयार नहीं
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक गठबंधन धर्म के तहत सीट छोड़ना बेहतर होगा। इससे अच्छा संदेश जाएगा। हालांकि अब तक जो संकेत मिले हैं, उसके अनुसार झामुमो झुकने को तैयार नहीं है। उधर कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली में कैंप कर रखा है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. अजय कुमार, पूर्व सांसद फुरकान अंसारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय फिलहाल रेस में हैं। इसके अलावा पार्टी के कई राष्ट्रीय नेताओं का भी नाम लिया जा रहा है, जिसे कांग्रेस आलाकमान एडजस्ट करना चाहता है।
कल्पना सोरेन को उम्मीदवार बना सकता है झामुमो
राज्यसभा चुनाव को लेकर झामुमो विधायक दल की बैठक शनिवार को बुलाई गई है। बैठक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सरकारी आवास पर होगी। इसमें राज्यसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति और कांग्रेस की दावेदारी पर निर्णय होगा। उम्मीदवार के तौर पर हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन का नाम भी आगे किया जा रहा है। हालांकि इसके पहले झामुमो की तरफ से समन्वय की पहल की जाएगी। झामुमो के पास अपने प्रत्याशी की जीत के लिए आवश्यक संख्या बल है, लेकिन मतदान तक उलटफेर से इन्कार नहीं किया जा सकता। ऐसे हुआ तो उसे कांग्रेस के सहयोग की आवश्यकता पड़ सकती है।